गिलोय, औषधीय गुणों से युक्त ऐसी लता जिसका इस्तेमाल आपको कई बीमारियों से मुक्ति दिलाता है। बुखार, सर्दी जुखाम, खांसी, मधुमेह, पीलिया, बाल झड़ना, कब्ज, अस्थमा, कैंसर सहित अन्य कई ऐसे रोग हैं जिन्हें दूर करने में giloy ke fayde हैं। यह उन चुनिंदा पौधों में से है जिनके लगभग सभी भागों का इस्तेमाल किया जाता है यानि पत्ते, ताने और जड़ सभी इस्तेमाल में लाए जाते हैं।
गिलोय के फायदे शरीर के लिए ढेरों हैं और इस ब्लॉग में हम विस्तार से उन्हीं फायदों के बारे में आपको जानकारी देंगे। आप न सिर्फ giloy benefits in Hindi के बारे में जानेंगे बल्कि साथ ही इससे बनने वाले विभिन्न दवाएं, घरेलू नुस्खे की जानकारी भी आपको दी जाएगी।
गिलोय क्या है (What is Giloy in Hindi)
गिलोय जिसे टीनोस्पोरा कोर्डिफोलिया भी कहा जाता है, एक लता है जिसका उपयोग औषधीय कारणों से होता है। आयुर्वेद के मुताबिक यह कई स्वास्थ्य सम्बन्धित समस्याओं को दूर करता है जैसे बुखार, मधुमेह, पीलिया, कब्ज, बाल झड़ना, कैंसर आदि। इसके पत्ते पान के पत्तों की तरह होते हैं जिसमें पीले फूल लगते हैं।
आमतौर पर गिलोय की लता भारत, नेपाल, श्रीलंका, मलेशिया, इंडोनेशिया, थाइलैंड में पाया जाता है। इसके तने लंबे और बेलनाकार होते हैं। इसके फल देखने में छोटे और गोल होते हैं। आप इसकी तस्वीर को ऊपर फीचर्ड इमेज में भी देख पा रहे होंगे।
गिलोय के फायदे क्या हैं (Giloy Ghanvati ke Fayde)
अब हम विस्तारपूर्वक Giloy Benefits in Hindi पर बात करेंगे। इसके जितने भी फायदे हम आपको नीचे बताने जा रहे हैं, यह पूरी तरह से evidence based हैं और आधुनिक चिकित्सा विज्ञान ने भी इन फायदों की पुष्टि की है।
1. गिलोय के फायदे इम्यूनिटी के लिए (Giloy boosts immunity)
अगर आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता यानि इम्यूनिटी को मजबूत करना चाहते हैं तो गिलोय का सेवन कर सकते हैं। जब आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी तो संक्रमण से आपको मुक्ति मिलेगी और साथ ही आप कई बड़ी और गंभीर बीमारियों से भी बचे रहेंगे। गिलोय में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीवायरल गुण मौजूद होते हैं, ये सभी गुण रोग प्रतिरोधक प्रणाली को बेहतर करने के लिए जरूरी होते हैं।
इसके साथ ही, गिलोय को श्वेत रक्त कोशिकाओं जिन्हें आप अंग्रेजी में व्हाइट ब्लड सेल्स भी कहते हैं, के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण माना गया है। ये कोशिकाएं सीधे संक्रमण से लड़ती हैं और आपके शरीर की रक्षा करती हैं। इसके पश्चात, गिलोय शरीर में साइटोकिन्स के उत्पादन को भी बढ़ाता है जोकि हमारे इम्यून सिस्टम को नियंत्रित करने वाले हार्मोन होते हैं।
2. गिलोय के फायदे सर्दी जुखाम में (Giloy helps in getting rid of cold and cough)
अगर आप सर्दी जुखाम से परेशान हैं तो हम आपको एक बार गिलोय का सेवन करने की सलाह देंगे। जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया, गिलोय हमारी इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है जिससे सर्दी जुखाम के संक्रमण से लड़ने में मदद मिलती है। इसके पश्चात गिलोय में सूजन रोधी गुण भी होते हैं जोकि सर्दी जुखाम में हुए सूजन को कम करते हैं जिससे खराश और नाक बहने में भी राहत मिलती है।
इसके अलावा, गिलोय में एंटी-वायरल और एंटी-बैक्टीरियल गुण भी होते हैं। ये गुण गिलोय को एक सुपरपावर हर्ब बनाते हैं क्योंकि ये गुण बैक्टीरिया और वायरस का खात्मा करते हैं। सर्दी जुखाम की समस्या के लिए बैक्टीरिया और वायरस ही जिम्मेदार होते हैं जिनका खात्मा करके गिलोय सर्दी जुखाम से राहत दिलाता है।
3. पीलिया में गिलोय के फायदे (Benefits of Giloy in jaundice)
पीलिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर के सभी vital parts जैसे आंखें, त्वचा पीले पड़ जाते हैं और मूत्र का रंग भी पिला हो जाता है। इस बीमारी का कारण है बिलीरुबिन, जिसका स्तर अगर रक्त में बढ़ जाए तो आपको पीलिया रोग हो सकता है। इस परिस्थिति में गिलोय जूस के फायदे होते हैं, जिसका सेवन करके आप पीलिया से मुक्ति पा सकते हैं।
जब आप गिलोय जूस का सेवन करते हैं तो यह आपके शरीर में मौजूद रक्त को शुद्ध करता है। रक्त शुद्धि से रक्त का प्रवाह बेहतर हो जाता है और बिलीरुबिन का स्तर भी कम हो जाता है। साथ ही, गिलोय में एंटी-हेपेटोटॉक्सिक गुण पाए जाते हैं जोकि लीवर के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है। ऐसे में, आप गिलोय जूस के सेवन से लीवर के कार्यों में सुधार कर सकते हैं जिससे बिलीरुबिन के स्तर को कम करने में मदद मिलेगी।
4. डायबिटीज की बीमारी में मददगार है गिलोय (Giloy is helpful in diabetes)
डायबिटीज की बीमारी में भी गिलोय काफी सहायक भूमिका निभाता है। रोजाना गिलोय का रस पीने से डायबिटीज के लक्षणों में कमी आती है। इसका कारण है गिलोय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण जो इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाते हैं जिससे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है। इसके साथ ही, गिलोय ग्लूकोज के अवशोषण को भी कम करती है।
गिलोय में एंटी-ग्लाइसेमिक गुण पाए जाते हैं जिससे ग्लूकोज के अवशोषण को कम करते हैं और इस वजह से ब्लड शुगर का लेवल नियंत्रित होता है। लीवर को स्वस्थ रखने के लिए आप रोजाना एक गिलास गिलोय जूस का सेवन कर सकते हैं।
5. गिलोय आयु बढ़ाने में भी है सहायक (Giloy is also helpful in increasing lifespan)
हम सभी अपनी बढ़ती उम्र को रोकना चाहते हैं, इसके प्रोसेस को धीमा करना चाहते हैं या यूं कहें कि उम्र बढ़ने के लक्षणों को दूर करना चाहते हैं। इसके लिए आपको हजारों खर्च करने की आवश्यकता नहीं है बल्कि रोजाना सुबह योग के साथ ही, खाली पेट आप एक गिलास गिलोय के जूस का सेवन कर सकते हैं। रोजाना सिर्फ एक गिलास गिलोय का जूस आयु बढ़ने के लक्षणों को कम करता है।
साथ ही, यह aging process को भी धीमा करता है जिससे आप लंबे समय तक जवान दिखते हैं। इसका कारण है इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-एजिंग गुण जोकि उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने में मदद करते हैं और आपकी उम्र को रोकने का कार्य करते हैं।
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6. रक्तचाप के नियंत्रण में गिलोय सहायक (Giloy helpful in controlling blood pressure)
अगर आप उच्च रक्तचाप की समस्या से जूझ रहे हैं तो गिलोय का सेवन इस परिस्थिति में आपकी मदद कर सकता है। उच्च रक्तचाप को नियंत्रित में रखने में giloy ke fayde प्राप्त करने के लिए आपको रोजाना खाली पेट सुबह के वक्त गिलोय पाउडर में शहद मिलाकर सेवन कर सकते हैं। यह मिश्रण उच्च रक्तचाप की समस्या को दूर कर सकता है।
दरअसल, गिलोय में एंटी-हाइपरटेंसिव गुण पाए जाते हैं। ये गुण शरीर में बड़े रक्तचाप को नियंत्रित करते हैं जिससे आप कई बड़े हृदय रोगों से बच जाते हैं जैसे हार्ट अटैक। अगर आप पहले से ही डायबिटीज की दवा ले रहे हैं तो इस मिश्रण के सेवन से पहले किसी डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।
7. गठिया रोग को दूर करता है गिलोय (Giloy cures arthritis)
अगर आप गठिया रोग से पीड़ित हैं तो गिलोय की मदद से समस्या को दूर कर सकते हैं। गठिया जिसे ओस्टियोपोरोसिस भी कहा जाता है एक ऐसी स्तिथि है जिसमे जोड़ों की हड्डियां और मांसपेशियों में दर्द होता है, जकड़न आती है और चलना फिरना मुश्किल हो जाता है। साथ ही हड्डियां इतनी कमजोर हो जाती हैं कि तेज खांसी या छींक भी उन्हें तोड़ सकती हैं।
यह बेहद ही खतरनाक परिस्थिति होती है जिससे छुटकारा पाने के लिए आप गिलोय की मदद ले सकते हैं। रोजाना सुबह शाम आप गिलोय का काढ़ा बनाकर अगर पीते हैं तो गठिया रोग में राहत मिल सकती है। इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जिससे दर्द और सूजन से राहत मिलती है।
8. कैंसर से बचाव करता है गिलोय पाउडर (Giloy powder protects from cancer)
कैंसर एक बेहद ही खतरनाक और जानलेवा बीमारी है जिसके चपेट में आने से हर वर्ष हजारों लाखों लोग अपनी जानें गंवा देते हैं। कैंसर कई प्रकार का होता है लेकिन आधुनिक चिकित्सा में अभी काफी कम कैंसर के इलाज की ही खोज हो सकी है। आयुर्वेद गिलोय को कैंसर के इलाज में काफी प्रभावी मानता है, आधुनिक चिकित्सा ने भी गिलोय का कैंसर पर प्रभाव को स्टडी किया है जिसमें सकारात्मक परिणाम मिले हैं।
इसका कारण है इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट गुण जोकि न सिर्फ हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली की रक्षा करते हैं बल्कि कैंसर से भी लड़ते हैं। गिलोय एपोप्टोसिस को उत्तेजित करके और एपिथेलियल-मेसेनकाइमल संक्रमण को कम करके खुराक पर निर्भर तरीके से मौखिक कैंसर कोशिकाओं को रोकता है। इसके लिए आप रोजाना रात को सोते समय दूध में गिलोय पाउडर को मिलाकर सेवन कर सकते हैं।
9. पाचन तंत्र को सुधारने में गिलोय के फायदे (Benefits of Giloy in improving digestive system)
अगर आप पाचन शक्ति को सुधारना चाहते हैं तो गिलोय के रस या पाउडर का इस्तेमाल जरूर करें। अगर हमारा पाचन तंत्र स्वस्थ नहीं रहता है तो हम हजारों बीमारियों के शिकार हो जाते हैं क्योंकि ठीक से भोजन का न पच पाना, शरीर को सही तरीके से पोषक तत्व न मिल पाना अवश्य ही बिमारियों को जन्म देगा।
इस परिस्थिति में गिलोय में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करते हैं और पाचन तंत्र को नुकसान से बचाते हैं। साथ ही, शोध बताते हैं कि गिलोय पाचन एंजाइमों के उत्पादन में भी वृद्धि करता है जिससे भोजन का पाचन बेहतर होता है और पोषक तत्वों का अवशोषण बढ़ता है।
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10. त्वचा को निखार देती है गिलोय जूस (Giloy juice also helps in improving the skin)
अगर आप अपनी त्वचा को निखारना चाहते हैं तो रोजाना गिलोय जूस का सेवन कर सकते हैं। अपने जीवनकाल में हम सभी कभी न कभी मुंहासे, एक्जिमा, त्वचा के कालेपन जैसी समस्याओं से जूझते हैं लेकिन इन समस्याओं को दूर करने के लिए आप आयुर्वेद की मदद ले सकते हैं। आयुर्वेद के मुताबिक, इन सारी समस्याओं को दूर करने में गिलोय काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जोकि सूजन को कम करते हैं और मुक्त कणों से त्वचा की रक्षा करते हैं।
इसके साथ ही, गिलोय त्वचा को हाइड्रेट करने यानी नमी बनाए रखने में भी कारगर माना गया है। इसके नियमित इस्तेमाल से त्वचा चिकनी और मुलायम बनती है। साथ ही, यह त्वचा को घावों को भी ठीक करता है जिससे खुजली और जलन में राहत मिलती है।
11. गिलोय के फायदे बालों के लिए (Benefits of Giloy for Hair in Hindi)
दोमुंहे बाल, रूखे बाल, झड़ते बाल, रूसी जैसी न जाने कितनी ही बालों की समस्या से एक बड़ी आबादी जूझ रही है। खासतौर पर रूसी और बालों का झड़ना तो एक आम बात हो गया है और धीरे धीरे हम hairfall capital बनने की तरफ आगे बढ़ते जा रहे हैं। इस विकट परिस्थिति में भी गिलोय आपकी मदद कर सकता है। इसका कारण है इसमें मौजूद एंटी डैंड्रफ गुण, जोकि रूसी का खात्मा करता है।
इसके साथ ही, यह एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर है जो मुक्त कणों के कारण होने वाले रोम क्षति की मरम्मत करके बालों को पुनर्जीवित करने में मदद करता है। गिलोय अपने रसायन (कायाकल्प) गुणों के कारण बालों के विकास में भी मदद करता है। ऐसे में आप गिलोय और नारियल तेल का मिश्रण बनाकर सप्ताह में दो बार अपने बालों पर इस्तेमाल करके बालों से जुड़ी समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं।
12. तनाव और चिंता को कम करने में गिलोय के फायदे (Giloy reduces stress and anxiety)
Giloy ke fayde in Hindi की सूची में अगला फायदा है तनाव और चिंता में कमी का। जी हां, अगर आप गिलोय का नियमित रूप से सेवन करते हैं तो चिंता और तनाव से भी मुक्ति मिलती है और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है। गिलोय में एडाप्टोजेनिक गुणों की मौजूदगी तंत्रिकाओं को शांत करने में मदद करती है और तनाव से राहत देने वाले हार्मोन को बढ़ावा देती है।
आपको यह पता होना चाहिए कि तनाव और चिंता को दूर करने वाली दवाएं, जो डॉक्टर हमें प्रेस्क्राइब करते हैं, उनमें गिलोय की मौजूदगी होती है। तो ऐसे में, गिलोय का सेवन आपको अवश्य ही नियमित रूप से करना चाहिए। आप रोजाना एक गिलास पानी में एक चम्मच गिलोय पाउडर मिलाकर खाली पेट सेवन कर सकते हैं।
13. अस्थमा को दूर रखता है गिलोय (Giloy keeps asthma away)
अस्थमा, एक ऐसी बीमारी जिसमें हमारे सांस लेने की नली अवरुद्ध हो जाती है जिससे सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। अस्थमा के रोगियों को सांस लेने में दिक्कत होती है, गले में जलन और सीने में जकड़न की समस्या हो जाती है। गिलोय इस समस्या में भी आपका हमसफर बन सकता है और इस समस्या से आपको निजात दिला सकता है। कारण? एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण जोकि गिलोय में मौजूद होते हैं।
यह गुण गले में मौजूद सूजन को दूर करता है जिससे वायुमार्ग यानि श्वास नली खुलती है और सांस लेने में आसानी होती है। साथ ही, इसके इसी गुण के कारण गंभीर खांसी की समस्या में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।
गिलोय के औषधीय गुण क्या हैं (What are the medicinal properties of Giloy)
गिलोय एक औषधीय लता है जिसमें कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स गुण होने के साथ ही, एंटी कैंसर गुण भी होते हैं जिससे कैंसर से रक्षा होती है। नीचे आप टेबल में देख सकते हैं कि गिलोय के औषधीय गुण कौन से हैं और उनसे क्या फायदे होते हैं।
औषधीय गुण |
फायदे |
इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है |
शरीर को संक्रमण से बचाता है, टीबी, कैंसर, और अन्य बीमारियों से लड़ने में मदद करता है |
एंटीऑक्सीडेंट गुण |
फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाता है, कैंसर और अन्य बीमारियों के जोखिम को कम करता है |
एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण |
सूजन को कम करता है, जोड़ों के दर्द, गठिया, और अन्य सूजन संबंधी बीमारियों में राहत देता है |
एंटी-वायरल गुण |
वायरल संक्रमण से बचाता है, सर्दी, जुकाम, और अन्य वायरल बीमारियों के इलाज में मदद करता है |
एंटी-बैक्टीरियल गुण |
बैक्टीरियल संक्रमण से बचाता है, मूत्र संक्रमण, निमोनिया, और अन्य बैक्टीरियल बीमारियों के इलाज में मदद करता है |
कैंसर रोधी गुण |
कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकता है, कैंसर के इलाज में मदद करता है |
कब्ज और अपच को ठीक करता है |
पाचन तंत्र को मजबूत करता है, कब्ज और अपच को ठीक करता है |
तनाव और थकान को कम करता है |
मस्तिष्क को शांत करता है, तनाव और थकान को कम करता है |
त्वचा और बालों के स्वास्थ्य में सुधार करता है |
त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाता है, बालों को मजबूत और घना बनाता है |
तो इस तरह आपने देखा कि गिलोय के औषधीय गुण क्या हैं और उनसे शरीर को क्या फायदे होते हैं। आगे हम विस्तार से giloy ke fayde पर बात करेंगे और साथ ही इसके विभिन्न उपयोगों पर भी बात करेंगे।
गिलोय घनवटी के फायदे और नुकसान (Benefits and disadvantages of Giloy Ghanvati)
फायदे:
गिलोय घनवटी टेबलेट रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक है और खांसी, बुखार, और सर्दी को कम करती है। इसमें शक्तिशाली कायाकल्प और प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले गुण होते हैं, जो शरीर को संक्रमणों से बचाते हैं। इसके नियमित सेवन से श्वसन प्रणाली में सुधार होता है और यह खांसी, अस्थमा, और सीओपीडी जैसी श्वसन समस्याओं को प्रबंधित करने में भी मदद करता है। इसके अलावा, गिलोय घनवटी टेबलेट मधुमेह, गठिया, और पाचन समस्याओं के प्रबंधन में भी सहायक होती है।
नुकसान:
हालांकि गिलोय घनवटी टेबलेट आमतौर पर सुरक्षित मानी जाती है, लेकिन कुछ लोगों को इसके सेवन से एलर्जी, खुजली, या उल्टी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, अगर आप पहले से ही किसी दवा का सेवन कर रहे हैं, तो इसे लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए, क्योंकि यह दवाओं के साथ रिएक्ट कर सकता है और ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है।
गिलोय का सेवन करने की विधियां (Ways to consume Giloy)
गिलोय यानी Guduchi in Hindi का सेवन करने की कई विधियां हैं जिनके बारे में आप नीचे पढ़ सकते हैं। इसे आप शारीरिक फायदों के लिए कई तरीकों से इस्तेमाल में ला सकते हैं, जैसे इसका जूस, चूर्ण और काढ़ा। साथ ही, इसके लेप और हेयर मास्क की भी तैयार किया जाता है।
1. गिलोय का जूस (Giloy juice)
गिलोय जूस के फायदे हमने पहले ही आपको ऊपर विस्तार से बता दिए हैं। अब आइए जान लेते हैं कि इसे आप कैसे बना सकते हैं। आसान है, इसके लिए आपको चाहिए होगा गिलोय के पत्ते और एक से डेढ़ गिलास पानी। अब आप पत्तों की अच्छे से धोकर उन्हें धोकर पीस लें और फिर पानी में मिला लें। इसके बाद इस जूस को छानकर इसे पी सकते हैं। स्वाद के लिए इसमें थोड़ा सा गुड़ मिलाया जा सकता है।
गिलोय जूस की रेसिपी के लिए यहाँ क्लिक करें।
2. गिलोय का पाउडर (Giloy powder)
दूसरा तरीका है इसके पाउडर के सेवन करने का। इसके लिए आप गिलोय की जड़ों को पीसकर उसका चूर्ण बना सकते हैं और फिर इस चूर्ण को रोजाना दूध या पानी के साथ खा सकते हैं। साथ ही, इसके औषधीय गुणों को बढ़ाने के लिए आप आधा चम्मच गिलोय चूर्ण और आधा चम्मच शहद मिलाकर भी खा सकते हैं।
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3. गिलोय का काढ़ा (Giloy decoction)
तीसरा रास्ता है गिलोय का काढ़ा बनाने का। आप गिलोय, काली मिर्च, गुण और हल्दी के मिश्रण से काढ़ा तैयार कर सकते हैं और सप्ताह में कम से कम दो से तीन बार इसका सेवन कर सकते हैं। खासतौर पर यह आपके पाचन तंत्र और अस्थमा में काफी फायदेमंद साबित होगा।
गिलोय काढ़ा की रेसिपी के लिए यहाँ क्लिक करें।
4. गिलोय पेस्ट (Giloy paste)
अंतिम तरीका है इसका पेस्ट बनाने का। आप गिलोय के चूर्ण में शहद मिलाकर इसका पेस्ट तैयार कर सकते हैं। इस पेस्ट को फिर आप बालों पर लगा सकते हैं जिससे रूसी से छुटकारा मिलेगा और बाल भी तेजी से विकसित होंगे।
गिलोय पेस्ट की रेसिपी के लिए यहाँ क्लिक करें।
हालांकि, इसके बजाय आप Traya Hair Test भी दे सकते हैं। क्यों? क्योंकि बालों का झड़ना, रूसी, दुमुन्हे बाल जैसी समस्याओं के कई कारण होते हैं और इसलिए इस फ्री टेस्ट की मदद से आप जानेंगे कि समस्या का सही कारण क्या है और फिर हेयर केयर एक्सपर्ट्स आपको सोल्यूशन भी सुझाएंगे।
गिलोय के दुष्परिणाम क्या हैं (What are the side effects of Giloy)
गिलोय के साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं अगर आपने इसका इस्तेमाल सही ढंग से नहीं किया तो। साथ ही, हम सभी का शरीर अलग अलग होता है और इसलिए हर पदार्थ का प्रभाव भी हमारे शरीर पर अलग तरीके से होता है। तो ऐसे में गिलोय से आपको एलर्जी भी ही सकती है।
गिलोय के नुकसान कुछ इस प्रकार हैं:
- ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है
- गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक हो सकता है
- स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए हानिकारक हो सकता है
- दवाओं के साथ प्रतिक्रिया कर सकता है
- एलर्जी जैसे खुजली और उल्टी हो सकती है
तो ऐसे में गिलोय के नुकसान से बचने के लिए आपको क्या करना चाहिए। चलिए जानते हैं:
- इसका सेवन हमेशा उचित मात्रा में ही करें
- अगर कोई अन्य दवा ले रहे हैं तो पहले डॉक्टर से परामर्श लें
- एलर्जी होने पर तुरंत सेवन छोड़ें
निष्कर्ष (Conclusion)
अगर आप अस्थमा, कैंसर, मधुमेह, सर्दी खांसी जुखाम, बुखार, गठिया जैसे रोगों से शरीर की रक्षा करना चाहते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत करना चाहते हैं तो giloy ke fayde in hindi का इस्तेमाल जरूर करना शुरू कर दें। गिलोय आपकी त्वचा में भी रंगत लाता है और बालों की समस्याओं से भी छुटकारा दिलाता है।
अगर आपके पास गिलोय का पौधा मौजूद नहीं है तो आप गिलोय टेबलेट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। यह आपको आसानी से दवा की दुकानों या आयुर्वेद सेंटर पर मिल जायेगा। गिलोय टेबलेट के फायदे भी गिलोय के अन्य सेवन विधियों की तरह ही हैं। हालांकि कुछ परिस्थितियों में इसकी वजह से नुकसान भी हो सकता है। उम्मीद है आप giloy ke fayde ब्लॉग से इसके सभी फायदों के बारे में विस्तार से जान चुके होंगे।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (Frequently Asked question)
1. गिलोय के लाभ क्या हैं और यह किस प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं में सहायक है?
गिलोय अस्थमा, कैंसर, डायबिटीज, गठिया, मानसिक रोग, सर्दी खांसी जुखाम आदि बीमारियों से शरीर की रक्षा करता है, इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और साथ ही, बालों और त्वचा की भी देखरेख करता है।
2. गिलोय का सेवन खाली पेट करने के लाभ और सावधानियां क्या हैं?
गिलोय का सेवन खाली पेट करने से पाचन तंत्र सुधरता है, शरीर में एनर्जी आती है, इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है और साथ ही तनाव से मुक्ति मिलती है। लेकिन खाली पेट इसके सेवन से पहले आपको किसी आयुर्वेद चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए क्योंकि इसके कुछ दुष्परिणाम जैसे उल्टी, खुजली, ब्लड प्रेशर में कमी की समस्या हो सकती है।
3. लंबे समय तक गिलोय का सेवन करने के संभावित परिणाम क्या हैं?
अगर आप लंबे समय तक गिलोय का सेवन करते हैं तो पाचन स्वास्थ्य बेहतर होता है, इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है, मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है, हड्डियां मजबूत होती हैं, बालों का झड़ना कम होता है, त्वचा निखरती है और साथ ही, ब्लड प्रेशर भी नियंत्रित होता है।
4. गिलोय का उपयोग कैसे किया जाना चाहिए और इसके सेवन के लिए सबसे अच्छा समय क्या है?
गिलोय का उपयोग आप कई तरीकों से कर सकते हैं जैसे इसका काढ़ा बनाकर, जूस बनाकर या चूर्ण बनाकर। आप इसका हेयर मास्क भी तैयार करके बालों पर लगा सकते हैं। इसके सेवन का सबसे अच्छा समय सुबह है। रात को भी आप दूध में गिलोय चूर्ण मिलाकर सेवन कर सकते हैं।
5. गिलोय किसे नहीं खाना चाहिए?
अगर आप ब्लड प्रेशर की कमी से परेशान हैं तो इसका सेवन नहीं करना चाहिए। साथ ही, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी इसके सेवन से बचना चाहिए क्योंकि यह खतरनाक हो सकता है। जिन लोगों को इसके सेवन से एलर्जी होती है उन्हें भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
6. बवासीर में गिलोय के फायदे क्या हैं?
गिलोय में मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण प्रभावित स्थान पर सूजन को कम करते हैं। साथ ही, इसमें मौजूद एंटी बैक्टिरियल गुण बवासीर के संक्रमण को रोकने में मदद करते हैं। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट गुण भी पाया जाता है जिससे मलाशय के नसों की रक्षा होती है।
References
- Tinospora cordifolia: One plant, many roles: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3644751/
- Tinospora cordifolia (Giloy) - Therapeutic Uses and Importance: A review - ResearchGate: https://www.researchgate.net/publication/336556981_Tinospora_cordifolia_Giloy_-_Therapeutic_Uses_and_Importance_A_review
- Fifty years of research on Tinospora cordifolia: From botanical plant to functional ingredient in foods - ScienceDirect: https://www.sciencedirect.com/science/article/abs/pii/S0924224421005598