शतावरी का सेवन वर्षों से ढेरों स्वास्थ्य सम्बन्धित समस्याओं को दूर करने और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए किया जाता रहा है। इसके सेवन से जहां पुरुषों में स्वप्नदोष दूर होता है, लो स्पर्म काउंट में वृद्धि होती है, कामेच्छा बढ़ती है, रक्त शर्करा नियंत्रित होती है तो महिलाओं में यह प्रजनन क्षमता बढ़ाता है, पीसीओएस के लक्षणों को दूर करता है, लो लिबिडो की समस्या दूर करता है। यानि पुरुषों और महिलाओं दोनों को Shatavari Benefits in Hindi समान रूप से प्राप्त होते हैं।
शतावरी का इस्तेमाल बालों के विकास और नए बाल उगाने के लिए भी किया जाता है। हम बखूबी इस बात को समझते हैं इसलिए Hair Ras को तैयार करने में आंवला, अर्जुन, भृंगराज, गुडुची के साथ साथ शतावरी का भी इस्तेमाल करते है। इसके सेवन से आप बाल झड़ने, बालों का विकास न होने या समय से पहले बाल पकने की समस्या में फायदे प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, अगर आप तेजी से बाल झड़ने से परेशान हैं तो Free Hair Test अवश्य दें।
शतावरी क्या है (Shatavari in Hindi)
शतावरी एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसे शतावर, सतावरी, सतमुल और सतमुली के नाम से भी जाना जाता है। खासतौर पर हिमालय के क्षेत्रों में उगने वाला यह पौधा कई स्वास्थ्य फायदों के लिए लोकप्रिय है। इसका उपयोग खासतौर पर स्त्री रोगों को दूर करने के लिए, कमजोरी, मधुमेह, यौन स्वास्थ्य को बेहतर करने के लिए किया जाता है। शतावरी के फायदे महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए समान हैं।
खासतौर पर अगर आप एक महिला हैं और low sex drive, PCOS, PMS, Irregular periods की समस्या से परेशान हैं तो यह औषधि विशेष रूप से आपके लिए फायदेमंद है। इसके सेवन से स्तनपान कराने वाली महिलाओं में दूध का उत्पादन बढ़ता है, माहवारी के दौरान तेज दर्द से मुक्ति मिलती है, यौन इच्छा में वृद्धि होती है। तो वहीं इसके फायदे पुरुषों के लिए भी हैं। आइए विस्तार से जानते हैं कि महिलाओं और पुरुषों के लिए शतावरी के फायदे क्या हैं।
शतावरी चूर्ण के फायदे (Shatavari Benefits In Hindi)
शतावरी का नियमित सेवन महिलाओं में स्तन में दूध का उत्पादन बढ़ाता है, अनियमित पीरियड की समस्या दूर करता है, पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है, यौन इच्छा में बढ़ोत्तरी करता है, शरीर में हार्मोन्स का स्तर रेग्यूलेट करता है, स्तन के आकार में वृद्धि करता है तो वहीं पुरुषों में शतावरी टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन को बढ़ाता है, कामोत्तेजना में वृद्धि करता है, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या दूर करता है, वजन बढ़ाने में मदद करता है और साथ ही स्पर्म की संख्या भी बढ़ाता है।
1. स्तन में दूध उत्पादन बढ़ाता है (Increases milk production in lactating women)
स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए शतावरी किसी वरदान से कम नहीं है। एक सर्वेक्षण के अनुसार, भारत में 50% स्तनपान कराने वाली माताओं का कहना है कि उन्हें स्तनपान कराते समय शारीरिक कठिनाइयाँ होती हैं जिसमें स्तन में दूध का कम होना भी शामिल है। नवजात शिशुओं के लिए शुरुआती वर्ष मां का दूध बेहद आवश्यक होता है क्योंकि यही उनके शरीर की नींव रखता है और शुरुआती दिनों में उन्हें मजबूत बनाता है।
महिलाओं में दूध उत्पादन के लिए Prolactin जिम्मेदार होता है तो ऐसे में अगर आप एक महिला हैं और नियमित रूप से शतावरी का सेवन करती हैं तो यह आपके शरीर में Prolactin की मात्रा में इजाफा करता है। साथ ही शतावरी को galactagogue भी कहा जाता है, जोकि एक प्राचीन जड़ी-बूटी है जिसका उपयोग आमतौर पर भारत और चीन में स्तनपान में सहायता के लिए किया जाता है।
2. स्पर्म काउंट में वृद्धि करता है (Increases sperm count)
जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया, शतावरी के फायदे पुरुषों के लिए भी हैं। अगर आप एक पुरुष हैं तो शतावरी का नियमित सेवन स्पर्म काउंट को बढ़ाने में मदद करता है जोकि प्रजनन के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है। High Sperm count वाले पुरुषों में कम शुक्राणु संख्या वाले पुरुषों की तुलना में स्वाभाविक रूप से महिला में गर्भ धारण करने की अधिक संभावना होती है। WHO के मुताबिक, हर एक मिलीलीटर वीर्य में 1 मिलियन शुक्राणु होना स्वस्थ है।
ऐसे में शतावरी का सेवन एक स्वस्थ वीर्य (semen) का निर्माण करता है जिससे प्रेगनेंसी की संभावना बढ़ जाती है। इसके आमतौर पर दो कारण होते हैं। पहला है कि इसके नियमित सेवन से शरीर में हार्मोन्स जैसे टेस्टोस्टेरोन रेग्यूलेट होता है। दूसरा यह कि शतावरी को एंटीऑक्सीडेंट्स गुणों से भरपुर माना गया है जो मुक्त कणों और ऑक्सीडेटिव तनाव से होने वाले क्षति से स्पर्म की रक्षा करता है।
3. यौन इच्छा बढ़ाता है (Increases sexual desire in women and men)
शतावरी को महिलाओं और पुरुषों दोनों में यौन इच्छा को बढ़ाने में कारगर माना गया है। मानव जीवन में कई ऐसे बदलाव निरंतर आते रहते हैं जिससे यौन इच्छा में कमी देखने को मिलती है, इससे निजी जिंदगी प्रभावित होती है और कई बार यह खराब रिलेशनशिप का कारण भी बनता है। ऐसे में शतावरी मदद कर सकता है। इसका कारण यह है कि शतावरी के सेवन से शरीर में हार्मोन्स रेग्यूलेट होता है। शरीर में हार्मोन्स का रेगुलेशन होना यौन इच्छा में वृद्धि करता है।
इसके अलावा, low libido का सबसे कारण होता है तनाव और चिंता। तनाव और चिंता को दूर करने में भी शतावरी मदद करता है और गुप्तांगों तक रक्त प्रवाह को तेजी से बढ़ाता है। इस तरह shatavari benefits in hindi पुरुषों और महिलाओं दोनों में सेक्सुअल डिजायर बढ़ाता है।
4. बाल झड़ने की समस्या दूर करता है (Removes the problem of hair fall)
बाल झड़ने की समस्या से सभी परेशान हैं, चाहे वह कोई जवान व्यक्ति हो, महिला हो या पुरुष हो। बाल झड़ने की समस्या के कई कारण होते हैं इसलिए सिर्फ शतावरी का सेवन करने की सलाह हम नहीं देते हैं। बल्कि आपको पहले Hair Test देना चाहिए जोकि बाल झड़ने के 20 से भी अधिक कारणों का विश्लेषण करके आपके बाल झड़ने के सटीक कारण का रिपोर्ट तैयार करता है। यह टेस्ट फ्री है और घर बैठे आप अपने स्मार्टफोन की मदद से मात्र 2 मिनट में पूरा भी कर सकते हैं।
शतावरी बाल झड़ने की समस्या में फायदेमंद है और इसलिए हम Hair Ras में भी इसका इस्तेमाल करते हैं। शतावरी को adaptogen माना जाता है जिससे यह तनाव की समस्या दूर करता है। तनाव को बाल झड़ने का सबसे मुख्य कारण माना गया है। इसके अलावा, विटामिन ए, बी कॉम्प्लेक्स, सी, ई और मैग्नीशियम, आयरन और जिंक जैसे खनिजों से भरपूर शतावरी बालों के रोम को मजबूत करता है। बालों के रोम मजबूत होने से बाल झड़ने की समस्या भी दूर होती है।
5. हार्मोन्स को संतुलित करता है (Helpful in balancing hormones)
हार्मोन्स का संतुलन शरीर में होना अतिआवश्यक है। असंतुलित हार्मोन्स की वजह से कई समस्याएं देखने को मिलती हैं जैसे बार बार मूड स्विंगस होना, थकान, रात में अत्यधिक पसीना आना, वजन तेजी से बढ़ना या घटना, कील मुंहासे आदि। हार्मोन्स का संतुलित रहना नियमित पीरियड लाने और बेहतर फर्टिलिटी के लिए भी आवश्यक होता है। ऐसे में शतावरी के फायदे हार्मोन्स को संतुलित करने का काम करते हैं।
दरअसल शतावरी में phytoestrogen पाया जाता है जोकि एस्ट्रोजन की तरह ही होता है, इसकी संरचना फीमेल सेक्स हार्मोन एस्ट्रोजन की ही तरह होती है। ऐसे में इसके सेवन से महिलाओं के शरीर में हार्मोन्स का असंतुलित होने वाली समस्या दूर होती है। इसके साथ ही यह मेनोपॉज के शुरुआती लक्षणों को दूर करने में भी फायदेमंद माना गया है।
6. पाचन तंत्र को स्वस्थ करता है (Strengthens the digestive system)
शतावरी का नियमित सेवन पाचन शक्ति बढ़ाने और पाचन तंत्र को तंदरुस्त रखने में भी मदद करता है। पाचन तंत्र हमारे पूरे शरीर के कार्य को प्रभावित करता है और इसलिए इसका स्वस्थ रहना महत्वपूर्ण हो जाता है। कहा जाता है कि खराब पाचन तंत्र ही 95% बीमारियों का कारण बनती है और ऐसे में इसका स्वस्थ रहना काफी जरुरी है। इसके स्वास्थ्य के लिए भी आप शतावरी का नियमित सेवन कर सकते हैं। शतावरी में ऐसे गुण पाए जाते हैं जिसके नियमित सेवन से पाचन सम्बन्धित दिक्कतें दूर होती हैं।
शतावरी एक शामक है, जिसका अर्थ है कि इसका mucous membranes पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। इससे अल्सर, गैस्ट्राइटिस और दस्त के लक्षणों से राहत पाने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा, शतावरी पाचन एंजाइम लाइपेज और एमाइलेज की गतिविधि को बढ़ाकर पाचन में सुधार करता है। लाइपेज वसा के पाचन में सहायता करता है जबकि एमाइलेज कार्बोहाइड्रेट के पाचन में मदद करता है।
7. इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है (Strengthens the immune system)
इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में भी शतावरी काफ़ी फायदेमंद है। इसके आमतौर पर दो कारण हैं, पहला है व्हाइट ब्लड सेल्स यानि सफेद रक्त कोशिकाओं के निर्माण में गति और दूसरा फाइटोकेमिकल्स। जब आप नियमित रूप से शतावरी का सेवन करते हैं तो शरीर में white blood cells का निर्माण तेज गति से होता है। सफेद रक्त कोशिकाएं इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
तो वहीं शतावरी का नियमित सेवन शरीर में phytochemicals को भी बढ़ाता है। शतावरी फाइटोकेमिकल्स का एक बड़ा स्रोत है। फाइटोकेमिकल्स पादप रसायन हैं जो अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं। शतावरी में मौजूद फाइटोकेमिकल्स इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
8. तनाव और चिंता को दूर करता है (Helpful in relieving stress and anxiety)
शतावरी का नियमित सेवन तनाव और चिंता का भी दुश्मन माना जाता है। चिंता और तनाव दो ऐसी स्थितियां जो मानव के सभी कार्यों को बाधित करने का कार्य करती हैं। इसकी वजह से बाल झड़ने लगते हैं, वजन तेजी से घटता या बढ़ता है, मोटापा की समस्या हो जाती है, ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, मानसिक स्वास्थ्य खराब हो जाता है और कई बार हार्ट अटैक आने और डिप्रेशन में जाने का जोखिम भी बढ़ जाता है। ऐसे में आपको रोजाना शतावरी के सेवन की सलाह दी जाती है।
आयुर्वेद के अनुसार, वात दोष शरीर और तंत्रिका तंत्र की सभी गतिविधियों और क्रियाओं को नियंत्रित करता है। चिंता का कारण मुख्यतः वात असंतुलन है। शतावरी वात को संतुलित करने में मदद करती है और नर्वस सिस्टम पर अच्छा प्रभाव भी डालती है। इसके अलावा, नियमित रूप से शतावरी का सेवन करने से मूड स्विंग से आसानी से निपटने में मदद मिल सकती है।
9. त्वचा को जवां और चमकदार बनाता है (Makes skin young and glowing)
त्वचा को जवां और चमकदार बनाने में भी शतावरी के फायदे (Shatavari Ke Fayde) हैं। इसके कई कारण हैं जैसे कि इसके सेवन से free radicals बेअसर हो जाते हैं जोकि शरीर की कोशिकाओं पर बुरा प्रभाव डालते हैं और उन्हें क्षति पहुंचाते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, शतावरी में वातकारक गुण हो सकते हैं, जिसका अर्थ है कि यह शुष्क त्वचा को शांत और मॉइस्चराइज करने में मदद कर सकता है। इससे त्वचा कोमल और मुलायम बनती है।
अध्ययनों से पता चलता है कि शतावरी में सैपोनिन मुक्त कण क्षति को कम करने और कोलेजन टूटने को रोकने में मदद कर सकता है, जिससे संभावित रूप से कम झुर्रियाँ होती हैं और त्वचा की लोच में सुधार होता है। त्वचा को स्वस्थ और सुंदर बनाए रखने के लिए आपको सलाह दी जाती है कि रोजाना 500 मिलीग्राम शतावरी का सेवन दूध में मिलाकर करें।
10. इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या को दूर कर सकता है (Eliminates erectile dysfunction problem)
शतावरी के फायदे पुरुषों के लिए भी उल्लेखनीय हैं क्योंकि इसके नियमित सेवन से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या को दूर करने में मदद मिलती है। इरेक्टाइल डिस्फंक्शन यानि स्तंभन दोष एक ऐसी समस्या है जिसमें लिंग (penis) में रक्त प्रवाह बेहतर न होने की वजह से संभोग के दौरान बढ़िया इरेक्शन पाने में दिक्कत होती है। ऐसे में आप शतावरी और अश्वगंधा का एक साथ सेवन करके इस समस्या का हमेशा हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं।
शतावरी के नियमित सेवन से शरीर में तनाव कम होता है। तनाव स्तंभन दोष का एक बड़ा कारण है। इसके अलावा, शतावरी के नियमित सेवन से जननांगों तक रक्त का प्रवाह भी तेजी से होता है। इससे संभोग के दौरान उत्तेजना में मदद मिलती है और बढ़िया इरेक्शन मिलता है। इसके अलावा बढ़िया खानपान और अच्छी लाइफस्टाइल भी इस समस्या को दूर करने के लिए जरूरी है।
11. वजन बढ़ाने में मदद करता है (Asparagus is helpful in increasing weight)
शतावरी को वजन बढ़ाने के लिए भी कारगर माना गया है। अगर आप दुबले पतले हैं और अपने वजन को बढ़ाना चाहते हैं तो शतावरी का नियमित सेवन दूध के साथ करना शुरू कर दें। लेकिन ऐसा नहीं है कि यह वजन बढ़ाने के फायदे को प्रत्यक्ष रूप से प्रदान करता है बल्कि स्वस्थ वजन बढ़ाने के सभी कारकों को बढ़ावा देता है। उदहारण के तौर पर यह तनाव को कम करता है जोकि शरीर के वजन और समग्र स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डालता है।
इसके अलावा, यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और चयापचय यानि मेटाबॉल्सिम को भी तेज करता है जिससे आपको अधिक भूख लगती है। यह एक अच्छी प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाए रखने में भी मदद करता है जो बाहरी या आंतरिक संक्रमण से लड़ने में मदद करता है जो वजन घटाने का कारण हो सकता है। इस तरह शतावरी का नियमित सेवन अप्रत्यक्ष रूप से ही सही वजन बढ़ाने में मदद करता है।
12. PMS के लक्षणों को कम करता है (Reduces PMS symptoms)
शतावरी को पीएमएस के लक्षणों से लड़ने में भी काफ़ी कारगर पाया गया है। PMS यानि Premenstrual Syndrome एक ऐसी स्तिथि है जिसमें पेट में तेज दर्द, पेट में मरोड़े, मूड बार बार बदलना, अधिक रक्तस्राव होना जैसी समस्याएं होती हैं। इस समस्या से एक बड़ी संख्या में लड़कियां जूझती हैं। शतावरी का नियमित सेवन पीएमएस के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।
यह एक सूजन-रोधी है जो tissues (ऊतकों) को आराम देने और शरीर में सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। शतावरी में Steroidal saponins मौजूद होते हैं जोकि माहवारी को नियंत्रित करते हैं और पीएमएस की समस्या को कम करते हैं। इसके अलावा, यह शरीर पर Antispasmodic effect भी डालता है जिसकी वजह से ऐंठन और सूजन में कमी आती है।
13. टेस्टोस्टेरोन के स्तर में वृद्धि करता है (Increases testosterone levels)
शतावरी के फायदे पुरुषों के लिए हैं क्योंकि यह पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के स्तर की बढ़ाने का कार्य करता है। टेस्टोस्टेरोन एक male sex hormone है जो पुरुषों के शारीरिक विकास में मदद करता है, शरीर को ताकतवर बनाता है, आवाज और शारीरिक बनावट के लिए जरूरी है, यौन इच्छा को रेग्यूलेट करता है आदि। कुल मिलाकर पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा संतुलित होनी बहुत ही आवश्यक है क्योंकि यह फर्टिलिटी पर भी असर डालता है।
ऐसे में अगर आप एक पुरुष हैं तो आपको रोजाना शतावरी का सेवन करना चाहिए। शतावरी टेस्टोस्टेरोन के स्तर में सुधार करती है और कामेच्छा, जीवन शक्ति में सुधार और पुरुषों द्वारा अनुभव की जाने वाली कामुक संवेदनाओं को बढ़ाने के लिए स्वाभाविक रूप से काम करती है।
14. शरीर में रक्त शर्करा को नियंत्रित करती है (Important in controlling blood sugar)
रक्त शर्करा यानि blood sugar को नियंत्रित करने के लिए भी Shatavari benefits in Hindi है। खून में बढ़ा हुआ शुगर लेवल कई समस्याओं को जन्म देता है जैसे कि डायबिटीज, हार्ट अटैक आने की संभावना में वृद्धि, अंधापन, किडनी के कार्यों में बाधा होना, जोड़ों में दर्द होना और कई बार यह व्यक्ति की जान भी ले सकता है। ऐसे में अगर आप नियमित रूप से शतावरी का सेवन कार्य हैं तो इसका जोखिम कम होगा।
2007 के एक अध्ययन से पता चलता है कि शतावरी रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने में मदद कर सकती है। शतावरी इंसुलिन उत्पादन को उत्तेजित करके, आंतों में ग्लूकोज के अवशोषण को कम करके मदद कर सकती है। लेकिन ध्यान दें कि अगर आप पहले से blood sugar को कम करने की दवाएं ले रहे हैं तो शतावरी का सेवन कदापि न करें। Shatavari benefits in Hindi प्राप्त करके के लिए जरुरी है कि आप इन बातों को ध्यान रखें।
15. पथरी की समस्या में फायदेमंद हो सकता है (It may help treat kidney stones)
खानपान का सही ज्ञान न होने और अच्छी लाइफस्टाइल न अपनाने की वजह से बड़ी संख्या में लोग पथरी की समस्या से जूझ रहे हैं। गुर्दे की पथरी कठोर जमाव है जो आपके गुर्दे में बनती है। जैसे ही वे आपके मूत्र पथ से गुजरते हैं, वे असहनीय दर्द का कारण बन सकते हैं। यहां पर ध्यान देने वाली बात यह है कि गुर्दे की पथरी का मुख्य कारण अक्सर oxalates होते हैं जो कुछ भोज्य पदार्थों जैसे हरी पत्तेदार सब्जियाँ, सोया, बादाम, आलू, रूबर्ब, अनाज, चुकंदर, मूंगफली, शकरकंद आदि में पाया जाता है।
ऐसे में जब आप शतावरी का सेवन करते हैं तो यह गुर्दे में Oxalates के जमाव को रोकता है। वर्ष 2005 के एक अध्ययन से पता चला कि शतावरी के सेवन से चूहों में पथरी की समस्या दूर हुई क्योंकि इसने ऑक्सलेट पत्थर के निर्माण को रोका। इसके अलावा, शरीर में अगर मैग्नीशियम की मात्रा उचित है टी पथरी की समस्या नहीं होती। शतावरी शरीर में मैग्नीशियम की मात्रा की बढ़ाकर पथरी की समस्या में मदद करता है।
शतावरी के नुकसान (Disadvantages of asparagus in Hindi)
एक तरफ जहां शतावरी चूर्ण के फायदे (Shatavari Benefits in Hindi) हैं तो वहीं इसके कई नुकसान भी हैं जिसे ध्यान में रखना आवश्यक है। शतावरी के फायदे और नुकसान दोनों हैं, हमने आपको ऊपर इसके फायदे गिनाए, अब आइए इसके नुकसान की भी जानकारी ले लेते हैं।
शतावरी का सेवन आमतौर पर तो सुरक्षित होता है लेकिन इसके कुछ नुकसान हो सकते हैं जोकि हैं:
- बहती नाक
- खाँसना
- गला खराब होना
- खुजली
- पित्ती
- त्वचा की सूजन
- निर्जलीकरण
अगर आप ऊपर दिए गए किसी भी शतावरी के नुकसान का अनुभव करते हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। इसके साथ ही, इसका सेवन भी आपको तुरंत ही बंद कर देना चाहिए।
शतावरी का सेवन कैसे करें (How to consume asparagus in Hindi)
शतावरी का सेवन करने की दो सबसे फायदेमंद विधियां हैं। पहला तरीका है कि आप सुबह और रात को भोजन करने के पश्चात दूध/पानी में अच्छे से मिलाकर इसका सेवन करें। शतावरी की मात्रा लगभग 500 मिलीग्राम होनी चाहिए तो वहीं पानी/दूध की मात्रा लगभग 300 मिलीलीटर से 400 मिलीलीटर होनी चाहिए।
दूसरा तरीका है कि आप शतावरी का सेवन अश्वगंधा के साथ करें। अश्वगंधा चूर्ण और शतावरी चूर्ण को आपस में मिलाकर आप दूध के साथ उबाल लें। इसके पश्चात इस पेस्ट का सेवन करें जिससे दोगुने फायदे होते हैं।
शतावरी के फायदे महिलाओं के लिए स्तन (Breast) के लिए क्या हैं?
शतावरी के सेवन से स्तन (breast) के आकार को बढ़ाने में भी मदद मिलती है। आयुर्वेद के मुताबिक, अगर आप एक महिला के तौर पर स्तन के आकार को बढ़ाना चाहती हैं तो नियमित रूप से शतावरी का सेवन कर सकती हैं। यह शरीर में पानी के स्तर को जहां कम करती हैं तो वहीं स्वस्थ वजन को बढ़ावा देती है। स्तन fat tissues से बने होते हैं और इसलिए शतावरी महिलाओं के शरीर में fat tissues में इजाफा करके स्तन के आकार को बढ़ाता है।
इसके अलावा, शतावरी फाइटोएस्ट्रोजेन से भी भरपूर होती है। यह फीमेल हार्मोन महिलाओं के शरीर में कई अंगों के महत्वपूर्ण विकास से जुड़ी होती है जिसमें स्तन भी शामिल है। NIH के एक अध्ययन में स्तनों और फर्टिलिटी के बीच संबंध समझाया गया है।
शतावरी के फायदे महिलाओं के Pregnancy के लिए क्या है?
शतावरी के फायदे महिलाओं के लिए प्रेगनेंसी के दौरान भी प्राप्त होते हैं। हालांकि गर्भवती महिलाओं को पहली तिमाही में शतावरी का सेवन नहीं करना चाहिए। दूसरी तिमाही में शतावरी के सेवन से मां और बच्चे दोनों का स्वास्थ्य बेहतर होता है क्योंकि इसमें विटामिन के की भरपूर मात्रा होती है। इसके अलावा, कुछ अध्ययन बताते हैं कि शतावरी का सेवन मिसकैरिज के जोखिम को भी कम करती है।
प्रेगनेंसी के वक्त महिलाओं के शरीर को कैल्शियम की उचित मात्रा की आवश्यकता होती है ताकि भ्रूण का विकास सही ढंग से हो सके। ऐसे में एक कप शतावरी में लगभग 25 मिलीग्राम कैल्शियम मौजूद होता है जिससे मां और बच्चे दोनों का स्वास्थ्य बेहतर बनता है। हालांकि Traya सुझाव देता है कि अगर आप गर्भवती हैं तो बिना डॉक्टर की सलाह के शतावरी का सेवन बिलकुल न करें।
निष्कर्ष (Conclusion)
शतावरी के फायदे (Shatavari benefits in Hindi) में शामिल है पीएमएस के लक्षणों को कम करता है, पुरुषों और महिलाओं में इनफर्टिलिटी और यौन इच्छा में कमी दूर करता है, हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है, पाचन तंत्र मजबूत करता है, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या दूर करता है, स्तन का आकार बढ़ाने के साथ स्तनों में दूध उत्पादन बढ़ाता है, स्पर्म काउंट बढ़ाने में मदद करता है आदि।
लेकिन ध्यान दें कि शतावरी के फायदे और नुकसान दोनों हैं और इसलिए इसका सेवन उचित मात्रा में एक योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक के सलाह के उपरांत ही करना चाहिए। सभी Shatavari benefits in Hindi प्राप्त करने के लिए आपको इसे दूध के साथ मिलाकर सेवन करना चाहिए। इसके अलावा, शतावरी और अश्वगंधा को एक साथ मिलाकर सेवन करने से दोगुने फायदे प्राप्त होते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (Frequently Asked Questions)
1. शतावरी खाने से क्या लाभ होता है?
शतावरी का सेवन पीएमएस के लक्षणों को कम करता है, पुरुषों और महिलाओं में इनफर्टिलिटी और यौन इच्छा में कमी दूर करता है, हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है, पाचन तंत्र मजबूत करता है, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या दूर करता है, स्तन का आकार बढ़ाने के साथ स्तनों में दूध उत्पादन बढ़ाता है, स्पर्म काउंट बढ़ाने में मदद करता है आदि।
2. शतावरी खाने से लिंग पर क्या प्रभाव पड़ता है?
शतावरी खाने से लिंग में रक्त प्रवाह बेहतर ढंग से होता है जिसकी वजह से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या दूर करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, शतावरी का नियमित सेवन मूत्र प्रवाह को बढ़ाता है जिससे रुक रुक कर पेशाब आने की समस्या का हल होता है।
3. पुरुष के लिए शतावरी का उपयोग कैसे करें?
पुरुष के लिए शतावरी का उपयोग करना आसान है। आपको बस रोजाना दूध/पानी में 500 मिलीग्राम शतावरी पाउडर का इस्तेमाल करना चाहिए। फायदे अगर दोगुने प्राप्त करने हों तो अश्वगंधा और शतावरी दोनों के चूर्ण को आपस में मिलाकर दूध के साथ सेवन करने से चौंकाने वाले फायदे मिलते हैं।
4. महिलाओं को शतावरी कब लेनी चाहिए?
महिलाओं को सुबह और रात को भोजन करने के पश्चात शतावरी का सेवन करना चाहिए। महिलाओं को गाय के दूध के साथ शतावरी पाउडर को मिलाकर सेवन करना चाहिए।
5. शतावरी का असर कितने दिनों में होता है?
शतावरी का असर एक सप्ताह में ही दिखने लग जाता है। लेकिन अगर आप शतावरी के फायदे अच्छी तरह से प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको 3 महीने तक कम से कम इसका इस्तेमाल करना चाहिए।
6. शतावरी किसे नहीं लेनी चाहिए?
शतावरी का सेवन गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के पहली तिमाही में नहीं लेना चाहिए। साथ ही अगर आप ब्लड शुगर या ब्लड प्रेशर को कम करने की दवा पहले से ले रहे हैं तो इस औषधि का सेवन कदापि न करें।
References
- How to Take Shatavari Powder for Breast Milk Enhancement? - Mylo Family: https://mylofamily.com/article/how-to-take-shatavari-powder-for-breast-milk-enhancement-215252
- Shatavari For Men: benefits, dosage and side effects - Traya: https://traya.health/blogs/hair-care/shatavari-benefits-for-men
- Ayurveda expert on many benefits of Shatavari for men and women; how to consume - Hindustan Times: https://www.hindustantimes.com/lifestyle/health/ayurveda-expert-on-many-benefits-of-shatavari-for-men-and-women-how-to-consume-101655019819875.html