गोंद कतीरा (Gond Katira) का इस्तेमाल और सेवन प्राचीन समय से किया जाता रहा है. इसे ट्रैगैकैंथ गम (TG) के नाम से भी जाना जाता है. इस पदार्थ पर किए गए रिसर्च के मुताबिक गोंद कतीरा अत्यधिक हाइड्रोफिलिक, बायोकम्पैटिबल है और सेवन के लिए सुरक्षित भी. इसका उपयोग खाद्य पैकेजिंग, दवा वितरण और टिश्यू इंजीनियरिंग में किया जाता है। साथ ही स्वास्थ्य के लिए भी गोंद कतीरा के ढेरों फायदे हैं.
गोंद कतीरा का सेवन वजन प्रबंधन में मदद करता है, पाचन स्वास्थ्य में सुधार करता है, त्वचा स्वास्थ्य बेहतर करता है, महिलाओं में माहवारी स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है, ब्लड शुगर कंट्रोल करता है, शरीर की गर्मी दूर करता है, त्वचा कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से बचाता है और पूरे शरीर में सूजन को कम करने में मदद करता है. इस ब्लॉग में हम विस्तार से Gond Katira benefits in Hindi को समझेंगे.
गोंद कतीरा क्या है (Gond Katira in Hindi)
गोंद कतीरा, जिसे ट्रागाकैंथ गम के नाम से भी जाना जाता है, एक प्राकृतिक गोंद है जो एस्ट्रागालस पेड़ के रस से प्राप्त होता है। यह एक सफ़ेद या हल्के पीले रंग का ठोस क्रिस्टल होता है जो पानी में घुलकर एक नरम जेली बनाता है। इसका इस्तेमाल सदियों से दक्षिण एशिया और मध्य पूर्व में पारंपरिक चिकित्सा और पाककला में किया जाता रहा है.
खासतौर पर आयुर्वेद में गोंद कतीरा का इस्तेमाल कई स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार में किया जाता रहा है. खासतौर पर पेट की गर्मी, कब्ज, इन्फ्लेमेशन जैसी समस्याओं में इसका इस्तेमाल किया जाता रहा है. इसके अलावा, आयुर्वेद और घरेलु नुस्खों में इसका इस्तेमाल बालों के स्वास्थ्य को बाने रखने के लिए भी किया जाता रहा है.
माना जाता है कि इसके इस्तेमाल से बालों में चमक आती है और वे ज्यादा घने, लम्बे और चमकदार बनते हैं. लेकिन कई लोग बाल झड़ने, नए बाल न उगने या हेयर ग्रोथ न होने की समस्या में भी गोंद कतीरा का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन कोई फायदा नहीं होता. बालों से जुडी समस्याएं अंदरूनी और बाहरी दोनों होती हैं और सिर्फ गोंद कतीरा खाने या तेल/शैम्पू लगाने से समस्या का समाधान नहीं होगा. इसके लिए Traya का फ्री हेयर टेस्ट देकर सबसे पहले समस्या की जड़ पहचानें और फिर उपचार की शुरुआत करें.
क्वालिटी गोंद कतीरा की पहचान कैसे करें?
गोंद कतीरा एक गाढ़ा चिपचिपा पदार्थ होता है जिसकी प्राप्ति एस्ट्रागालस पेड़ के रस से होती है. यह एक प्राकृतिक गोंद है जिसका इस्तेमाल/सेवन कई उद्देश्यों के लिए किया जाता है. लेकिन, मार्किट में आपको कई बार ख़राब क्वालिटी का प्रोडक्ट भी बेचा जा सकता है, अगर आप सजग नहीं हैं तो. अगर आप खराब क्वालिटी का प्रोडक्ट लेते हैं तो गोंद कतीरा के फायदे नहीं नुकसान ही होंगे.
इसलिए हमने आपकी मदद के लिए नीचे कुछ आवश्यक पॉइंट्स बताएं हैं जिन्हें ध्यान में रखकर आप क्वालिटी गोंद कतीरा की पहचान कर सकते हैं:
- असली गोंद कतीरा का रंग हल्का पीला या सफ़ेद होना चाहिए। गहरा रंग अशुद्धियों का संकेत हो सकता है
- सूखने पर इसकी बनावट कठोर और भंगुर होनी चाहिए। इसे पानी में पूरी तरह से घुलकर एक साफ़, थोड़ा चिपचिपा घोल बनाना चाहिए
- असली गोंद कतीरा गर्म पानी में बिना कोई अवशेष छोड़े पूरी तरह से घुल जाना चाहिए
- असली गोंद कतीरा में हल्की, मिट्टी जैसी गंध होनी चाहिए। तेज, अप्रिय गंध मिलावट का संकेत हो सकता है
- गोंद कतीरा की खरीद हमेशा trusted sources से करनी चाहिए, जो सर्टिफाइड हों
गोंद कतीरा के फायदे (Gond katira benefits in Hindi)
गोंद कतीरा के ढेरों स्वास्थ्य फायदे मिलते हैं. इसके सेवन से पेट की गर्मी शांत होती है, कब्ज की समस्या दूर होती है, बालों के स्वास्थ्य में सुधार आता है, जोड़ों और मांशपेशियों में मजबूती आती है, वजन घटता है, शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद मिलती है, पुरुषों के यौन स्वास्थ्य में सुधर करता है, सुजन दूर करता है आदि. आइए विस्तार से गोंद कतीरा के फायदे समझते हैं:
१. पेट की गर्मी को शांत करता है
गोंद कतीरा का सबसे बड़ा फायदा है पेट की गर्मी को शांत करने में. इसका उपयोग खासकर कि गर्मियों के मौसम में पेट की गर्मी को शांत करने और शरीर को ठंडक प्रदान करने के लिए किया जाता रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें म्यूसिलेज नामक प्राकृतिक तत्व प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो पाचन तंत्र पर सुखदायक परत बनाता है। यह परत पेट और आंतों की नाजुक परत को जलन से बचाने में मदद करती है।
तो इस तरह गोंद कतीरा शरीर को ठंडा करके और तरल पदार्थों की पूर्ति करके हीटस्ट्रोक के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा गर्मियों के मौसम में शरीर डीहाइड्रेशन का भी शिकार हो जाता है, जिससे निपटने में भी यह प्राकृतिक गोंद मदद करता है. गर्मियों के मौसम में इसकी cooling properties का फायदा प्राप्त करने के लिए इसे लस्सी, शर्बत या फालूदा जैसे ठंडे पेय में मिलाकर पिएँ.
२. कब्ज की समस्या से राहत दिलाता है
सदियों से गोंद कतीरा का इस्तेमाल कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए भी किया जाता रहा है. इसके लसदार गुण और पानी को अवशोषित करने की क्षमता इसे आंत्र नियमितता को बढ़ावा देने के लिए एक प्रभावी एजेंट बनाती है। अगर आपको अक्सर कब्ज की शिकायत रहती है तो रात को सोने से पहले साफ पानी में इसे भिगोकर रख दें. सुबह उठकर आप खली पेट गर्म पानी के साथ नरम गोंद कतीरा का सेवन करें.
दरअसल गोंद कतीरा कब्ज में फायदे दो वजहों से प्रदान करता है. पहला कि इसका म्यूसिलेज पाचन तंत्र पर एक सुरक्षात्मक परत बनाता है, जो जलन को शांत करने और स्वस्थ मल त्याग को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। दुसरे यह पानी को सोख लेता है, तथा एक जेल जैसा पदार्थ बनाता है, जो मल को नरम करने में मदद करता है तथा मलत्याग को आसान बनाता है।
३. बालों के स्वास्थ्य में सुधार करता है
अगर आपके बालों से धीरे धीरे नमी गायब हो रही है, बाल पहले की तरह कामक्दर और मुलायम नहीं रह गए हैं, बाल बेजान और भंगुर दिखलाई पड़ते हैं तो गोंद कतीरा मदद कर सकता है. इसके लिए आप गोंद कतीरा को रात भर पानी में भिगो दें. सुबह आप पानी को अलग करके इसमें दूध मिलाएं और एक गाढ़ा पेस्ट तैयार कर लें. अब इस पेस्ट को अपने बालों और स्कैल्प पर लगायें और मसाज करें.
अच्छे से मसाज करने के उपरांत आप अपने स्कैल्प को 30 मिनट के लिए यूँहीं छोड़ दें. इससे स्कैल्प और बालों में इसके गुण अच्छे से अवशोषित हो जायेंगे जिसके पश्चात साफ पानी से बालों को धो लें, आवश्यकता पड़ने पर शैम्पू कर सकते हैं. लेकिन ध्यान दें कि अगर आपके बाल तेजी से झड़ रहे हैं, बालों में ग्रोथ नहीं है, गंजेपन के शिकार हैं तो यह किसी काम का नहीं है. इससे बेहतर है कि समस्या का सटीक कारण जानने के लिए Free Hair Test दें.
एक्सपर्ट डॉक्टरों द्वारा तैयार यह हेयर टेस्ट बालों से जुडी समस्या का सटीक कारण पता करता है, समस्या की जड़ तक पहुँचता है. टेस्ट के पश्चात आपको फ्री रिपोर्ट दी जाती है. अगर आप बाल झड़ने.नए बाल न उगने की समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा चाहते हैं तो डॉक्टर आपके रिपोर्ट का अध्ययन करके खास आपके लिए हेयर किट तैयार करते हैं. उपचार शुरू करने के ३ से ५ महीनों में ही आपको रिजल्ट दिखना आरम्भ हो जाता है. तो देर न करें, फ्री हेयर टेस्ट अभी दें.
४.वजन घटाने में मदद करता है
गोंद कतीरा का नियमित सेवन करने से वजन घटाने में भी मदद मिलती है. नियमित रूप से अगर आप इसका सेवन करें तो आप अपना बढ़ा हुआ वजन घटा सकते हैं, अगर साथ-साथ आप योग-व्यायाम, संतुलित और कम आहार का सेवन करें तो. वजन बढ़ने का सबसे बड़ा कारण होता है कैलोरी. आज जितनी ज्यादा कैलोरी का सेवन करते हैं, वजन में उतना ही इजाफा होता है, खासकर जब आप योग-व्यायाम नहीं करते.
ऐसे में गोंद कतीरा फाइबर से युक्त होता है जिसका अर्थ यह हुआ कि इसके सेवन से आप पेट भरा हुआ महसूस करते हैं और भूख भी कम लगती है. इससे स्वाभाविक रूप से आप कम भोजन करते हैं, यानी कम कैलोरी. इसके अलावा जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया, यह शरीर को हाइड्रेटेड रखने और कब्ज की समस्या दूर करने में भी मदद करता है. अगर आपका पेट अच्छे से साफ़ होगा और आप हाइड्रेटेड महसूस करेंगे तो वजन घटाने में भी मदद मिलेगी.
५. जोड़ों के दर्द कम करने में सहायक है
अगर आप जोड़ों के दर्द और सुजन से परेशान हैं या मांसपेशियां क्षतिग्रस्त हैं तो इस परिस्तिथि में भी गोंद कतीरा आपकी मदद कर सकता है. यह जोड़ों और मांशपेशियों को किस प्रकार फायदे प्रदान करता है, आइए समझते हैं:
जोड़ों और मांशपेशियों को इसके फायदे प्रदान करने के लिए रात भर साफ़ पानी में इसे भिगोकर रख दें. सुबह होने पर गर्म पानी में हल्दी और बारीक कटी अदरक के साथ आप इसका सेवन कर सकते हैं. ध्यान दें कि बिना डॉक्टर की सलाह के इसका सेवन न करें.
६. यौन स्वास्थ्य बेहतर करने में मददगार है
गोंद कतीरा के फायदे पुरुषों के लिए भी हैं. इसके सेवन से पुरुषों में कामेच्छा बढती है, स्पर्म की गुणवत्ता और गतिशीलता में इजाफा होता है, लिंग तक रक्त प्रवाह बढ़ाकर इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या से राहत दिलाता है आदि. पारम्परिक आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल पुरुषों के सेक्सुअल हेल्थ से जुडी समस्याओं का इलाज किया जाता था.
यौन फायदे प्राप्त करने के लिए इसे रातभर भिगोयें और सुबह उठकर गर्म पानी और अश्वगंधा के साथ सेवन करें. इसके नियमित सेवन करने से रक्त प्रवाह और परिसंचरण बढ़ाने में मदद मिलती है, साथ ही ह्रदय स्वास्थ्य को भी बढ़ावा मिलता है. इससे लिंग में रक्त प्रवाह बढ़ जाता है जोकि कामेच्छा बढ़ाने और इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या दूर करने में मददगार है.
७. ह्रदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है
गोंद कतीरा के फायदे आपके ह्रदय के लिएभी हैं. अगर आप इसका सेवन नियमित रूप से करें तो ह्रदय के स्वास्थ्य को बेहतर करने में काफी मदद मिल सकती है. दरअसल गोंद कतीरा के घुलनशील फाइबर और प्रोटीन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं, जिससे हृदय रोग का खतरा कम हो सकता है। फाइबर पित्त अम्लों को बांधता है और उन्हें शरीर से बाहर निकालता है, जिससे धमनियों में कोलेस्ट्रॉल का निर्माण रोका जा सकता है।
साथ ही, गोंद कतीरा के सूजनरोधी गुण हृदयवाहिनी प्रणाली में सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं, जिससे हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा मिल सकता है। इसका सेवन रक्त में अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ावा भी देता है जिससे खराब कोलेस्ट्रॉल का खात्मा होता है. लेकिन ध्यान दें कि इसका सेवन कदापि अधिक मात्रा में न करें. साथ ही अगर किसी बड़ी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं तो भी इसका सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के न करें.
८. स्किन को जवां और चमकदार बनाता है
अगर समय से पहले ही आपकी त्वचा पर छुर्रियाँ, दाग-धब्बे दिखलाई पड़ रहे हैं, किल-मुहांसे की समस्या है तो गोंद कतीरा का सेवन फायदेमंद हो सकता है. इसके नियमित सेवन से छुर्रियाँ कम करने और स्किन के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है. लेकिन कैसे? यह त्वचा के स्वास्थ्य को कैसे बढ़ावा देता है आइये जानते हैं:
- यह त्वचा को नमीयुक्त रखकर त्वचा की लोच और समग्र रूप में सुधार कर सकता है।
- यह मुँहासे, एक्जिमा और सनबर्न जैसी त्वचा की परेशानियों को दूर करने में मदद कर सकता है।
- गोंद कतीरा शरीर से विषाक्त पदार्थों को साफ करने में मदद कर सकता है, जिससे मुँहासे को प्रबंधित करने में मदद मिल सकती है।
- यह कोलेजन उत्पादन को उत्तेजित कर त्वचा को युवा बनाए रखने में मदद करता है।
अगर आप अपने स्किन हेल्थ को बेहतर करना चाहते हैं तो रोजाना रात को सोने से पहले इसे साफ़ पानी में भिगोकर रख दें. सुबह आप इसका सेवन गर्म पानी में हल्दी मिलाकर कर सकते हैं. दो से तीन सप्ताह में ही आपको आपकी त्वचा पहले से अधिक जवां, सुन्दर और आकर्षक लगने लगेगी.
९. स्तनों के आकार में वृद्धि कर सकता है
गोंद कतीरा स्तनों (breast) के आकार को बढ़ाने में भी फायदेमंद हो सकता है. आयुर्वेद में इसे महिलाओं के स्तनों के आकार में वृद्धि करने वाला प्राकृतिक तत्व बताया गया है. अगर कोई महिला अपने स्तनों का आकार बढ़ाना चाहती हैं तो इसका सेवन कर सकती हैं. लेकिन ध्यान दें कि इसके सेवन से breast enlargement को लेकर कोई वैज्ञानिक प्रमाण या अध्ययन नहीं है.
स्तनों का आकार बढ़ाने के लिए इसका सेवन निम्न तरीकों से करें:
- 5 ग्राम गोंद कतीरा को पानी में भिगोकर रात भर के लिए छोड़ दें।
- सुबह सबसे पहले साफ करने के लिए पानी डालें और फिर एक गिलास दूध में गोंद कतीरा डालें।
- चीनी और बर्फ भी डालें।
- आश्चर्यजनक परिणाम पाने के लिए इसे रोजाना लेना चाहिए।
१०. गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर करता है
गोंद कतीरा गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है. गर्भावस्था के दौरान इसका सेवन पूर्ण रूप से सुरक्षित है लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के इसका सेवन न करें. गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की हड्डियाँ कमजोर हो जाती हैं और अक्सर उनमें कैल्शियम और की कमी हो जाती है. ऐसे में गोंद कतीरा कैल्शियम से भरपूर होता है, जो मां और भ्रूण दोनों की हड्डियों के स्वस्थ विकास में मदद करता है।
गोंद कतीरा शरीर को ताकत देने में सहायक है और नई माँ को मातृत्व की चुनौतियों से निपटने में मदद करता है। यह मासिक धर्म के दौरान भारी रक्त प्रवाह को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। बच्चे जे जन्म के पश्चात माओं में एनर्जी यां ताकत की कमी हो जाती है, जिसे रिस्टोर करने में भी यह प्राकृतिक गोंद मदद कर सकता है.
शुगर में गोंद कतीरा के फायदे
भारत सहित पूरी दुनिया में एक बड़ी आबादी शुगर की समस्या से परेशान है और कैसे भी करके इस समस्या से जल्द से जल्द छुटकारा पाना चाहते हैं. ऐसे में गोंद कतीरा का सेवन कुछ फायदे प्रदान कर सकता है, लेकिन ध्यान रखें कि विज्ञान के पास शुगर में गोंद कतीरा के फायदे को लेकर प्रमाण और अध्ययन का अभाव है. हालाँकि यह कैसे कुछ फायदे प्रदान कर सकता है, आइये समझते हैं:
गोंद कतीरा के फायदे धातु रोग में
धातु रोग की समस्या में भी गोंद कतीरा का सेवन फायदेमंद हो सकता है. धातु रोग एक शब्द है जिसका उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में शरीर के मूल ऊतकों या तत्वों, जिन्हें "धातु" के रूप में जाना जाता है, के असंतुलन या कमी की स्थिति का वर्णन करने के लिए किया जाता है। इस समस्या में गोंद कतीरा के फायदे कैसे हैं, आइये समझते हैं:
बवासीर में गोंद कतीरा के फायदे
बवासीर की समस्या को दूर करने के लिए भी गोंद कतीरा फायदेमंद प्राकृतिक तत्त्व है. बवासीर एक ऐसा रोग है जिसमें गुदा और मलाशय के आस-पास की नसें और मांशपेशियों में सुजन आ जाती है. इससे मलत्याग करने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, जिसमें मल में खून आना भी शामिल है. इस परिस्तिथि में गों कतीरा किस फायदेमंद है, आइए समझते हैं:
गोंद कतीरा खाने के नुकसान (Gond Katira ke nuksan)
गोंद कतीरा के फायदे और नुकसान दोनों हैं और इसलिए इसका सेवन संभल कर किया जाना चाहिए. अगर आप इसका सेवन आवश्यकता से अधिक मात्रा में कर लें तो फायदे के बजाय नुकसान झेलना पड़ेगा. गोंद कतीरा के नुकसान के हैं, आइये समझते हैं:
१. एलर्जी: इसके सेवन से कुछ व्यक्तियों में एलर्जी की समस्या शुरू हो सकती है. अगर इसके सेवन के पश्चात आप त्वचा पर चकत्ते, खुजली या सांस लेने में कठिनाई महसूस करते हैं तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें.
२. पाचन दिक्कतें: आमतौर पर तो गोंद कतीरा पाचन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, लेकिन अगर इसका सेवन अधिक मात्रा में आप करते हैं तो डायरिया की समस्या हो सकती है.
३. दवाओं के साथ प्रतिक्रिया: अगर आप इसका सेवन एनी दवाओं के साथ कर रहे हैं तो हो सकता है कि यह दवाओं के प्रभाव को कम कर दे या एलर्जिक रिएक्शन शुरू हो जाएं.
ध्यान दें कि गोंद कतीरा के फायदे और नुकसान पर वैज्ञानिक अध्ययन और प्रमाण का अभाव है. इसका सेवन सदियोंसे आयुर्विज्ञान में किया जाता रहा है लेकिन आधुनिक चिकिस्ता के पास फ़िलहाल इससे जुडी ज्यादा रिसर्च मौजूद नहीं हैं. इसलिए हम आपको इसका सेवन संभलकर, डॉक्टर की सलाह के पश्चात ही करने की सलाह देते हैं.
गोंद कतीरा कैसे खाएं (Gond Katira Kaise Khaye)
गोंद कतीरा का सेवन कई तरीकों से किया जा सकता है. स्वास्थ्य फायदे और सहूलियत को ध्यान में रखकर आप इसका सेवन मुख्य रूप से तीन तरीकों से कर सकते हैं. आइए जानते हैं कि गोंद कतीरा के फायदे प्राप्त करने के लिए इसका सेवन या इस्तेमाल कैसे करें:
१. पानी में भिगोकर
गोंद कतीरा का सेवन आप पानी में भिगोकर कर सकते हैं. आइये जानते हैं कैसे और इसके क्या फायदे क्या होंगे:
- विधि: गोंद कतीरा को रात भर पानी में भिगो दें। सुबह भीगे हुए गोंद कतीरा को गर्म पानी के साथ सेवन करें।
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लाभ: यह विधि आमतौर पर पाचन स्वास्थ्य के लिए उपयोग की जाती है, जिसमें कब्ज और सूजन शामिल है। यह गले को शांत करने और समग्र पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में भी मदद कर सकता है।
२. दूध, लस्सी या अन्य पेय में मिलाकर
इसके सेवन का दूसरा प्रचलित तरीका है कि आप सबसे पहले इसे पेय पदार्थों जैसे दूध और लस्सी आदि में मिलाकर पिएं. आइए जानते हैं कैसे:
- विधि: गोंद कतीरा पाउडर को दूध, लस्सी या शर्बत जैसे अपने पसंदीदा पेय पदार्थों में मिलाएँ।
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लाभ: यह विधि विशेष रूप से गर्म मौसम के दौरान लोकप्रिय है क्योंकि यह प्राकृतिक शीतलन प्रभाव प्रदान करती है और शरीर को हाइड्रेट करने में मदद करती है। यह पाचन स्वास्थ्य और समग्र कल्याण में भी योगदान दे सकता है।
३. हेयर मास्क तैयार करके
इसका इस्तेमाल आप हेयर मास्क के रूप में भी कर सकते हैं. आप घर बैठे इसका हेयर मास्क तैयार कर सकते हैं जोकि बालों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है:
- विधि: गोंद कतीरा पाउडर को पानी या दूध के साथ मिलाकर पेस्ट बना लें। इस मास्क को अपने बालों और स्कैल्प पर लगाएं, इसे 30 मिनट से एक घंटे तक लगा रहने दें और फिर धो लें।
- लाभ: गोंद कतीरा बालों के रोम को मजबूत कर सकता है, स्कैल्प को नमी प्रदान कर सकता है और रूसी को कम कर सकता है। यह बालों की बनावट और चमक को बेहतर बनाने में भी मदद कर सकता है।
निष्कर्ष
गोंद कतीरा, जिसे ट्रागाकैंथ गम के नाम से भी जाना जाता है, एक प्राकृतिक गोंद है जो एस्ट्रागालस पेड़ के रस से प्राप्त होता है। इसके सेवन से पेट की गर्मी शांति होती है, कब्ज की समस्या में राहत मिलती है, बालों का स्वास्थ्य बेहतर होता है, वजन घटाने में मदद मिलती है, जोड़ों का दर्द कम होता है, यौन स्वास्थ्य बेहतर होता है, ह्रदय स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है, स्किन को जवां और चमकदार बनाने में मदद मिलती है.
गोंद कतीरा के फायदे धातु, शुगर और बवासीर तीनों में हैं, लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी गंभीर बीमारी का इलाज इसकी मदद से करने की कोशिश न करें. अगर आप गोंद की अधिक मात्रा का सेवन कर लेते हैं तो इससे एलर्जी, पाचन सम्बंधित दिक्कतें और दवाओं के साथ प्रतिक्रिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
१. गोंद कतीरा प्राइस कितनी है?
गोंद कतीरा प्राइस वजन, क्वालिटी और कंपनी के हिसाब से अलग अल्हग हो सकता है. आमतौर पर आपको इसकी १ किलो क्वांटिटी लेने पर लगभग ५०० रूपए से लेकर ६०० रुपए खर्च करने पड़ सकते हैं.
२. क्या पुरुषों को गोंद कतीरा खाना चाहिए?
पुरुषों को अवश्य ही गोंद कतीरा का सेवन करना चाहिए. इसके सेवन से पुरुषों का यौन स्वास्थ्य बेहतर होता है, इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या दूर होती है, इनफर्टिलिटी को दूर करने में मदद मिलता है, स्पर्म का स्वास्थ्य बेहतर होता है और साथ ही मांशपेशियों की मरम्मत भी होती है.
३. 1 दिन में कितना गोंद कतीरा खाना चाहिए?
1 दिन में आपको अधिकतम ५ ग्राम गोंद कतीरा का सेवन करना चाहिए. ध्यान रहे कि इसका अधिक सेवन फायदे के बजाय नुकसान पहुंचा सकता है, इसलिए संभलकर उचित मात्रा में ही इसका सेवन करें.
४. गोंद कतीरा कितने दिन तक खाना चाहिए?
समस्या और डॉक्टर की सलाह के अनुरूप ही आपको गोंद कतिरे का सेवन करना चाहिए. आमतौर पर आप इसका सेवन हमेशा के लिए कर सकते हैं, इसका उचित मात्रा में सेवन करने से कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं होता है.
References
- Tragacanth - https://en.wikipedia.org/wiki/Tragacanth
- Tragacanth - Uses, Side Effects, and More - https://www.webmd.com/vitamins/ai/ingredientmono-688/tragacanth
- Gum Tragacanth - https://www.sciencedirect.com/topics/pharmacology-toxicology-and-pharmaceutical-science/gum-tragacanth