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अश्वगंधा के फायदे महिलाओं के लिए | Ashwagandha Benefits for Women in Hindi


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ऐसा माना जाता है कि अश्वगंधा पुरुषों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद है और आमतौर पर पुरुषों के स्वास्थ्य को बेहतर रखता है। लेकिन शायद आपको नहीं पता कि अश्वगंधा के फायदे महिलाओं के लिए भी ढ़ेर सारे हैं। जो महिलाएं नियमित रूप से अश्वगंधा का सेवन करती हैं उनके शरीर में हार्मोन्स का संतुलन बना रहता है, PMS का जोखिम कम हो जाता है, महिलाओं के सेक्सुअल हेल्थ को फायदे मिलते हैं आदि।

इसलिए अश्वगंधा के फायदे पुरुषों के साथ साथ महिलाओं के लिए भी हैं जिसे नजरंदाज नहीं किया जाना चाहिए। पुरुषों की ही तरह महिलाओं को भी पूरे जीवन कई बार स्ट्रेस से गुजरना पड़ता है, उस स्ट्रेस को दूर करने में भी आयुर्वेद विज्ञान में सबसे सहायक अश्वगंधा ही है। इस ब्लॉग में हम आपको विस्तार से इसी विषय पर जानकारी देंगे और बताएंगे कि अश्वगंधा के फायदे महिलाओं के लिए क्या हैं।


अश्वगंधा क्या है (What is Ashwagandha in Hindi)

अश्वगंधा एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसका इस्तेमाल सदियों से पुरुषों और महिलाओं में कई स्वास्थ्य फायदे प्रदान करने के लिए किया जाता रहा है। इसके यौन स्वास्थ्य फायदों को देखते हुए भारतीय जिंसेंग का दर्जा भी दिया जाता है। यह तनाव और चिंता को दूर करता है, गहरी नींद लेने में मदद करता है, शरीर में ऊर्जा का संचार करता है, इम्यून सिस्टम मजबूत बनाता है,  आदि।

महिलाओं और पुरुषों दोनों में यह झड़ते बालों की समस्या का भी समाधान करता है। अश्वगंधा बालों के रोमों को मजबूत करके, बालों के झड़ने को स्पष्ट रूप से कम करने में मदद करता है। लेकिन अगर आप तेजी से बाल झड़ने या बालों का दोबारा विकास न होने की समस्या से परेशान हैं तो Traya Hair Test दें क्योंकि बाल झड़ने के 20 से भी अधिक कारण होते हैं।

हर व्यक्ति के बाल झड़ने का कारण अलग अलग होता है। ऐसे में हो सकता है कि सिर्फ अश्वगंधा खाने भर से बालों के झड़ने की समस्या दूर न हो। हेयर टेस्ट सिर्फ दो मिनट का है और बिल्कुल मुफ्त भी है। इस टेस्ट के पश्चात आपको फ्री रिपोर्ट और फ्री कंसल्टेशन भी मिलती है ताकि आप झड़ते बालों की समस्या को हमेशा के लिए बाय कह सकें। तो देर न करें अभी हेयर टेस्ट दें।


अश्वगंधा के फायदे महिलाओं के लिए (Ashwagandha Benefits For Female In Hindi)

पुरुषों की ही तरह महिलाओं को भी अश्वगंधा खाने के ढेरों फायदे मिलते हैं। इसके नियमित सेवन से चिंता दूर होती है, गहरी नींद आती है, महिलाओं का प्रजनन स्वास्थ्य बेहतर होता है, कामोत्तेजना में वृद्धि होती है, गर्भ धारण करने की क्षमता बेहतर होती है, PMS का जोखिम कम हो जाता है और साथ ही, मेनोपॉज के लक्षणों को भी कम करने में मदद मिलती है।


1. बाल झड़ने की समस्या को दूर करता है (Helpful in hair fall problem)

अश्वगंधा को बाल झड़ने की समस्या को दूर करने में भी मददगार पाया गया है। जो महिलाएं नियमित रूप से अश्वगंधा पाउडर या अर्क का सेवन कम से कम 3 महीने तक करती हैं, उनके बाल पहले से अधिक मजबूत, स्वस्थ और घने हुए। महिलाओं में बाल झड़ने के शुरुआती स्टेज को भी नियंत्रित करने में अश्वगंधा फायदेमंद होता है। अगर आपके बाल थोड़े बहुत झड़ रहे हैं तो अश्वगंधा का सेवन किया जा सकता है।

लेकिन अगर आप तेजी से बाल झड़ने की समस्या से परेशान हैं और आपकी मांग के बाल गायब हो रहे हैं तो वक्त है Traya Hair Test देने का। बालों का झड़ना या बालों का दोबारा से विकास न होना एक समस्या है जिसे समय रहते दूर किया जाना चाहिए। ऐसे में आप मुफ्त हेयर टेस्ट को देकर यह पता लगा सकती हैं कि आपके बालों के झड़ने का कारण क्या है और उसका समाधान कैसे किया जा सकता है। इस टेस्ट को देकर लाखों लोगों ने ट्रीटमेंट की शुरुआत की है और झड़ते बालों से मुक्ति पाई है। 


2. कामोत्तेजना में सुधार होता है (Improves sexual arousal in women)

Libido यानि कामवासना या कामोत्तेजना को सिर्फ पुरुषों के साथ जोड़कर ही देखा जाता है लेकिन यह समस्या महिलाओं में भी समान रूप से है। पुरुषों की ही तरह महिलाओं में भी कई कारणों की वजह से सेक्स के प्रति अरुचि की समस्या हो जाती है, जिसे दूर करने में अश्वगंधा मदद कर सकता है। यह हम नहीं बल्कि NIH की वर्ष 2023 की एक समीक्षा कहती है। 

इस समीक्षा के मुताबिक, अश्वगंधा में कामोत्तेजक गुण होते हैं जो कामेच्छा और समग्र यौन कल्याण को बढ़ा सकते हैं। यह प्रभाव आंशिक रूप से मूड को बेहतर बनाने और तनाव को कम करने की क्षमता के कारण हो सकता है। इस समीक्षा में यह भी पाया गया कि स्वस्थ महिलाओं में इसके सेवन से उनके सेक्सुअल हेल्थ को कई फायदे प्राप्त हुए। तो ऐसे में अगर आप एक महिला हैं और low libido की समस्या से जूझ रही हैं तो इसका नियमित सेवन कर सकती हैं।


3. बांझपन की समस्या को दूर करता है (Boost fertility)

WHO की रिपोर्ट कहती है कि भारत में कामकाजी महिलाओं में बांझपन की दर अधिक है। भारत में लगभग 8% विवाहित महिलाएँ बांझपन से पीड़ित हैं, और उनमें से अधिकांश secondary infertile (5.8%) हैं। तो वहीं, यह रिपोर्ट आगे कहती है कि भारत में प्रजनन आयु वर्ग की महिलाओं में प्राथमिक बांझपन का अनुमानित प्रसार 11.8% है। यह आंकड़े वाकई चिंताजनक हैं। ऐसे में आपको रोजाना अश्वगंधा खाने की सलाह दी जाती है क्योंकि महिलाओं की प्रजनन क्षमता के लिए अश्वगंधा काफी फायदेमंद है।

NIH की ही वर्ष 2021 की रिपोर्ट कहती है कि अश्वगंधा में ऐसे गुण होते हैं जिससे इनफर्टिलिटी यानि महिलाओं में बांझपन की समस्या को दूर किया जा सकता है। अश्वगंधा में आइसोफ्लेवोन्स और फ्लेवोनोइड्स एस्ट्रोजेन गतिविधि की नकल कर सकते हैं, जिससे प्रजनन क्षमता में सहायता मिलती है। इन समीक्षाओं के मुताबिक, महिलाओं को रोजाना कम से कम 300 मिलीग्राम अश्वगंधा का सेवन 3 महीने तक करना चाहिए।


4. चिंता और तनाव को दूर करने में सहायक हैं (Relieves anxiety & stress in women)

अश्वगंधा का नियमित सेवन महिलाओं और पुरुषों दोनों में तनाव को दूर करता है। अश्वगंधा तनाव को कैसे दूर करता है, इसके लिए कई तरीके हैं। पहला तो यह गहरी नींद लेने में मदद करता है, एक अच्छी और गहरी नींद तनाव की सबसे बड़ी दुश्मन है। इसके अलावा, अश्वगंधा का नियमित सेवन सूजन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को भी दूर करता है जोकि दोबारा से तनाव के लिए जिम्मेदार होते हैं। तो ऐसे में महिलाओं के लिए अश्वगंधा लाभ यह मिलता है कि इसके सेवन से चिंता और तनाव के स्तर में कमी होती है।

इसके अलावा, अश्वगंधा को GABA यानि gamma-aminobutyric acid के क्रिया को प्रभावित करने की क्षमता वाला माना गया है। यह Serotonin की गतिविधि भी प्रभावित करने की क्षमता रखता है। शोध बताते हैं कि जब महिलाएं अश्वगंधा का नियमित सेवन करती हैं तो यह GABA के स्तर को बढ़ाता है तो वहीं सेरोटोनिन के स्तर को प्रभावित करता है जिससे तनाव और चिंता की समस्या से राहत मिलती है।


5. मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करता है (Improves mental health)

अश्वगंधा को मानसिक स्वास्थ्य बेहतर करने वाला भी बताया गया है। अश्वगंधा को Adaptogen माना गया है अर्थात माना जाता है कि अश्वगंधा एचपीए (हाइपोथैलेमिक-पिट्यूटरी-एड्रेनल) अक्ष को विनियमित करके शरीर को तनाव के अनुकूल बनाने में मदद करता है, जो तनाव प्रतिक्रिया को नियंत्रित करता है। 

साथ ही कई अध्ययनों से यह बात पता चलती है कि अश्वगंधा के सेवन से शरीर में कॉर्टिसोल का स्तर कम होता है जोकि एक stress hormone है। इसके अलावा, यह गहरी नींद लेने में भी मदद करता है जो सीधे तौर पर बेहतर मानसिक स्वास्थ्य के साथ जुड़ा हुआ है। तो इस तरह अश्वगंधा के नियमित सेवन महिलाओं में मानसिक स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देता है।


6. महिलाओं में हार्मोन्स का संतुलन बनाए रखता है (Balances hormones in the body)

महिलाओं के शरीर में पूरे जीवन हार्मोनल बदलाव आते रहते हैं। खासकर कि गर्भावस्था और मेनोपॉज के वक्त महिलाओं के शरीर में तेजी से हार्मोन्स का असंतुलन देखने को मिलता है। शरीर में हार्मोन्स का असंतुलित होना कई समस्याओं को जन्म दे सकता है जैसे बाल झड़ना, पीरियड कम आना या देर से आना, हड्डियां कमजोर पड़ना, अनचाहे भागों में बालों का उगना इत्यादि। 

ऐसे में आप अगर एक महिला हैं तो अश्वगंधा का नियमित सेवन करके आप शरीर में हार्मोन्स का संतुलन बनाकर रख सकती हैं। वर्ष 2019 के एक शोध के मुताबिक, अश्वगंधा अंतःस्रावी तंत्र को प्रभावित कर सकता है, जो मूड, तनाव प्रतिक्रियाओं और प्रजनन को नियंत्रित करता है। इससे हार्मोन्स सकारात्मक रूप से प्रभावित होते हैं।


7. माहवारी चक्र को नियमित करता है (Regulates menstrual cycle)

अश्वगंधा का नियमित सेवन शरीर में माहवारी के चक्र को भी नियंत्रित करता है। भारत सहित दुनियाभर में लाखों ऐसी महिलाएं हैं जिनका पीरियड समय पर नहीं आता है। पीरियड अनियमित होने के कई कारण होते हैं जैसे कुछ दवाएं, खानपान, तनाव, बर्थ कंट्रोल आदि। अश्वगंधा शरीर में reproductive hormones जैसे follicle-stimulating hormone (FSH), luteinizing hormone (LH) और gonadotropin hormones को बैलेंस करता है।

इन हार्मोन्स के संतुलित होने से PCOS, PID और endometriosis का जोखिम कम हो जाता है जो अनियमित पीरियड के सबसे मुख्य कारण माने जाते हैं। इस तरह पीरियड भी नियमित हो जाता है और पीरियड में ब्लड आने की मात्रा भी संतुलित हो जाती है। ऐसे में जो महिलाएं अनियमित पीरियड के आने की समस्या से जूझ रही हैं, उन्हें अवश्य ही अश्वगंधा का सेवन करना चाहिए।


8. PMS के लक्षणों को कम करता है (Reduces PMS symptoms)

अश्वगंधा को पीएमएस के लक्षणों को भी कम करने में मददगार माना गया है। PMS यानि premenstrual syndrome एक ऐसी स्तिथि है जिसमें मूड स्विंग होते हैं, तेज पेट दर्द होता है, पेट में ऐंठन होती है, पीरियड का कम आना या न आने की समस्या होती है। ऐसे में अगर आप एक महिला हैं तो रोजाना कम से कम 300 मिलीग्राम अश्वगंधा का सेवन 2 से 3 महीनों के लिए पीएमएस की समस्या में राहत दिला सकता है।

जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया, अश्वगंधा का सेवन शहरी में Cortisol के स्तर को कम करता है, जोकि एक स्ट्रेस हार्मोन है। तनाव यानी स्ट्रेस पीएमएस का सबसे बड़ा कारण माना जाता है, इस तरह अश्वगंधा का सेवन पीएमएस के लक्षणों को कम करता है। अश्वगंधा को पीरियड के दौरान अत्यधिक खून स्राव होने से रोकने में भी मददगार माना गया है।


9. मेनोपॉज की स्तिथि में सहायक है (Provides support in menopause)

Menopause यानि रजोनिवृत्ति वह स्तिथि है जब महिला की आयु 40 से 50 वर्ष के बीच होती है और शरीर reproductive hormones का उत्पादन बंद कर देता है। यानि इस अवस्था में आपके पीरियड्स आने बंद हो जाते हैं। इस उम्र में भी अश्वगंधा का सेवन आपके लिए फायदेमंद होता है। मेनोपॉज की समस्या में कुछ परेशानियां आम होती हैं जैसे  गर्म चमक, चिंता और नींद की समस्या। इन सभी लक्षणों को दूर करने में अश्वगंधा मदद करता है इसलिए इसका सेवन उस उम्र भी किया जा सकता है।

NIH द्वारा किए गए एक शोध में यह बात सामने निकलकर आती है कि पेरिमेनोपॉज़ का अनुभव करने वाली महिलाओं ने पाया कि, प्लेसबो की तुलना में, अश्वगंधा की जड़ का अर्क लेने से रजोनिवृत्ति से जुड़े जीवन की गुणवत्ता में काफी वृद्धि हुई और शारीरिक, मनोवैज्ञानिक स्थिति में कमी आई। इस शोध में महिलाओं में 8 सप्ताह के लिए 300 मिलीग्राम दिन में दो बार सेवन किया था।


10. शारीरिक ऊर्जा में वृद्धि करता है (Ashwagandha increases physical energy)

अश्वगंधा को शारीरिक ताकत बढ़ाने में भी काफी मददगार माना गया है। ऐसे में अगर आप एक महिला हैं और किन्ही कारणों से दिनभर थकान महसूस करती हैं तो नियमित रूप से अश्वगंधा का सेवन आपको ऊर्जावान बनाने में मदद कर सकता है। शारीरिक ऊर्जा या ताकत को कम करने के लिए तनाव, अनियमित नींद लेना और थायराइड हार्मोन जिम्मेदार होते हैं। इन तीनों ही दिक्कतों को दूर करने में अश्वगंधा को फायदेमंद माना गया है।

एक तरफ जहां एक Cortisol के स्तर को कम करता है तो वहीं गहरी नींद लेने में भी मदद करता है। कॉर्टिसोल एक तनाव से जुड़ा हुआ हार्मोन है और जब इसका स्तर कम होता है तो शरीर में ऊर्जा बढ़ती है। तो वहीं रात की अच्छी और गहरी नींद दिनभर के ऊर्जा के लिए भी आवश्यक होती है। अश्वगंधा महिलाओं में स्वस्थ थायरॉइड फ़ंक्शन का समर्थन करने, चयापचय और ऊर्जा स्तर को प्रभावित करने में भी सहायक माना गया है।


11. त्वचा स्वस्थ और चमकदार बनती है (Ashwagandha makes skin glowing)

अश्वगंधा त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाने में भी मददगार साबित होता है। अगर आप महिला हैं तो नियमित रूप से अश्वगंधा का सेवन करना एक्जिमा और सोरायसिस जैसी स्थितियों के लिए फायदेमंद है। यह त्वचा में सूजन और जलन की दिक्कत को दूर करने में भी सहायक माना गया है। साथ ही, महिलाओं में तेजी से होने वाले हार्मोनल बदलाव की वजह से उन्हें कील, मुंहासे जैसी समस्याओं से भी जूझना पड़ता है। 

इस समस्या में अश्वगंधा का सूजन-रोधी और जीवाणुरोधी गुण मुंहासों को कम करने में मदद कर सकते हैं। यह सीबम उत्पादन को विनियमित करने में भी मदद कर सकता है, जो त्वचा के छिद्रों को साफ रखने में मदद कर सकता है। अश्वगंधा को एंटीऑक्सीडेंट्स गुणों से भी युक्त माना जाता है जिससे उम्र बढ़ने के लक्षणों को दूर करने में भी मदद मिलती है।


12. थायराइड हार्मोन को संतुलित करता है (Helpful in balancing thyroid hormones)

शरीर में थायराइड हार्मोन का संतुलित होना बहुत आवश्यक है, खासकर कि महिलाओं में क्योंकि महिलाएं ही थायराइड रोग की शिकार अधिकतर होती है। अगर शरीर में थायराइड हार्मोन संतुलित नहीं होंगे तो थायराइड रोग का जोखिम बढ़ जायेगा, पीरियड में ब्लीडिंग कम होगी या पीरियड अनियमित हो जायेगा, थकान और चिंता की समस्या जन्म लेगी आदि। ऐसे में अश्वगंधा चूर्ण का नियमित सेवन करके महिलाएं शरीर में थायराइड हार्मोन को भी संतुलित कर सकती हैं।

यह खासकर कि उस परिस्थिति में फायदेमंद होता है जब शरीर में थायराइड हार्मोन का उत्पादन कम हो रहा हो, जिसे hypothyroidism भी कहा जाता है। इसके सेवन से थायराइड हार्मोन के स्तर में वृद्धि होती है लेकिन अगर आप hyperthyroidism की समस्या से जूझ रहे हैं तो इसका सेवन बिलकुल न करें क्योंकि पहले से ही बड़े हुए थायराइड हार्मोन के स्तर को यह ज्यादा बढ़ा देगा और समस्या विकट हो जायेगी। तो इस तरह आपने जाना कि अश्वगंधा के फायदे महिलाओं के लिए कैसे होता है।


13. वजन प्रबंधन में मदद कर सकता है (May be beneficial in weight management)

अगर आप एक महिला हैं और बड़े हुए वजन की समस्या से परेशान हैं तो नियमित रूप से अश्वगंधा का सेवन आपकी काफी मदद कर सकता है। यह एक तरफ जहां शरीर में muscle mass को बढ़ाता है तो वहीं body fat के स्तर को भी कम करता है। इससे वजन घटाने में मदद मिलती है और वजन प्रबंधन काफी आसान हो जाता है। अत्यधिक भोजन का सेवन करना भी वजन बढ़ने का एक मुख्य कारण होता है।

ऐसे में अगर आप नियमित रूप से अश्वगंधा का सेवन करती हैं तो आपको भूख कम लगती है और भोजन करने की इच्छा में कमी होती है। इससे वजन घटाने में मदद मिलती है, खासकर कि अगर आप जिम जाती हैं तो अश्वगंधा का सेवन वजन घटाने में आपकी काफी मदद करता है। उम्मीद है कि आप अश्वगंधा के फायदे महिलाओं के लिए क्या है समझ गए होंगे।


14. महिलाओं की लंबाई बढ़ाने में सहायक हो सकता है (Can increase body height)

महिलाओं के लिए अश्वगंधा लाभ हाइट के लिए भी मिल सकते हैं। अगर आप एक महिला हैं और अपनी लंबाई बढ़ाना चाहती हैं तो अश्वगंधा का नियमित सेवन आपकी इसमें कुछ हद तक मदद कर सकता है। परंतु आखिर अश्वगंधा खाने से हाइट कैसे बढ़ती है? आइए समझते हैं। जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया, अश्वगंधा का सेवन शरीर में तनाव के स्तर को कम करता है।

इसके अलावा, यह शरीर में हार्मोन्स के स्तर को भी नियंत्रित करता है और उन्हें संतुलित करने में मदद करता है। अश्वगंधा को हड्डियों के समग्र स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद माना गया है। ये सभी फायदे सीधे तौर पर शरीर की लंबाई पर असर डालते हैं। यानि अश्वगंधा मानव विकास हार्मोन के स्तर को प्रभावित करके, तनाव को कम करके और हड्डियों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देकर ऊंचाई वृद्धि में सुधार कर सकता है। उम्मीद है आप अश्वगंधा के फायदे महिलाओं के लिए height कैसे बढ़ाता है, समझ गए होंगे।


अश्वगंधा का सेवन कैसे करें (How to consume Ashwagandha in Hindi)

आपने ऊपर विस्तार से जाना कि अश्वगंधा के फायदे महिलाओं के लिए क्या हैं। लेकिन उन फायदों को प्राप्त करने के लिए जरूरी है कि आप इस औषधि का सेवन भी सही ढंग से करें। अश्वगंधा के फायदे महिलाओं के लिए प्राप्त करने के लिए आपको इसके सेवन से जुड़ी निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखना चाहिए:

1. आपको रोजाना कम से कम 300 मिलीग्राम अश्वगंधा का सेवन दिन में दो बार करना चाहिए।
2. अश्वगंधा के सेवन की अवधि कम से कम 1 महीने होनी चाहिए, अधिकतम अवधि तय नहीं की गई है।
3. अश्वगंधा का सेवन भोजन करने के पश्चात ही किया जाना चाहिए, ताकि पेट में कोई गड़बड़ी न हो।
4. महिलाओं के लिए अश्वगंधा के फायदे प्राप्त करने के लिए इसका सेवन गाय के दूध के साथ करना फायदेमंद माना गया है। हालांकि इसका सेवन पानी के साथ भी किया जा सकता है।
5. अश्वगंधा के फायदे महिलाओं के लिए तभी प्राप्त होंगे जब आप बिना गैप के इसका सेवन करती हैं, कम से कम 2 महीनों तक।
6. हमेशा अच्छे ब्रांड के अश्वगंधा चूर्ण का ही सेवन करें।

      अश्वगंधा के साइड इफेक्ट्स क्या हैं (What are the side effects of Ashwagandha)

      आमतौर पाए अश्वगंधा का सेवन पूरी तरह सुरक्षित है क्योंकि यह एक आयुर्वेदिक औषधि है। इसका सेवन महिलाएं और पुरुषों दोनों ही कर सकते हैं। लेकिन अगर आप इसका सेवन सावधानीपूर्वक नहीं करते हैं या ओवरडोज लेते हैं तो आपको नीचे दिए गए साइड इफेक्ट्स दिखाई दे सकते हैं:

      • ‌पेट दर्द, दस्त और उल्टी
      • ‌अत्यधिक नींद आना
      • ‌ऑटोइम्यून बीमारियां (दुर्लभ)
      • ‌खुजली
      • ‌सांस लेने में दिक्कत
      • ‌रक्त शर्करा के स्तर में कमी

      अगर आप इन साइड इफेक्ट्स को अश्वगंधा के सेवन के पश्चात पाती हैं तो आपको सलाह दी जाती है कि तुरंत इसका सेवन बंद करें और अपने डॉक्टर को अवगत कराएं। साथ ही, अश्वगंधा का सेवन स्तनपान और गर्भवती महिलाओं को नहीं कराना चाहिए क्योंकि इसपर कोई भी शोध नही किया गया है इसलिए दुष्परिणाम हो सकते हैं।


      निष्कर्ष (Conclusion)

      अश्वगंधा एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसका सेवन पुरुषों और महिलाओं दोनों में समान रूप से फायदे पहुंचाते हैं। अश्वगंधा के फायदे महिलाओं के लिए भी हैं क्योंकि इसके सेवन से महिलाओं में इन्फर्टिलिटी की समस्या दूर होती है, प्रजनन स्वास्थ्य बेहतर होता है, सेक्स ड्राइव बेहतर होती है, पीएमएस और मेनोपॉज के लक्षण कम होते हैं, बाल झड़ना कम होता है और त्वचा का स्वास्थ्य सुधरता है। 

      लेकिन ध्यान रखें कि अश्वगंधा के जहां एक तरफ फायदे हैं तो इसके सेवन से कुछ साइड इफेक्ट्स भी दिखाई दे सकते हैं जैसे दस्त, उल्टी, पेट दर्द, खुजली आदि। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि इसका सेवन उचित मात्रा में करें और किसी भी साइड इफेक्ट्स के दिखाई देने पर डॉक्टर से संपर्क करें।


      अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (Frequently Asked Questions)

      1. क्या अश्वगंधा महिलाओं में वजन बढ़ाता है?

      अश्वगंधा के सेवन से वजन प्रबंधन में मदद मिलती है। इसके सेवन से muscle mass में बढ़ोत्तरी होती है तो वहीं body fat कम हो जाता है जिससे वजन को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। कुछ महिलाओं में यह वजन बढ़ाने का कारण हो सकता है।


      2. क्या महिलाओं को अश्वगंधा का सेवन करना चाहिए?

      महिलाओं को अश्वगंधा का सेवन अवश्य करना चाहिए क्योंकि इसके सेवन से महिलाओं में प्रजनन क्षमता बढ़ती है। साथ ही इसका सेवन महिलाओं में इन्फर्टिलिटी की समस्या दूर करता है, पीएमएस और मेनोपॉज के लक्षणों को कम करता है, शरीर में ऊर्जा का संचार करता है, बाल झड़ना कम करता है, हड्डियों को मजबूती मिलती है और तनाव से मुक्ति मिलती है।


      3. क्या अश्वगंधा महिलाओं में चेहरे के बाल बढ़ाता है?

      कुछ महिलाओं में अश्वगंधा के अधिक सेवन से टेस्टोस्टेरोन में वृद्धि हो सकती है जिससे चेहरे पर बाल उग सकते हैं। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि हमेशा उचित मात्रा में ही इसका सेवन करें।


      4. अश्वगंधा का सेवन कितनी मात्रा में करनी चाहिए?

      अश्वगंधा का चूर्ण आप रोजाना 300 मिलीग्राम दिन में दो बार सेवन कर सकते हैं। इसका सेवन हमेशा भोजन के साथ किया जाना चाहिए। कम से कम 2 महीने तक लगातार बिना गैप के इसका सेवन काफी फायदेमंद होता है।


      References

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      Dr. Shailendra Chaubey, BAMS

      Ayurveda Practioner

      A modern-day Vaidya with 11 years of experience. He is the founder of Dr. Shailendra Healing School that helps patients recover from chronic conditions through the Ayurvedic way of life.

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