विटामिन डी विटामिन परिवार का एक महत्वपूर्ण सदस्य है जो खासतौर पर हड्डियों, जोड़ों, मांशपेशियों के लिए फायदेमंद है. इसकी कमी होने पर ऑस्टियोपोरोसिस, हाइपोथायरायडिज्म, रिकेट्स, इम्यून सिस्टम डिसऑर्डर, ह्रदय रोग, तेजी से बाल झड़ना आदि समस्याएं हो सकती हैं. हालाँकि यह सूर्य और कुछ खाद्य पदार्थों से हमें प्राप्त होता है लेकिन अक्सर इसकी कमी शरीर में हो जाती है. इस परिस्तिथि में डॉक्टर Vitamin D3 oral solution 60000 IU के इस्तेमाल की सलाह दे सकते हैं.
विटामिन डी की जब हम बात करते हैं तो इसके अंतर्गत दो विटामिन मुख्य रूप से आते हैं, पहला विटामिन डी2 (cholecalciferol) और दूसरा विटामिन डी3 (ergocalciferol). लेकिन दोनों एक समान नहीं है, विटामिन डी3 कहीं ज्यादा फायदेमंद और शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्व है और अक्सर इसी की कमी शरीर में हो जाती है. इससे निपटने के लिए डॉक्टर आपको इसके ओरल सलूशन के सेवन की सलाह दे सकते हैं.
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Vitamin D3 Oral Solution 60000 IU in Hindi
Vitamin D3 Oral Solution 60000 IU Tablet डॉक्टर की पर्ची पर मिलने वाली एक दवा है जिसका सेवन शरीर में विटामिन डी की कमी होने या इसकी कमी से बिमारियों के होने पर किया जाता है. यह एक ओरल सोल्यूशन टेबलेट है यानी यह तरल रूप में मौजूद है जिसका सेवन डॉक्टर की सलाह के अनुसार किया जाना चाहिए. इसका सेवन हड्डियों और इम्यून सिस्टम को मजबूती प्रदान करने के लिए किया जाता है.
साथ ही, इस टेबलेट के सेवन की सलाह डॉक्टर अत्यधिक थकान, मांशपेशियों में दर्द, स्ट्रेस, डायबिटीज और ह्रदय से जुडी समस्याओं के रोकथाम हेतु किया जाता है. खासतौर पर अगर आपके शरीर में विटामिन डी और कैल्शियम की कमी हो गई है तो इसका सेवन करना काफी फायदेमंद हो सकता है.
आपने गौर किया होगा कि इन दवाओं के नाम के आगे अक्सर एक संख्या (जैसे 60000) और IU लिखा होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर यह IU क्या होता है और इसके आगे लिखी संख्या का क्या अर्थ है? IU का अर्थ होता है International Unit, जोकि दवाओं की बायोलॉजिकल यूनिट को मापने का यूनिट होता है. बात करें, ६०००० IU की तो यह दवा की बायोलॉजिकल पोषण का कुल माप है.
Vitamin D3 oral solution 60000 IU uses in Hindi
Vitamin D3 oral solution 60000 IU का उपयोग उन व्यक्तियों को करना चाहिए जो विटामिन डी की भारी कमी से जूझ रहे हैं. खासतौर पर विटामिन डी की कमी से होने वाला ऑस्टियोपोरोसिस, रिकेट्स, कार्डियोवैस्कुलर बीमारियाँ, डायबिटीज, कमजोर इम्यून सिस्टम, मांशपेशियों में दर्द, अत्यधिक थकान, तनाव, चिंता और बालों के झड़ने की समस्या में इसका सेवन फायदेमंद हो सकता है.
1. शरीर में विटामिन डी की कमी पूरा करता है
शरीर में विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए खासतौर पर इस टेबलेट या कैप्सूल का सेवन किया जाता है. यह उन व्यक्तियों की मदद करता है जिनमें विटामिन डी का स्तर कम होता है, जो स्वस्थ हड्डियों को बनाए रखने और प्रतिरक्षा प्रणाली को सहारा देने के लिए आवश्यक है. अक्सर सिर्फ खाद्य पदार्थो के सेवन से हमारे शरीर को विटामिन डी जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की कमी पूरी नहीं हो पाती है.
बल्कि खाद्य पदार्थों से हमारे शरीर को सबसे कम मात्रा में विटामिन डी मिलता है, सबसे अधिक सूर्य की रौशनी से हमें इस विटामिन की पूर्ती होती है. लेकिन जिन्दगी की भागमभाग के चक्कर में संतुलित आहार का सेवन और पर्याप्त धुप लेना छुट जाता है, जिससे इसकी कमी से होने वाले रोग अवतरित होने लगते हैं जिसका उपचार इस टेबलेट के सेवन से किया जा सकता है.
2. हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है
हमारी हड्डियाँ मजबूत और स्वस्थ रहें इसके लिए दो सबसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व हैं: विटामिन डी और कैल्शियम. विटामिन डी सीधे तौर पर तो हड्डियों को मजबूती प्रदान नहीं करता लेकिन यह कैल्शियम के अवशोषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यानी आप कितना ही कैल्शियम का सेवन क्यों न कर लें, हड्डियों में सही ढंग से अवशोषित होने के लिए विटामिन डी की आवश्यकता पड़ेगी ही.
ऐसे में यह कैल्शियम अवशोषण में सहायता करता है, तथा हड्डियों के विकारों जैसे ऑस्टियोपोरोसिस, बच्चों में रिकेट्स और वयस्कों में ऑस्टियोमलेशिया के जोखिम को कम करता है. खासतौर पर भारत की एक बड़ी जनसँख्या ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या से जूझ रही है, जिसमें जोड़ों में दर्द, अकडन, सुजन की समस्या उत्पन्न होती है और चलना फिरना काफी मुश्किल हो जाता है. इस समस्या के उपचार में भी आपको Vitamin D3 oral solution 60000 IU के सेवन की सलाह दी जा सकती है.\
3. इम्यून सिस्टम मजबूत बनाता है
इम्यून सिस्टम यानी हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली हमारे जीवन का आधार है. यह हमारा इम्यून सिस्टम ही है जो हमें ढेरों सामान्य और गंभीर रोगों के खतरे से बचाता है. न सिर्फ यह हानिकारक कीटाणुओं का सफाया करता है, बल्कि हमें बीमारी से जल्द से जल्द ठीक होने में भी मदद करता है. घाव जल्दी भरना हो, बिमारियों को जल्द ठीक करना हो, इन्फेक्शन की पहचान करके उन्हें नष्ट करने आदि में इम्यून सिस्टम महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
लेकिन कई कारणों से यह कमजोर भी हो जाता है, जिसे वापस से मजबूती प्रदान करने के लिए आपको विटामिन डी३ ओरल सॉल्यूशन टेबलेट के सेवन की सलाह दी जा सकती है. विटामिन डी रिसेप्टर्स और मेटाबोलाइजिंग एंजाइम कई प्रतिरक्षा कोशिकाओं में मौजूद होते हैं, जिनमें टी कोशिकाएं, बी कोशिकाएं, मोनोसाइट्स और डेंड्राइटिक कोशिकाएं शामिल हैं. विटामिन डी इन कोशिकाओं के विभेदन को रेगुलेट करने में मदद करता है और अधिक सहनशील प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ावा दे सकता है.
4. बालों के स्वास्थ्य को बेहतर करता है
अगर आपके बाल तेजी से झड़ रहे हैं या नए बालों का विकास नहीं हो रहा है तो हो सकता है कि ऐसा शरीर में विटामिन डी की कमी की वजह से हो रहा हो. विटामिन डी न सिर्फ हड्डियों बल्कि बालों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए भी जिम्मेदार है. विटामिन डी नए बालों के रोम बनाने और उनके उचित कामकाज का समर्थन करके बालों को बढ़ने और फिर से उगाने में मदद कर सकता है. पर्याप्त विटामिन डी की मौजूदगी से घने, लम्बे और मजबूत बाल उगते हैं.
लेकिन, ध्यान दीजिये कि बालों का गिरना, नए बाल न उगना या मौजूदा बालों में ग्रोथ न होना कई कारणों से हो सकता है. लगभग २० से भी अधिक कारण hairfall और hair growth को प्रभावित करते हैं. ऐसे में बिना सटीक कारण जाने कि आपके बाल क्यों झड़ रहे हैं, आप कैसे इलाज कर सकते हैं. इसलिए हमने एक्सपर्ट डॉक्टरों और आधुनिक टेक्नोलॉजी की मदद से Free Hair Test तैयार किया.
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5. अत्यधिक थकान और आलस्य से मुक्ति दिलाता है
अगर आप अत्यधिक थकान और आलस्य की समस्या से परेशान हैं तो हो सकता है कि आपके शरीर में विटामिन डी की कमी हो. इस विटामिन की कमी से मांशपेशियों और हड्डियों में असमानताएं विकसित हो जाती हैं, जोकि थकान का एक कारण बनता है. इसके अलावा, जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया, इसकी कमी होने पर हड्डियों और मांशपेशियों में कमजोरी आ जाती है. हड्डियाँ अगर कमजोर होंगी तो स्वतः ही आप आलस्य और थकान ,महसूस करेंगे.
साथ ही, हम उर्जावान महसूस करते हैं क्योंकि हमारा शरीर प्राक्रतिक रूप से उर्जा बनाती है. लेकिन जब हमारे शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाये तो उर्जा का उत्पादन भी नकारात्मक रूप से प्रभावित होता है. जिस भोजन का आप सेवन करते हैं, वह उर्जा में परिवर्तित हो इसमें विटामिन डी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. ऐसे में, अगर इस विटामिन की कमी हो जाये तो शरीर में उर्जा की कमी हो सकती है जोकि अत्यधिक थकान और आलस्य का कारण बनता है.
6. दांतों के स्वास्थ्य को बेहतर करता है
विटामिन डी हड्डियों के साथ-साथ दातों के समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए भी फायदेमंद है. दांतों की मजबूती, स्वास्थ्य और स्थिरता सबकुछ कैल्शियम के कारण होती है. अगर पर्याप्त मात्रा में शरीर को कैल्शियम की प्राप्ति हो रही है तो दांत मजबूत और स्वस्थ बनेंगे. लेकिन, जैसा कि हमने आपको पहले भी बताया, बिना विटामिन डी के कैल्शियम का अवशोषण बेहतर ढंग से नहीं हो पाता है.
साथ ही, फॉस्फोरस के अवशोषण के लिए भी विटामिन डी महत्वपूर्ण है और अगर इसकी कमी हो जाये तो दांतों का कमजोर होना, सड़ना, फ्रैक्चर होना, खून निकलना जैसी कई दन्त स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याएं हो सकती हैं. इसके अलावा, दांतों के बनने यानी फार्मेशन के साथ-साथ इससे सम्बंधित किसी समस्या को जल्द से जल्द ठीक होने में भी विटामिन डी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
7. Hypoparathyroidism से बचाव करता है
Hypoparathyroidism एक ऐसी स्तिथि है जिसमें हमारे गले में मौजूद थाइरोइड ग्लैंड से parathyroid hormone (PTH) का उत्पादन कम हो जाता है, जिसे थाइरोइड रोग भी कहा जाता है. इस परिस्तिथि में व्यक्ति को कई स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याओं से जूझना पड़ता है जैसे मांशपेशियों में अकडन, पैरों और जोड़ों में चुभने और जलने जैसा महसूस करना, एंग्जायटी, डिप्रेशन, थकान, माहवारी पीरियड में तेज दर्द आदि.
इस समस्या से निजात दिलाने या इसके जोखिम को कम करने में भी Vitamin D3 oral solution 60000 IU टैबलेट मदद कर सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि विटामिन डी आपके शरीर को आपके द्वारा खाए जाने वाले भोजन से कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है, जो विशेष रूप से तब महत्वपूर्ण होता है जब PTH कम होता है. हाइपोपैराथायरायडिज्म वाले लोगों में, विटामिन डी लेने से कैल्शियम अवशोषण को बढ़ावा मिलता है, जिससे रक्त में कैल्शियम का सामान्य स्तर बनाए रखने में मदद मिलती है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य, मांसपेशियों के कार्य और तंत्रिका गतिविधि के लिए महत्वपूर्ण है.
8. किडनी रोग के उपचार में मदद करता है
जैसा कि आप पहले से ही जानते होन्ग, किडनी हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है. यह हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को मल-मूत्र के माध्यम से शरीर से बाहर निकालने में मदद करती है. लेकिन किन्हीं कारणों से अगर यह ख़राब होने लगे जिसे चिकित्सीय भाषा में chronic kidney disease (CKD) कहते हैं तो, यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को फिल्टर करने में असमर्थ होगी और साथ ही शरीर में फ्लूइड के बैलेंस को भी बिगाड़ सकती है.
ऐसे में विटामिन डी३ का यह टैबलेट इस समस्या में कई तरीके से मदद कर सकता है. गुर्दे की बीमारी में, विटामिन डी3 आंतों से कैल्शियम के अवशोषण में सुधार कर सकता है, जिससे गुर्दे के ठीक से काम न करने पर भी कैल्शियम के स्तर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद मिलती है. CKD में सक्रिय विटामिन डी की कमी से हड्डियों की समस्या हो सकती है, क्योंकि कैल्शियम और फास्फोरस असंतुलित हो जाते हैं. विटामिन डी3 कैल्शियम के स्तर में सुधार करके हड्डियों की सुरक्षा में मदद करता है.
Vitamin D3 Oral Solution 60000 IU महिलाओं के लिए
महिलाओं के लिए Vitamin D3 Oral Solution 60000 IU के कई फायदे हैं, जिसमें सबसे प्रमुख फायदा है हड्डियों और जोड़ों के स्वास्थ्य को लेकर. इस ओरल सोल्यूशन का सेवन करने से महिलाओं में हड्डियों और जोड़ों का स्वास्थ्य बेहतर होता है, उनमें मजबूती आती है और हड्डी सम्बंधित रोगों का खतरा काफी कम हो जाता है. लेकिन, यह एक सामान्य फायदे हैं, खासतौर पर महिलाओं के लिए भी कई फायदे हैं जैसे:
- विटामिन डी एस्ट्रोजन के स्तर को रेगुलेट करने में भूमिका निभाता है, जो महिलाओं में मासिक धर्म चक्र, प्रजनन स्वास्थ्य और समग्र हार्मोनल संतुलन को प्रभावित कर सकता है.
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए पर्याप्त विटामिन डी का स्तर आवश्यक है. यह बच्चे की हड्डियों के स्वस्थ विकास में मदद करता है और माँ की हड्डियों के स्वास्थ्य का समर्थन करता है.
- यह गर्भावधि मधुमेह, प्री-एक्लेमप्सिया और शिशुओं में कम वजन के जन्म के जोखिम को भी कम करता है.
- कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि विटामिन डी3 अवसाद और चिंता के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है, ये ऐसी स्थितियाँ हैं जो कई महिलाओं को प्रभावित करती हैं, विशेष रूप से प्रसवोत्तर या रजोनिवृत्ति जैसे जीवन के कुछ चरणों के दौरान.
Vitamin D3 Oral Solution 60000 IU का उपयोग कैसे करें?
Vitamin D3 Oral Solution 60000 IU एक विटामिन डी सप्लीमेंट है जिसका सेवन कई तरीकों से किया जाता है. इसका सेवन करने के लिए आप नीचे दी गई बातों का पालन कर सकते हैं:
- आवृत्ति: आम तौर पर, इसे सप्ताह में एक बार या आपके डॉक्टर के निर्देशानुसार लिया जाता है. आपका स्वास्थ्य सेवा प्रदाता आपके विटामिन डी के स्तर और स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर तय करेगा कि आपको इसकी कितनी बार ज़रूरत है.
- इसे भोजन के साथ लें: विटामिन डी3 को भोजन के साथ लेना सबसे अच्छा है, खासकर ऐसे भोजन के साथ जिसमें कुछ वसा हो, क्योंकि यह बेहतर अवशोषण में मदद करता है.
अगर यह लिक्विड फॉर्म में है:
- यदि यह तरल रूप (ओरल सलूशन) में है, तो दिए गए ड्रॉपर या मापने वाले कप का उपयोग करके खुराक को सावधानी से मापें.
- घोल को सीधे पी लें या चाहें तो पानी या जूस में मिलाएँ.
अगर यह गोली (pills) के रूप में है:
- यदि आपके पास गोली का रूप है, तो गोली को पानी के साथ पूरा निगल लें.
- जब तक आपके डॉक्टर द्वारा निर्देश न दिया जाए, तब तक गोली को चबाएँ या कुचलें नहीं.
- समय: खुराक याद रखने में मदद के लिए इसे हर सप्ताह एक ही समय पर लेने का प्रयास करें.
ध्यान रखें कि ऊपर दी गई जानकारी सामान्य रूप में है, हमेशा इस दवा के सेवन से पूर्व अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें. साथ ही, इसका सेवन बच्चों, महिलाओं और वृद्ध लोगों को देने से बचें, क्योंकि यह उच्च डोज काफी हानिकारक हो सकता है.
Vitamin D3 Oral Solution 60000 IU के साइड इफेक्ट्स
एक तरफ जहां Vitamin D3 Oral Solution 60000 IU के फायदे हैं तो इसके सेवन से कुछ लोगों में साइड इफेक्ट्स भी दिखलाई पड़ सकते हैं. खासकर कि आपको ये साइड इफेक्ट्स तब दिखलाई पड़ते हैं जब आप डॉक्टर की सलाह नहीं मानते या मनमाना ढंग से बिना परामर्श इसका सेवन करते हैं:
- मतली या उल्टी
- कब्ज या दस्त
- भूख न लगना
- मुँह सूखना या प्यास बढ़ जाना
- थकान या कमज़ोरी
- सिरदर्द
- मुँह में धातु जैसा स्वाद
- कैल्शियम का उच्च स्तर (हाइपरकैल्सीमिया), जो भ्रम, पेशाब में वृद्धि या गुर्दे की समस्याओं का कारण बन सकता है
- मांसपेशियों में दर्द या हड्डियों में दर्द
- अनियमित दिल की धड़कन (दुर्लभ मामलों में)
अगर इस टैबलेट के सेवन से आपको ऊपर दिए गए किसी भी साइड इफेक्ट्स का अनुभव होता है तो आपको तुरंत दवा का सेवन बंद करके डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. अगर आपने बिना डॉक्टर की सलाह के इस हाई डोज टैबलेट का सेवन किया तो गंभीर साइड इफेक्ट्स भी देखने को मिल सकते हैं, इसलिए डॉक्टर से परामर्श अत्यंत आवश्यक है.
Vitamin D3 Oral Solution 60000 IU dosage for adults in Hindi
Vitamin D3 oral solution 60000 IU का डोज बच्चों, वयस्कों और महिलाओं के लिए अलग-अलग हो सकता है. साथ ही, कुछ विशेष परिस्तिथियों जैसे कैल्शियम/विटामिन की भारी कमी, गर्भावस्था और हड्डियों से जुड़े रोगों में भी इसका डोज भिन्न होता है. लेकिन हम आपकी सामान्य जानकारी के लिए नीचे विटामिन डी३ ओरल सोल्यूशन की जानकारी दे रहे हैं:
वयस्कों के लिए:
- सामान्य खुराक: सप्ताह में एक बार 60,000 IU, आमतौर पर 8 सप्ताह के लिए (या डॉक्टर द्वारा निर्धारित), उसके बाद यदि आवश्यक हो तो रखरखाव खुराक (जैसे, मासिक) दी जाती है.
- इस खुराक का उपयोग आमतौर पर विटामिन डी की कमी के इलाज के लिए किया जाता है.
महिलाओं के लिए:
वयस्कों के समान डोज दिया जाना चाहिए. हालाँकि गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को विशेष खुराक की आवश्यकता हो सकती है, इसलिए उन्हें हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह का पालन करना चाहिए.
नाबालिगों (बच्चों और किशोरों) के लिए:
- 1-18 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए: विटामिन डी3 की खुराक आमतौर पर छोटी खुराक में दी जाती है.
- हल्की कमी के लिए: एक सामान्य खुराक 6 सप्ताह के लिए सप्ताह में एक बार 60,000 IU है.
- हालांकि, सटीक खुराक और अवधि हमेशा बाल रोग विशेषज्ञ द्वारा निर्धारित की जानी चाहिए.
- शिशु: विटामिन डी3 की खुराक बहुत कम होती है, अक्सर डॉक्टर द्वारा निर्धारित 400 IU प्रतिदिन. उच्च खुराक 60,000 IU का उपयोग आमतौर पर शिशुओं के लिए नहीं किया जाता है.
निष्कर्ष
विटामिन डी3 ओरल सॉल्यूशन (60,000 IU) पुरुषों और महिलाओं दोनों में विटामिन डी की कमी को दूर करने के लिए एक अत्यधिक प्रभावी पूरक है. यह कैल्शियम अवशोषण, हड्डियों के स्वास्थ्य, प्रतिरक्षा कार्य और हार्मोनल संतुलन जैसे आवश्यक कार्यों का समर्थन करता है. महिलाओं के लिए, यह गर्भावस्था, रजोनिवृत्ति और उम्र बढ़ने जैसे जीवन चरणों के दौरान विशेष रूप से फायदेमंद है, ऑस्टियोपोरोसिस जैसी स्थितियों को रोकने और समग्र कल्याण सुनिश्चित करने में मदद करता है.
ध्यान दें Vitamin D3 oral solution 60000 IU uses in Hindi तो हैं लेकिन इसका सेवन हमेशा डॉक्टर की सलाह के पश्चात ही लिया जाना चाहिए. बिना डॉक्टर की सलाह के इसका सेवन करना या मनमाना डोज लेने से उलटी, दस्त, थकान, सिर दर्द, भूख न लगना, प्यास बढ़ जाना, मांशपेशियों और हड्डियों में दर्द, अनियमित दिल की धड़कन जैसी दिक्कतें हो सकती हैं.
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
- विटामिन डी3 ओरल सॉल्यूशन 60000 आईयू का उपयोग कैसे करें?
विटामिन डी3 ओरल सॉल्यूशन 60000 आईयू का उपयोग डॉक्टर द्वारा सुझाए गए दिशानिर्देशों के आधार पर करना चाहिए. यह एक ओरल सोल्यूशन है इसलिए इसका सेवन पानी या जूस के साथ किया जाना चाहिए, डोज के लिए डॉक्टर से संपर्क करें.
- क्या मैं रोजाना विटामिन d3 का 60000 IU ले सकता हूँ?
आपको रोजाना विटामिन डी3 ओरल सॉल्यूशन 60000 आईयू का सेवन कदापि नहीं करना चाहिए. आम दिशानिर्देश यह है कि वयस्कों जिसमें पुरूष और महिलाएं दोनों शामिल हैं, को सप्ताह में अधिकतम एक बार ही इस सोल्यूशन का सेवन करना चाहिए.
- मूझे कितनी बार विटामिन डी 60,000 आईयू लेना चाहिए?
आपको एक सप्ताह में केवल एक बार विटामिन डी 60,000 आईयू का सेवन करना चाहिए. वयस्कों के लिए सप्ताह में एक बार 60,000 IU, आमतौर पर 8 सप्ताह के लिए (या डॉक्टर द्वारा निर्धारित), उसके बाद यदि आवश्यक हो तो रखरखाव खुराक (जैसे, मासिक) दी जाती है.
References
-
D3 Rich 60000 IU Solution
https://www.practo.com -
Vitamin D3 - Uses, Side Effects, and More
https://www.webmd.com -
Vitamin D3 oral uses
https://www.mrmed.in/