आयुर्वेद के खजाने में ऐसे चमत्कारी औषधियां मौजूद हैं जो वाकई चौंका कर रख देती हैं। आधुनिक चिकित्सा और दवाइयां जहां बीमारियों के लक्षण को दूर करता है तो वहीं आयुर्वेदिक औषधि सीधे रोगों के जड़ पर हमला करके समस्या का हमेशा हमेशा के लिए समाधान कर देता है। ऐसे ही एक आयुर्वेदिक औषधि है Isabgol benefits in Hindi (इसबगोल के फायदे) जिसके बारे में काफी कम लोगों को पता होता है लेकिन इसके शरीर को ढेरों फायदे मिलते हैं।
इसबगोल, जिसे अंग्रेजी में Psyllium Husk कहा जाता है, के कई फायदे हैं। इसबगोल के फायदे कई हैं: इसबगोल पाउडर को पानी और नींबू के रस में मिलाकर सुबह खाली पेट पीने से वजन घटाने में मदद मिलती है। यह लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे जंक फूड खाने की इच्छा कम होती है। इसबगोल के फायदे लिवर के लिए भी हैं; यह लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। दही के साथ इसे मिलाकर खाने से दस्त के लक्षणों से राहत मिलती है। इसमें मौजूद फाइबर मल को सख्त करने में मदद करता है, जिससे दस्त से पीड़ित होने पर आराम मिलता है। इसके अतिरिक्त, isabgol benefits in hindi में यह पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है, हृदय स्वास्थ्य को सुधारता है, और रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसबगोल का नियमित सेवन कई बीमारियों से बचाव में सहायक होता है और इसे रोजमर्रा के आहार में शामिल करना बेहद फायदेमंद हो सकता है।अगर आपके बालों के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं और आयुर्वेदिक समाधान चाहते हैं, तो Traya का Free Hair Test लें और अपने बालों की समस्या के लिए एक व्यक्तिगत आयुर्वेदिक उपचार पाएं।
इसबगोल क्या है (Psyllium Husk In Hindi)
Isabgol (इसबगोल) प्लांटागो ओवाटा पौधे से मिलने वाली बीज और भूसी है जिसे अंग्रेजी में साइलियम हस्क कहा जाता है। यह एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसका इस्तेमाल कई स्वास्थ्य फायदों को प्राप्त करने के लिए किया जाता है। खासतौर पर इसका इस्तेमाल मल को हल्का करने, पेशाब से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने, बवासीर, सुखी खांसी की समस्या का इलाज करने के लिए किया जाता है। देखने में यह सफेद रंग का होता है।
इसबगोल की पहचान आप एक झाड़ीनुम पौधे की तरह कर सकते हैं। इसकी बनावट और रंग कुछ कुछ गेंहू के पौधे से भी मिलती जुलती है और इसकी बालियां भी ठीक गेंहू की बालियों जैसी ही होती हैं। इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है इसलिए इसे पाचन तंत्र के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। इस औषधि का सेवन हर उम्र के व्यक्ति कर सकते हैं, जिसका अंतर पर कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होता है।
इसबगोल के फायदे (Isabgol Benefits In Hindi)
जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया, Isabgol फाइबर और अन्य कई पोषक तत्वों से भरपूर होती है। इस वजह से यह पाचन तंत्र के साथ साथ हृदय स्वास्थ्य को भी फायदे प्रदान करती है। इसके अलावा, यह बालों और त्वचा के समग्र स्वास्थ्य में भी फायदेमंद है। आइए विस्तार से जानते हैं कि इसबगोल के फायदे (Isabgol Ke Fayde) क्या हैं, समझते हैं।
1. बालों का झड़ना और रूसी की समस्या दूर करता है (Important for overall hair health)
इसबगोल के फायदे आपकी बालों के लिए भी हैं, लेकिन काफी कम लोग इसके बारे में जानते हैं। दरअसल, इसबगोल का सेवन हमारे शरीर में prebiotics की तरह काम करता है जिससे आंत में अच्छे बैक्टीरिया की संख्या में इजाफा होता है। सैंकड़ों अध्ययन इस ओर इशारा करते हैं कि एक स्वस्थ आंत स्वस्थ बालों के विकास में मदद करती है। इसके अलावा, इसबगोल का सेवन पूरे शरीर को भी हाइड्रेटेड रखता है यानि बालों को भी हाइड्रेशन मिलती है जिससे रूसी की समस्या दूर होती है और बालों के रोम मजबूत बनते हैं।
लेकिन अगर आपके बाल तेजी से झड़ रहे हैं या आप गंजेपन की समस्या से जूझ रहे हैं तो हम आपको सलाह देते हैं कि अभी 2 मिनट का फ्री Hair Test दें। डॉक्टरों द्वारा सुझाया गया यह हेयर टेस्ट आपके बालों के झड़ने के 20 से अधिक कारणों की पड़ताल करता है और सटीक कारण की खोज करता है। इससे बाल झड़ना रोकने और बालों को दोबारा उगाने की प्रक्रिया में मदद मिलती है।
2. पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है (Plays an important role in the health of the digestive system)
ज्यादातर बीमारियों का संबंध कहीं न कहीं पाचन तंत्र से ही जुड़ा होता है। ऐसे में अगर आप अपने पाचन तंत्र को स्वस्थ रखते हैं तो आपको बीमारियां होने के जोखिम अपने आप कम हो जायेंगे। इसबगोल आपके पूरे पाचन तंत्र को स्वस्थ और मजबूत बनाने में कई प्रकार से मदद करता है। यह पाचन तंत्र के मार्ग को साफ रखता है ताकि भोजन का चयापचय सही ढंग से हो सके।
इसबगोल नियमित और स्वस्थ मल त्याग को बढ़ावा देता है, जो कोलन के अच्छे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। यह Colon के माध्यम से मल के मार्ग को आसान बनाकर, कब्ज को रोकने और कम करने में मदद करता है। इसबगोल का नियमित सेवन पाचन उत्तेजक के रूप में कार्य करता है और पेट के अल्सर, एसिडिटी, कोलाइटिस और अन्य पाचन समस्याओं से तुरंत राहत देता है।
3. हृदय स्वास्थ्य को सुधारने में सहायक है (Maintains heart health)
आपने गौर किया होगा कि अचानक से भारत सहित पूरी दुनिया में दिल के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। इसके अलावा, लोगों में हार्ट अटैक के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं, परंतु प्रमुख कारण है हृदय का स्वास्थ्य बेहतर न होना। इसबगोल का नियमित सेवन आपके हृदय के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है जिससे आप हृदय संबधित बीमारियों से दूर रहते हैं।
इसबगोल के फायदे हृदय स्वास्थ्य के लिए इसलिए मिलते हैं क्योंकि इसमें soluble fiber मौजूद होता है। यह सॉल्युबल फाइबर शरीर में से खराब कोलस्ट्रॉल को बाहर निकाल देता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि फाइबर पाचन तंत्र में कोलेस्ट्रॉल को बांधता है और इसे रक्तप्रवाह में अवशोषित होने से रोकता है। इससे हृदय स्वास्थ्य पर बुरा असर नहीं पड़ता और आप कई हृदय रोग के जोखिम से बच जाते हैं।
4. रक्त में शुगर की मात्रा नियंत्रित करता है (Controls the amount of sugar in the blood)
रक्त शर्करा की मात्रा संतुलित हो तभी तक फायदे हैं, इसके असंतुलित होते ही हृदय रोग, मोटापा, बार बार पेशाब लगना, त्वचा रोग जैसी सैंकड़ों समस्याएं शुरू हो जाएंगी। ऐसे में अगर आप शहरी में रक्त शर्करा को नियंत्रित करके इन रोगों से दूरी बनाना चाहते हैं तो इसबगोल फायदेमंद है। खासतौर पर जिन व्यक्तियों को डायबिटीज की समस्या है, उनमें यह रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में सक्षम है।
इसका प्रमुख कारण है इसबगोल में मौजूद फाइबर, जोकि प्रचुर मात्रा में होता है। इसबगोल में मौजूद फाइबर आंतों से रक्तप्रवाह में शर्करा के अवशोषण को धीमा कर सकता है। जब शुगर का अवशोषण धीमी गति से होगा तो कई रोगों के जोखिम भी कम हो जायेंगे। शरीर में रक्त शर्करा नियंत्रित करने के लिए भोजन करने से पहले इसके सेवन की सलाह दी जाती है।
5. वजन प्रबंधन में भी मदद करता है (Isabgol is beneficial in weight management)
इसबगोल के फायदे वजन प्रबंधन की स्तिथि में भी मिलते हैं। जब आप नियमित रूप से इसबगोल का सेवन करते हैं, तो आपको ऐसा महसूस होता है कि आपका पेट भरा हुआ है। यानि आपको बार बार भूख नहीं लगती है जिसकी वजह से आप कम भोजन का सेवन करते हैं और कम कैलोरी आपके शरीर में जाती है। शरीर में कैलरी की मात्रा कम होने से वजन प्रबंधन में सहायता मिलती है।
इसके अलावा, इस औषधि का नियमित सेवन पेशाब की मात्रा को बढ़ा देती है जोकि शरीर से excess fat निकालने का एक माध्यम है। यह पाचन तंत्र में सुधार करता है, प्रतिरक्षा को मजबूत करता है और Colon को साफ करने में मदद करता है जिससे वसा बढ़ने के प्रतिरोध का निर्माण होता है, वसा जलने और वजन कम करने में मदद मिलती है।
6. त्वचा को सुंदर और चमकदार बनाता है (Makes skin glowing and youthful)
इसबगोल के फायदे आपकी त्वचा को भी प्राप्त होते हैं। जब आप नियमित रूप से इस आयुर्वेदिक औषधि का सेवन करते हैं तो त्वचा आंतरिक रूप से स्वस्थ होती है और अशुद्धियां भी दूर होती हैं। इसके अलावा जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया, Isabgol आंतों में स्वस्थ बैक्टीरिया को बढ़ाती है जोकि सीधे तौर पर त्वचा को जवां रखने और चमकदार बनाने में मददगार होते हैं।
इसबगोल में सूजन-रोधी गुण होते हैं जो सूजन को कम करने और मुँहासे जैसी त्वचा की स्थिति को शांत करने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा यह शरीर पर एंटीऑक्सीडेंट्स गुणों को भी प्रदर्शित करता है यानि त्वचा की कोशिकाओं को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान का जोखिम भी कम हो जाता है। अगर आप त्वचा के लिए isabgol benefits in hindi प्राप्त करना चाहते हैं तो इक साथ ढेर सारा पानी पीते रहने की सलाह दी जाती है।
7. बवासीर के इलाज में इसबगोल फायदेमंद है (Isabgol is beneficial in the treatment of piles)
बवासीर की समस्या से पीड़ित लोगों को राहत प्रदान करने और इस रोग को जड़ से दूर करने में भी इसबगोल के फायदे (Isabgol Ke Fayde) हैं। बवासीर के कुछ मुख्य कारण वजन बढ़ना, कब्ज, कम फाइबर वाले भोजन का सेवन करना है। इसबगोल इन तीनों ही समस्याओं का एक साथ समाधान करता है। इसबगोल का सेवन करने से हमेशा पेट भरे होने की अनुभूति होती है जिससे वजन कम हो जाता है। इसके अलावा, इसमें प्रचुर मात्रा में फाइबर मौजूद होता है जोकि बवासीर के जोखिम को कम करने में सबसे जरूरी है।
अंत में, इसबगोल का सेवन करने से कब्ज की समस्या भी दूर होती है। इसके सेवन से मल त्यागना आसान हो जाता है और पेट भी अच्छे से साफ होता है। इससे बवासीर की समस्या जन्म ही नहीं लेती है। ध्यान दें कि अगर बवासीर की समस्या काफी बढ़ गई है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और ट्रीटमेंट की शुरुआत करें।
8. डायरिया के इलाज में फायदेमंद होता है (Beneficial in treating diarrhea)
डायरिया एक ऐसी समस्या है जिसमें पेट दर्द, उल्टी, दस्त, बुखार और कई बार मल में खून आने की समस्या हो सकती है। इस रोग को दूर भगाने में भी इसबगोल फायदेमंद है। अगर आपको डायरिया रोग हुआ है तो डॉक्टर द्वारा बताए गए ट्रीटमेंट के साथ साथ आप इसबगोल का नियमित सेवन भी कर सकते हैं। दरअसल, इसबगोल पाचन तंत्र से पानी की मात्रा को अवशोषित करके और मल का उत्पादन करके दस्त को नियंत्रित करने में मदद करता है, जो अपने भारी गुण के कारण मल को गाढ़ा बनाता है।
डायरिया की समस्या से जल्द निजात पाने के लिए आपको इसबगोल के साथ साथ दही का भी सेवन करना चाहिए। इन दोनों का एक साथ सेवन डायरिया की समस्या से मुक्ति दिला सकता है।
9. पेट में गैस की समस्या से राहत दिलाता है (Provides relief from acidity problem)
हमारी खानपान और लाइफस्टाइल कुछ ऐसी है कि पेट में अक्सर गड़बड़ी की दिक्कतें होती रहती हैं। अत्यधिक भोजन का सेवन करना, तेल में तली चीजों का सेवन करना, जंक फूड खाना, व्यायाम योग न करना आदि कई आदतों की वजह से पेट खराब होने की समस्या जन्म ले सकती है। एसिडिटी की समस्या होने पर खट्टी डकारें आना और पेट फूलने की समस्या हो जाती है जिसमे इसबगोल की भूसी का सेवन मददगार साबित हो सकता है।
इसबगोल की भूसी के फायदे एसिडिटी को दूर करने के लिए मिलते हैं क्योंकि यह सीधे पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। खासतौर पर अगर आप इसका सेवन दूध के साथ करते हैं तो एसिडिटी की समस्या से जल्द राहत मिलती है। यह पेट की परत पर एक परत बनाकर आपको एसिडिटी से बचाता है। तो उम्मीद है कि एसिडिटी के लिए Isabgol Ki Bhusi Ke Fayde क्या हैं, आप समझ गए होंगे।
10. प्रोस्टेट स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है (Isabgol husk beneficial for prostate health)
प्रोस्टेट का मुख्य कार्य एक तरल पदार्थ का उत्पादन करना है जो स्पर्म कोशिकाओं और अन्य ग्रंथियों के तरल पदार्थ के साथ वीर्य बनाता है यानि अगर यह अस्वस्थ हुआ तो पुरुषों में इनफर्टिलिटी की समस्या जन्म ले सकती है। इसके अस्वस्थ होने पर प्रोटेस्ट कैंसर होने का जोखिम भी बढ़ जाता है। ऐसे में इसबगोल का सेवन आपको प्रोस्टेट कैंसर से भी बचाता है और आपके प्रोस्टेट ग्लैंड के स्वास्थ्य को बेहतर रखता है।
इसबगोल में मौजूद फाइबर मल त्याग को नियंत्रित करने, कब्ज को रोकने और प्रोस्टेट ग्रंथि पर दबाव कम करने में मदद करता है। हालांकि इस विषय पर अत्यधिक शोध करने की आवश्यकता है। अगर आप प्रोस्टेट कैंसर या संबंधित समस्याओं से जूझ रहे हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
क्या इसबगोल के फायदे लिवर के लिए भी हैं (Is Isabgol beneficial for liver)
वर्तमान अध्ययनों को ध्यान में रखते हुए कहा जा सकता है कि इसबगोल के फायदे लीवर के लिए सीधे तौर पर नहीं है। लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से इसका फायदा लीवर को हो सकता है जैसे इसबगोल नरम मल को बढ़ावा देता है, जो कब्ज वाले लोगों के लिए सहायक हो सकता है। कब्ज के कारण आंत में विषाक्त पदार्थों का संचय हो सकता है, जो संभावित रूप से लीवर को प्रभावित कर सकता है।
इसके साथ ही, लीवर के स्वास्थ्य के लिए स्वस्थ वजन बनाए रखना महत्वपूर्ण है। इसबगोल में प्रचुर मात्रा में फाइबर मौजूद होता है जो वजन को नियंत्रित करता है। इससे लीवर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। लेकिन ध्यान दें कि इस विषय पर रिसर्च का अभाव है और इसबगोल प्रत्यक्ष रूप से लीवर पर प्रभाव नहीं डालता है।
दूध और ईसबगोल के फायदे क्या हैं (Benefits of milk and isabgol)
अगर आप दूध और इसबगोल का सेवन एक साथ करते हैं तो कुछ फायदे देखने को मिल सकते हैं। जैसे कि इसबगोल फाइबर की प्रचुरता की वजह से मल को बड़ा कर सकता है और आसानी से निकलने में सहायता करता है तो वहीं दूध मल को हल्का और नरम करता है जिससे पेट अच्छे से साफ होता है।
इसके अलावा दूध कैल्शियम, विटामिन डी और अन्य पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत है जो इसबगोल फाइबर सामग्री की पूर्ति कर सकता है। ध्यान रहे कि आप चाहे दूध, जूस या पानी के साथ इसका सेवन करें, ज्यादा से ज्यादा मात्रा में करें।
इसबगोल भूसी के नुकसान (Disadvantages of Isabgol husk in Hindi)
एक तरफ जहां इसबगोल भूसी के फायदे हैं तो वहीं कुछ नुकसान भी हैं जिसे नजरंदाज नहीं किया जाना चाहिए। तो आइए संक्षेप में जानते हैं कि ईसबगोल भूसी के नुकसान क्या हैं:
1. इसके सेवन से व्यवहार में परिवर्तन हो सकता है। हालांकि यह छोटे स्तर पर ही होगा, डरने की बात नहीं है।2. अगर आप इसे खूब सारा पानी पीने के साथ इस्तेमाल नहीं करते हैं तो यह फूल सकता है और श्वास नली को अवरुद्ध कर सकता है। इससे सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
3. अगर आप इसके सेवन अधिकाधिक पानी के साथ नहीं करते हैं तो आंत में कई दिक्कतें हो सकती हैं।
4. इसबगोल में काफी ज्यादा मात्रा में फाइबर होता है, जो शरीर में इन्सुलिन के एक्टिविटी को बढ़ा सकता है।
5. इसके सेवन से कुछ लोगों में एलर्जिक रिएक्शन देखने को मिल सकते हैं।
इसबगोल की उत्पत्ति और इतिहास (Origin and history of Isabgol)
बात करें Isabgol की उत्पत्ति और इतिहास की तो ऐसा माना जाता है कि यह पर्शिया (ईरान) का मूल निवासी है। इसका नाम इसबगोल भी पर्शियन ही है। इस औषधि के इस्तेमाल को लेकर कोई पुख्ता साक्ष्य तो नहीं मिलते लेकिन माना जाता है कि यह पाचन तंत्र के लिए सबसे फायदेमंद है इसलिए हो न हो, इसका सैंकड़ों वर्षों पहले इस्तेमाल भी पाचन संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता रहा होगा।
भले ही इसबगोल की उत्पत्ति पर्शिया (ईरान) में हुई हो लेकिन भारत में बड़े पैमाने पर इसकी खेती की जाती है। साथ ही, भारत ही इस औषधीय पौधे के बीज और भूसी का सबसे बड़ा एक्सपोर्टर यानि निर्यातक भी है। खासतौर पर भारत के गुजरात और राजस्थान राज्य में इसका उत्पादन अधिक मात्रा में किया जाता है।
इसबगोल के सेवन से जुड़ी सावधानियां (Precautions related to consumption of Isabgol)
Isabgol Bhusi Benefits In Hindi तो कई हैं लेकिन इन फायदों को प्राप्त करने के लिए जरूरी है कि आप जरूरी सावधानियां भी बरतें। इसका सेवन आमतौर पर सुरक्षित होता है लेकिन कुछ सावधानियां आपको बरतनी पड़ सकती हैं जैसे:
1. इसका सेवन करते समय खूब सारा पानी भी पीना चाहिए। आप चाहें तो जूस भी पी सकते हैं बस ध्यान रखें कि यह पर्याप्त मात्रा में हो।इसबगोल कब खाना चाहिए (How to consume Isabgol)
ईसबगोल के फायदे कई हैं लेकिन इन फायदों को प्राप्त करने के लिए जरूरी है कि आप इसका इस्तेमाल सही समय पर, सही मात्रा में करें। इसबगोल खाने का सबसे बढ़िया तरीका है कि आप एक गिलास पानी, जूस या दूध में 1-2 चम्मच इसबगोल की भूसी मिलाएं। इसे अच्छी तरह हिलाएं और तुरंत पी लें, इसके बाद एक और गिलास सादा पानी और पी लें। आप इसे अपने ब्रेकफास्ट में भी मिलाकर सेवन कर सकते हैं जैसे दही, दूध, स्मूदी आदि।
आपको इसबगोल की छोटी खुराक से शुरू करने की सलाह दी जाती है, जैसे 1-2 चम्मच, और जैसे-जैसे आपका शरीर इसके सेवन को लेकर सहज हो जाता है वैसे वैसे डोज आप बढ़ा सकते हैं। वयस्कों के लिए सामान्य खुराक 7-11 ग्राम है, जो पूरे दिन में एक से तीन खुराक में ली जाती है। आप भोजन से पहले इसबगोल ले सकते हैं, खासकर यदि आप वजन प्रबंधन करना चाहते हैं क्योंकि इससे आपका पेट भरा हुआ महसूस होता है।
इसबगोल का सेवन के तरीके (Ways to consume Isabgol in Hindi)
इसबगोल खाने के कई तरीके होते हैं। खासतौर पर इसका सेवन पानी या जूस में मिलाकर किया जाता है। लेकिन इसके अन्य सेवन के तरीके भी होते हैं। Isabgol Benefits In Hindi प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित तरीकों से इसका सेवन किया जा सकता है:
1. पानी या जूस में मिलाएं
एक गिलास पानी, जूस या दूध में 1-2 चम्मच इसबगोल पाउडर मिलाएं। इसे अच्छी तरह से हिलाएं और तुरंत पी लें। इसके पश्चात आपको तुरंत एक गिलास सादा पानी भी तुरंत पीना चाहिए।
2. दही में मिलाएं
फाइबर बढ़ाने के लिए अपने दही के कटोरे में एक चम्मच इसबगोल पाउडर मिलाएं। अधिक स्वादिष्ट नाश्ते या स्नैक के लिए आप इसे फलों, शहद या ग्रेनोला के साथ भी मिला सकते हैं।
3. स्मूदी में मिलाएं
अपनी पसंदीदा स्मूदी रेसिपी में एक चम्मच इसबगोल पाउडर मिलाएं। यह आपके स्मूदी को गाढ़ा कर देगा और एक बढ़िया स्वाद देगा।
इसबगोल के फायदे प्राप्त करने के लिए आप 5 अन्य तरीकों से भी इसका सेवन कर सकते हैं। वे 5 तरीके क्या हैं, जानने के लिए आप 5 ways to consume Isabgol वीडियो पर जाएं।
निष्कर्ष (Conclusion)
Isabgol benefits in Hindi कई हैं जैसे कि इसके सेवन से हृदय स्वास्थ्य बेहतर होता है, पाचन तंत्र मजबूत होता है, डायरिया और गैस बनाने की समस्या से राहत मिलती है, बालों का विकास होता है, त्वचा साफ और सुंदर बनती है, बवासीर रोग के इलाज में फायदे प्राप्त होते हैं आदि। नियमित रूप से इसबगोल का सेवन करना आपके समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
लेकिन ध्यान रहे कि ईसबगोल के फायदे और नुकसान दोनों हैं। अगर आप इसका सेवन करने जा रहे हैं तो अधिकाधिक मात्रा में पानी पिएं अन्यथा यह पेट और गले संबंधित कई दिक्कतों को जन्म दे सकता है। इसके अलावा, अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो बिना डॉक्टर की सलाह के इसका सेवन कदापि न करें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (Frequently Asked Questions)
1. इसबगोल को लेने का सबसे अच्छा समय क्या है?
इसबगोल लेने का सबसे अच्छा समय है भोजन के पहले। आप सुबह भोजन करने के पहले इस औषधि का सेवन कर सकते हैं। खासतौर पर अगर आप वजन घटाना चाहते हैं तो भोजन के 2 घंटे पहले इसका सेवन खूब सारा पानी के साथ फायदेमंद है।
2. इसबगोल की शीतलता या उष्णता कैसी होती है?
आयुर्वेद के अनुसार, इसबगोल की तासीर ठंडी होती है यानि यह आपके शरीर पर शीतल प्रभाव डालता है।
3. इसबगोल का उपयोग किन-किन रोगों में किया जा सकता है?
इसबगोल का उपयोग कई रोगों में किया जा सकता है जैसे बवासीर, मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर, दस्त, विपुटीशोथ, संवेदनशील आंत की बीमारी में किया जा सकता है।
4. पेट की सफाई के लिए इसबगोल का सेवन कैसे करें?
पेट की सफाई के लिए आपको दही के साथ इसबगोल का सेवन करना चाहिए। साथ ही आपको इसके सेवन के पश्चात एक से दो गिलास पानी का भी सेवन करना चाहिए।
5. इसबगोल का दैनिक सेवन कर सकते हैं क्या?
इसबगोल का सेवन दैनिक रूप से किया जा सकता है। लेकिन लंबी अवधि तक इसका इस्तेमाल शरीर में कुछ विटामिन और खनिज के अवशोषण की गति को धीमा कर सकता है।
References
- Health Benefits of Isabgol: Psyllium Husk Uses & Side-effects - Flebo: https://flebo.in/health/isabgol-psyllium-husk-benefits-side-effects/
- What is Isabgol and why you must start adding it in your food NOW - Times of India: https://timesofindia.indiatimes.com/life-style/food-news/what-is-isabgol-and-why-you-must-start-adding-it-in-your-food-now/photostory/68186496.cms
- The Health Benefits of Psyllium - Healthline: https://www.healthline.com/health/psyllium-health-benefits