मिलावट और कठोर रसायनों के इस्तेमाल के दौर में, धीरे-धीरे लोग आयुर्वेद का महत्व समझ रहे हैं। आयुर्वेदिक उत्पाद बिना मिलावट के होते हैं, समस्या को जड़ से खत्म करते हैं और बिना कोई साइड इफेक्ट्स दिए फायदे पहुंचाते हैं। खासतौर पर अगर हम बालों के स्वास्थ्य की बात करें, तो बालों के लिए आयुर्वेदिक तेल, औषधियां, और पेय पदार्थ आदि उपलब्ध हैं जिनके नियमित इस्तेमाल से बालों से जुड़ी किसी भी समस्या को दूर किया जा सकता है। आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम खासतौर पर बालों के लिए आयुर्वेदिक तेल पर बात करेंगे।
स्कैल्प में रक्त प्रवाह बढ़ाने, बालों को लम्बा और घना बनाने, मजबूती प्रदान करने और झड़ना रोकने के लिए तेल का इस्तेमाल किया जाता है। तेल के नियमित इस्तेमाल से स्कैल्प में रक्त प्रवाह बढ़ता है, बालों को आवश्यक पोषण मिलता है और साथ ही बालों के रोम (hair follicles) उत्तेजित होते हैं जिससे नए बालों का विकास होता है। बालों में तेल लगाने के फायदे तो कई हैं लेकिन सिर्फ सही तेल का चुनाव ही फायदेमंद माना जाता है।अगर आप कठोर रसायनों से युक्त तेल का इस्तेमाल करते हैं, तो फायदे नहीं बल्कि नुकसान ही होंगे। ऐसे में हम आपको आयुर्वेदिक तेल के इस्तेमाल की सलाह देते हैं, जो बिना कोई साइड इफेक्ट्स दिए समस्या का समाधान करते हैं।
Traya में भी हम आयुर्वेद की शक्ति को समझते हैं और इसलिए हमारे सभी उत्पाद आयुर्वेदिक औषधियों के मिश्रण से ही बने हैं। बालों के लिए आयुर्वेदिक तेल का निर्माण भी हमने किया है, जिसका नाम Traya Nourish Hair Oil है। इसमें रतनजोत, भृंगराज, ऑर्गन ऑयल, आंवला, कैस्टर ऑयल और रोजमेरी के अर्क का मिश्रण है जिसका अगर सप्ताह में 2 से 3 दिन तक बालों में इस्तेमाल किया जाए तो बाल तेजी से बढ़ते हैं। लेकिन अगर आप झड़ते बालों की समस्या से परेशान हैं तो सिर्फ तेल लगाना फायदेमंद नहीं होगा बल्कि इस परिस्थिति में डॉक्टरों द्वारा तैयार किया गया Hair Test देना चाहिए।
बालों के लिए आयुर्वेदिक तेल (Ayurvedic oil for hair)
बालों के लिए आयुर्वेदिक तेल कई हैं जिसमें नारियल तेल, भृंगराज तेल, आंवला तेल, ब्राह्मी तेल, नीम तेल, जटामांसी तेल, बृंघ आमला तेल और अश्वगंधा तेल शामिल हैं। इन तेलों के नियमित इस्तेमाल से बाल लम्बे, घने, मजबूत और मुलायम बनते हैं और साथ ही इनका टूटना भी कम होता है।
1. नारियल तेल (Coconut oil)
नारियल तेल बालों के लिए एक आयुर्वेदिक तेल है जिसका इस्तेमाल सदियों से बालों को लंबा, घना और मजबूत बनाने के लिए ही किया जाता रहा है। सबसे अच्छी बात तो यह है कि यह तेल आसानी से कहीं भी उपलब्ध भी हो जाता है जिसका इस्तेमाल करके आप बालों के समग्र स्वास्थ्य को बेहतर कर सकते हैं। नारियल का तेल बालों को गर्मी और पानी से होने वाले नुकसान से बचा सकता है। यह एक अवरोध भी पैदा कर सकता है जो बैक्टीरिया और जलन पैदा करने वाले तत्वों को खोपड़ी को नुकसान पहुंचाने से रोकता है।
नारियल का तेल दोमुंहे बालों को ठीक करने और रोकने में मदद कर सकता है, और पोषक तत्व प्रदान करता है जो बालों को स्वस्थ और मजबूत रखते हैं। इसलिए आपको हम सलाह देते हैं कि सप्ताह में कम से कम 2 से 3 दिन अवश्य ही इस तेल का इस्तेमाल करें और स्कैल्प पर लगाकर अच्छे से मसाज करें। आप समस्या के हिसाब से इस तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे अगर स्प्लिट एंड्स की समस्या हो तो एंड्स पर लगाएं और स्कैल्प सुखी पपड़ीदार हो तो स्कैल्प पर।
2. भृंगराज तेल (Bhringraj oil)
आयुर्वेद तेल के श्रेणी में भृंगराज तेल का भी प्रमुख स्थान है। भृंगराज तेल को Eclipta Alba तेल के नाम से भी जाना जाता है जिसका नियमित तौर पर बालों पर इस्तेमाल करने से बाल अत्यधिक घने, लंबे और मुलायम बनते हैं। भृंगराज तेल के लाभों में बेहतर बाल विकास प्रदान करना, समय से पहले सफ़ेद होने से रोकना, रूसी को कम करना और सुस्त बालों को मॉइस्चराइज़ करना शामिल है।
शोध के मुताबिक यह स्कैल्प में रक्त प्रवाह को तेजी से बढ़ा देता है जिसकी वजह से hair follicles उत्तेजित होते हैं। बालों के रोम उत्तेजित होने का अर्थ है कि इससे नए बालों का विकास तेजी से होने लगता है। भृंगराज तेल एल्कलॉइड्स, फ्लेवोनोइड्स, पॉलीएसिटिलीन और कूमेस्टैन जैसे रासायनिक यौगिकों से भी समृद्ध है, जो इसके औषधीय महत्व में योगदान करते हैं। इसका इस्तेमाल आप नियमित रूप से बालों पर कर सकते हैं, कम से कम सप्ताह में दो से तीन दिन तक इसका इस्तेमाल अवश्य करना चाहिए।
3. आंवला तेल (Amla oil)
सैंकड़ों औषधीय गुणों से भरपुर आंवला तेल के बारे में तो आप सभी जानते ही होंगे। यह तेल बालों और पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए खासतौर पर इस्तेमाल किया जाता है। नियमित रूप से अगर बालों में आंवला तेल का इस्तेमाल किया जाए तो सफेद बालों की समस्या दूर होगी, नए बालों का उगना प्रारंभ होगा, झड़ते बालों की समस्या कम होगी, बाल लम्बे घने और मजबूत बनेंगे आदि। ऐसे में हम आपको सलाह देंगे कि सप्ताह में तीन दिन अवश्य ही आंवला तेल बालों में लगाएं।
आंवला कई विटामिन, मिनरल्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स से युक्त होता है जिसकी वजह से बालों को गहराई तक पोषण प्राप्त होता है। इससे बाल चमकदार और लंबे बनते हैं और साथ ही उनके रोम मजबूत बनते हैं। इसके इस्तेमाल से रूसी की समस्या भी दूर की जा सकती है क्योंकि इसमें एंटी बैक्टिरियल और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो रूसी की समस्या को जड़ से खत्म करने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
4. ब्राह्मी तेल (Brahmi oil)
आपने मानसिक स्वास्थ्य बेहतर करने के लिए ब्राह्मी का नाम अवश्य ही सुना होगा। लेकिन आपको पता होना चाहिए कि ब्राह्मी तेल का इस्तेमाल बालों के समग्र स्वास्थ्य को बेहतर करने के लिए भी किया जाता है। इसके नियमित इस्तेमाल से स्कैल्प में रक्त प्रवाह बेहतर होता है जिसका अर्थ है कि स्कैल्प में ऑक्सीजन और आवश्यक पोषक तत्वों की डिलीवरी सुचारू रूप से हो पाती है। यह समग्र बालों के विकास और स्वास्थ्य के लिए काफी आवश्यक होता है।
ब्राह्मी आवश्यक तेल सैपोनिन से भरपूर होता है, जैसे कि बेकोसाइड्स ए और बी जो त्वचा पर सुखदायक प्रभाव डालने के लिए जाने जाते हैं। यह फ्लेवोनोइड्स से भी समृद्ध है जो अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाना जाता है। इस आयुर्वेदिक तेल का इस्तेमाल भी सदियों से आयुर्वेद में किया जाता रहा है और आप भी अवश्य करें।
5. नीम तेल (Neem oil)
नीम के पेड़ से तो सभी लोग परिचित हैं। नीम का पेड़ कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है और स्वास्थ्य को कई फायदे भी प्रदान करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बालों पर नीम के तेल का इस्तेमाल भी किया जा सकता है? जी हां, नीम का तेल एक आयुर्वेद तेल है जिसका इस्तेमाल बालों पर करके आप समग्र बालों के स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकते हैं। हालांकि इसकी गंध थोड़ी तेज अवश्य होती है लेकिन अगर इसका इस्तेमाल नियमित रूप से किया जाए तो बालों से जुड़ी लगभग सभी समस्याओं का हक किया जा सकता है।
नीम के तेल में एंटीफंगल और जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो रूसी और स्कैल्प की स्थिति में मदद कर सकते हैं। सामान्य तौर पर, रूसी या स्कैल्प की खुजली वाले किसी भी व्यक्ति को नीम के तेल से लाभ होगा। इसका इस्तेमाल करने से पहले हम आपको एक बार पैच टेस्ट करने की सलाह भी देंगे। आप इसकी कुछ बूंदों को हथेलियों पर लगाकर कुछ घंटों के लिए छोड़ दें, अगर साइड इफेक्ट्स न दिखलाई दें तभी जाकर इस्तेमाल करें।
6. जटामांसी तेल (Jatamansi oil)
जटामांसी तेल का इस्तेमाल भी नियमित रूप से बालों पर किया जा सकता है। खासतौर पर अगर आपकी त्वचा चिड़चिड़ी, खुजलीदार और सुखी है तो आप इस आयुर्वेदिक तेल के इस्तेमाल से फायदे प्राप्त कर सकते हैं। यह तेल शांत करने वाला तेल माना जाता है और खुजली वाली खोपड़ी के लिए सहायक हो सकता है। कुछ लोगों का मानना है कि यह बालों के विकास को भी बढ़ावा दे सकता है। ऐसे में आप इसका इस्तेमाल सप्ताह में दो से तीन दिन अवश्य ही कर सकते हैं।
जिन लोगों को नहीं पता, उन्हें हम बता दें कि जटामांसी तेल एक पारंपरिक औषधि और इत्र है जो जटामांसी पौधे की जड़ से बनाया जाता है, जिसे स्पाइकेनार्ड भी कहा जाता है। जटामांसी वेलेरियन परिवार का एक फूल वाला पौधा है जो हिमालय, नेपाल और चीन में उगता है। जटामांसी नाम "जटा" (ड्रेडलॉक्स) और "मानसी" (मानव) शब्दों से आया है। इसके सेवन मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए भी किया जाता है।
7. शिकाकाई तेल (Shikakai oil)
अक्सर आपने टीवी या समाचार पत्रों में शिकाकाई तेल के बारे में सुना होगा जिसका इस्तेमाल बालों को बढ़ाने, काला करने और सही पोषण देने के लिए किया जाता है। यह दावे वाकई सच हैं क्योंकि वाकई अगर आप नियमित रूप से बालों पर आयुर्वेद तेल शिकाकाई का इस्तेमाल करते हैं तो यह समग्र बालों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। शिकाकाई तेल एक आयुर्वेदिक हर्बल औषधि है जो बालों के विकास, रूसी और बालों की अन्य समस्याओं में मदद कर सकती है।
शिकाकाई तेल में विटामिन सी और डी होता है, जो बालों के विकास को बढ़ावा दे सकता है और बालों के झड़ने को रोक सकता है। साथ ही, शिकाकाई तेल में विटामिन सी और ए सहित एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो बालों के रोमों को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचा सकते हैं और समय से पहले सफेद होने में देरी कर सकते हैं। तो ऐसे में इस आयुर्वेदिक तेल के फायदे ही फायदे हैं जिसका इस्तेमाल सप्ताह में दो से तीन दिन तक अवश्य करना चाहिए।
8. अश्वगंधा तेल (Ashwagandha oil)
अश्वगंधा एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जिसका इस्तेमाल यौन स्वास्थ्य बेहतर करने, मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने, तनाव कम करने के लिए खासतौर पर किया जाता है। लेकिन आपको पता होना चाहिए कि अश्वगंधा का तेल भी बनाया जाता है जिसका इस्तेमाल आयुर्वेद में सदियों से होता आ रहा है। अश्वगंधा तेल आपके बालों और सिर की त्वचा को मजबूत बनाने में मदद करता है, जिससे बालों का टूटना कम हो जाता है। अश्वगंधा आपके बालों में मेलेनिन के उत्पादन को बढ़ावा देता है।
मेलेनिन आपके बालों को रंग देने के लिए हमारी कोशिकाओं द्वारा निर्मित वर्णक है। अश्वगंधा बालों को जल्दी सफ़ेद होने से भी रोकता है। ऐसे में आप सप्ताह में दो से तीन स्कैल्प पर अश्वगंधा तेल से मसाज कर सकते हैं जोकि काफी फायदेमंद माना गया है। यह भी देखा गया है कि यह त्वचा को हाइड्रेटेड, कोमल और चमकदार बनाए रखने के लिए प्राकृतिक तेलों और यौगिकों के उत्पादन को उत्तेजित और संतुलित करता है।
9. तिल का तेल (Sesame oil)
तिल के लड्डू तो आपने खूब खाए होंगे लेकिन क्या कभी बालों पर इस आयुर्वेदिक तेल का इस्तेमाल आपने किया? तिल का तेल कई औषधीय गुणों से भरपुर होता है जिसकी वजह से इसे बालों पर लगाने के ढेरों फायदे मिलते हैं। इसके नियमित इस्तेमाल से नए बालों का विकास होता है, क्षतिग्रस्त बालों की समस्या दूर होती है, बालों में चमक आती है, समय से पहले बालों के सफेद होने की समस्या से छुटकारा मिलता है और साथ ही रूखे सूखे बालों की समस्या दूर होती है।
ऐसे में आपको नियमित तौर पर तिल के तेल का इस्तेमाल अवश्य करना चाहिए। आप इसके तेल का इस्तेमाल सीधे स्कैल्प पर कर सकते हैं या आप अगर चाहें तो इसमें अन्य सहायक तेलों जैसे नारियल तेल या जैतून का तेल भी मिला सकते हैं। इस्तेमाल करने से पहले अगर आप तेल को धीमी आंच पर हल्का गर्म कर लें और फिर जाकर बालों और स्कैल्प पर मसाज करते हैं तो फायदे दोगुने हो जाते हैं। आप इस तेल को बालों में लगाकर लगभग 30 मिनट तक छोड़ सकते हैं, तत्पश्चात एक हल्के शैंपू से बालों को धो सकते हैं।
10. Traya Nourish Hair Oil
अगर आप एक ऐसे आयुर्वेदिक तेल की तलाश में हैं जिसमें रतनजोत, ऑर्गन ऑयल, भृंगराज, कैस्टर ऑयल, रोजमेरी अर्क, आंवला आदि की शक्तियां मौजूद हैं तो अवश्य ही Traya Nourish Hair Oil का इस्तेमाल करें। यह ताजी कटी हुई जड़ी-बूटियों और 9 कोल्ड प्रेस्ड तेलों का एक समृद्ध मिश्रण है जो खोपड़ी और बालों में गहराई से समाकर गहन पोषण प्रदान करता है। यह हर्बल फ़ॉर्मूला विशेष रूप से उन बालों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो सुस्त और क्षतिग्रस्त लगते हैं।
साथ ही इसका नियमित इस्तेमाल करने से एक बड़ा फायदा यह होता है कि बालों के क्षतिग्रस्त होने की संभावना कम हो जाती है। हमारे बालों के क्षतिग्रस्त होने की संभावना अक्सर बनी रहती है क्योंकि धूप, धूल, प्रदूषण, रसायनिक उत्पाद आदि से हम घिरे रहते हैं। ऐसे में इस आयुर्वेदिक तेल में मौजूद औषधियां बालों की रक्षा करती हैं। साथ ही इसका नियमित इस्तेमाल बालों को गहराई से पोषण देकर उन्हें नमीयुक्त भी बनाए रखता है।
बालों के लिए आयुर्वेदिक तेल कैसे बनाएं (How to make Ayurvedic oil)
घर पर हम आपको आयुर्वेदिक तेल बनाने की सलाह नहीं देते हैं। क्योंकि यह तेल तैयार करने के लिए कितनी मात्रा इस्तेमाल करनी है, किस परिस्थिति में तैयार किया जाना चाहिए, कौन सी बातों का ध्यान रखना चाहिए ये सभी बातें कोई आयुर्वेद चिकित्सक या अभ्यस्त ही बता सकता है। लेकिन फिर भी जानकारी के लिए हम नीचे आपको जानकारी दे रहे हैं कि बालों के लिए आयुर्वेदिक तेल कैसे बनाएं।
- सबसे पहले तय करें कि आपके बालों के लिए सबसे बेहतर तेल क्या है। नारियल तेल, तिल का तेल, ऑलिव ऑयल और बादाम का तेल कुछ सबसे फायदेमंद तेल माने जाते हैं।
- इसके पश्चात चुनें कि आप तेल में किन जड़ी बूटियों को मिलाना चाहेंगे। उदाहरण के तौर पर मेथी, आंवला, नीम की पत्तियां, एलोवेरा कुछ सबसे बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं।
- अब आपको यह तय करना है कि आप कितने तेल की मात्रा को तैयार करना चाहते हैं। शुरुआत में हम आपको सलाह देंगे कि आधा लीटर तेल तैयार करने से आगे बढ़ें।
- अब आप एक heat-resistant jar में अपने चुने हुए तेल और जड़ी बूटियों को एक साथ मिश्रित करके डाल दें। जार को 2-4 सप्ताह के लिए धूप वाले स्थान पर रखें, बीच-बीच में घुमाते रहें। यह एक सौम्य विधि है जो जड़ी-बूटियों के गुणों को सुरक्षित रखती है।
- 4 सप्ताह के पश्चात एक साफ कपड़े से आप तेल को छानकर अलग कर सकते हैं क्योंकि इतनी अवधि तक जड़ी बूटियों की सभी गुण अच्छे से समाहित हो चुके होंगे।
- तैयार तेल को कांच के जार जैसे एक अंधेरे, वायुरोधी कंटेनर में डालें। इसे ठंडी, सूखी जगह पर स्टोर करें।
तो इस तरह आसानी से आप अपने घर पर ही आयुर्वेदिक तेल को तैयार करके इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन बिना योग्य आयुर्वेदिक डॉक्टर के घर पर तेल नहीं बनाना चाहिए या इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे नुकसान हो सकता है।
आयुर्वेदिक तेल लिस्ट क्या है (Ayurvedic oil list)
आयुर्वेदिक तेल लिस्ट में मुख्य रूप से ऊपर बताए गए तेल ही अपनी जगह बनाते हैं। हम आपको सलाह देते हैं कि तेल का चुनाव करते वक्त अपनी जरूरतों को ध्यान रखें। अगर आपके बाल सूखे, पपड़ीदार और डैंड्रफ से भरा हुआ है तो इसके हिसाब से ही तेल का चुनाव करें तो वहीं अगर बाल झड़ने की समस्या है तो तेल का चुनाव अलग हो जाना चाहिए। हमने आपकी मदद के लिए ही नीचे एक टेबल को तैयार किया है जिसमें आवश्यकता के हिसाब से आयुर्वेदिक तेल की सूची दी गई है।
आयुर्वेदिक तेल |
ख़ासियत |
Bhringraj Oil (भृंगराज तेल) |
बालों का झड़ना कम करना, बालों को घना और मजबूत बनाना |
Coconut Oil (नारियल का तेल) |
बालों को पोषण देना, रूखे बालों का उपचार, डैंड्रफ कम करना |
Amla Oil (आंवला का तेल) |
बालों को मजबूत बनाना, चमकदार बनाना, बालों का झड़ना कम करना |
Brahmi Oil (ब्राह्मी तेल) |
बालों का झड़ना कम करना, बालों को घना बनाना, तनाव कम करना |
Neem Oil (नीम का तेल) |
रूसी दूर करना, स्कैल्प इंफेक्शन से बचाना |
Shikakai Oil (शिकाकाई तेल) |
बालों को धोने के लिए प्राकृतिक उपाय, बालों को मजबूत बनाना |
Ashwagandha Oil (अश्वगंधा तेल) |
बालों का झड़ना कम करना, बालों को मजबूत बनाना, बालों को घना करना |
बालों के लिए सबसे अच्छा आयुर्वेदिक तेल कौन सा है?
बालों के लिए सबसे अच्छा आयुर्वेदिक तेल Traya Nourish Hair Oil है। इस तेल में कई आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों की शक्ति मौजूद है जो बालों के समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है और साथ ही बालों के झड़ने की समस्या को कम करता है। इस तेल की खासबात यह है कि यह हर प्रकार के बालों के लिए बिलकुन उपयुक्त है और बिना कोई साइड इफेक्ट्स डाले उत्तम विकास में मदद करता है। इसमें 9 से भी अधिक आयुर्वेदिक औषधियों की शक्तियां हैं जो समग्र बालों के स्वास्थ्य को बेहतर करता है।
लेकिन एक प्रश्न अक्सर पूछा जाता है कि क्या आयुर्वेदिक तेल से झड़ते बाल रोक जा सकते हैं? क्या तेल से झड़ते बालों की समस्या दूर हो सकती है? इसका उत्तर है नहीं! सिर्फ और सिर्फ तेल के इस्तेमाल से झड़ते बालों की समस्या का समाधान करना मुश्किल है। अगर आप झड़ते बालों की समस्या से परेशान हैं तो हम आपको holistic approach के साथ आगे बढ़ने की सलाह देते हैं।
इसका अर्थ है कि सबसे पहले तो आपको Hair Test देना चाहिए। हेयर टेस्ट झड़ते बालों की समस्या का मूल जड़ पता करता है। जब टेस्ट के माध्यम से समस्या का मुख्य कारण पता चल जाता है तो फिर हम समस्या की जड़ को खत्म करने के लिए सही उपचार की शुरुआत करते हैं जिसमें कई आयुर्वेदिक प्रोडक्ट्स मौजूद होते हैं। साथ ही आपको फ्री कंसल्टेशन, फ्री रिपोर्ट के साथ फ्री डाइट चार्ट भी मिलता है। तो अगर आप झड़ते बालों की समस्या से परेशान हैं तो बिना देरी किए अभी यह फ्री टेस्ट दें जिसे घर बैठे स्मार्टफोन की मदद से मात्र 2 मिनट में दिया जा सकता है।
यह भी पढ़ें: बालों में तेल कब और कैसे लगाना चाहिए:बाल झड़ने पर कौन सा तेल लगाएं (Which oil to apply for hair fall)
बाल झड़ने की समस्या से अगर आप परेशान हैं तो आप नारियल, बादाम, जैतून, आंवला, भृंगराज और शिकाकाई तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये सभी तेल कई आयुर्वेदिक औषधियों से युक्त होती हैं जिससे बालों के स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है और साथ ही बालों का विकास भी तेजी से होता है। ये बालों की जड़ों से मजबूती प्रदान करते हैं, लचीलापन और नमीयुक्त बनाते हैं जिससे झड़ते बालों की समस्या दूर होती है।
लेकिन ध्यान दें कि सिर्फ और सिर्फ तेल लगाने भर से झड़ते बालों की समस्या कम नहीं हो सकती। इसके लिए आपको अभी हेयर टेस्ट देना चाहिए जिससे समस्या का मूल कारण पता चलता है जिसके हिसाब से सही ट्रीटमेंट की शुरुआत होती है। इस टेस्ट को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, अनुभवी डॉक्टरों और डर्मेटोलॉजिस्ट के साथ मिलकर तैयार किया गया है ताकि झड़ते बालों की समस्या का सटीक कारण पता लगाया जा सके।
निष्कर्ष (Conclusion)
बालों के लिए आयुर्वेदिक तेल की सूची में तिल, नारियल, भृंगराज, आंवला, अश्वगंधा, शिकाकाई, जटामांसी, नीम और ब्राह्मी तेल शामिल हैं। इन आयुर्वेदिक तेलों का नियमित इस्तेमाल करने पर बालों के समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है, बाल मजबूत और लचीले होते हैं, रंगत बेहतर होती है, डैंड्रफ की समस्या का खात्मा होता है, स्कैल्प स्वस्थ और नमीयुक्त बनती है।
लेकिन ध्यान रहे कि अगर आप तेजी से बाल झड़ने की समस्या से परेशान हैं तो सिर्फ तेल पर निर्भर न रहें। इसके लिए आपको अभी हेयर टेस्ट देना चाहिए जोकि फ्री है और घर बैठे स्मार्टफोन की मदद से सिर्फ 2 मिनट में दिया जा सकता है। इस टेस्ट को देकर आप समस्या का मूल कारण पता लगा सकते हैं जिससे उपचार करने में आसानी हो जाती है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (Frequently Asked Questions)
1. बालों के लिए सबसे अच्छा आयुर्वेदिक तेल कौन सा है?
बालों के लिए सबसे अच्छा आयुर्वेदिक तेल Traya Nourish Hair Oil है जिसमें 9 जड़ी बूटियों की शक्ति समाहित है। इस तेल में रतनजोत, ऑर्गन ऑयल, कैस्टर ऑयल, भृंगराज, आंवला जैसी जड़ी बूटियों की शक्ति मौजूद है जो बालों को आवश्यक पोषण प्रदान करता है, नए बालों के विकास में मदद करता है, स्कैल्प के स्वास्थ्य को बरकरार रखता है।
2. सबसे तेज बाल बढ़ाने वाला तेल कौन सा है?
सबसे तेज बाल बढ़ाने वाला तेल आंवला और नारियल तेल है। ये दोनों ही तेल कई औषधीय गुणों से युक्त होते हैं जिससे बालों को गहराई तक पोषण मिलता है और उनका विकास होता है।
3. कौन सा तेल नए बाल उगा सकता है?
आंवला और नारियल तेल का नियमित इस्तेमाल करने पर नए बाल उग सकते हैं। खासतौर पर आंवला तेल बालों और स्कैल्प को नमीयुक्त बनाए रखता है और साथ ही चिपचिपा होने से भी रोकता है। यह बालों को मजबूती प्रदान करने के साथ ही डैंड्रफ की समस्या दूर करता है। साथ ही आंवला तेल बालों के रोमों को पोषण देता है, जो बालों के विकास को बढ़ावा दे सकता है।
4. बालों को दोबारा उगाने के लिए कौन सा तेल सबसे तेज है?
बालों को दोबारा उगाने के लिए आंवला तेल सबसे तेज है। यह बालों के रोम को आवश्यक पोषण प्रदान करके उनके विकास में मदद करता है। साथ ही इस तेल का इस्तेमाल स्कैल्प मसाज के लिए करने पर रक्त संचार बेहतर होता है जिससे hair follicles उत्तेजित होते हैं और नए बालों का विकास भी होता है।
References
- Ayurvedic oils - Origin and importance - Mansarovar Ayurvedic Medical Research Center: https://www.mamcbhopal.com/ayurvedic-oils-origin-and-importance.php
- Origin and benefits of Ayurvedic oils - Times of India: https://timesofindia.indiatimes.com/life-style/beauty/origin-and-benefits-of-ayurvedic-oils/articleshow/90356875.cms
- Your Guide To Ayurvedic Massage Oils - Yoga International: https://yogainternational.com/article/view/your-guide-to-ayurvedic-massage-oils/