2020 के एक सर्वेक्षण के अनुसार, भारत में 20 से 29 वर्ष की आयु के बीच की 23% महिलाएं मासिक धर्म संबंधी समस्याओं का अनुभव करती हैं। इसमें अनियमित पीरियड आना या समय से पीरियड न आने की समस्या से परेशान महिलाएं भी शामिल हैं। ऐसे में एक प्रश्न उठता है कि आखिर पीरियड इरेगुलर क्यों होता है या पीरियड लेट क्यों होते हैं?
पीरियड लेट होने के कई कारण हो सकते हैं जिसमें प्रमुख है दवाएं, अत्यधिक तनाव, बर्थ कंट्रोल, बीमारियां, एक्सरसाइज, कुपोषण, वजन का घटना/बढ़ना, हार्मोन्स का असंतुलन आदि। इस ब्लॉग में हम आपको विस्तार से जानकारी देंगे कि आखिर पीरियड लेट क्यों होते हैं और समय पर पीरियड लाने के लिए आप क्या कर सकती हैं। इसके अलावा, हम इस विषय से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर भी जानकारी देंगे जोकि आपके लिए काफी सहायक होगा।
पीरियड देरी से आना क्या होता है
पीरियड देरी से आना उस स्तिथि को कहते हैं जब आपका पीरियड हर महीने एक निश्चित तारीख को नहीं आता है। एक सामान्य मासिक धर्म चक्र 24 से 38 दिनों तक का हो सकता है, यह हर महिला के हिसाब से अलग अलग हो सकता है। तो अगर आपका पीरियड चक्र 24 दिन का है और 30 दिन बीतने पर भी पीरियड नहीं आया तो इसे लेट पीरियड या पीरियड देरी से आना कहा जा सकता है।
पीरियड अगर समय पर नहीं आया तो इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे आपका अचानक से वजन घटा या बढ़ा हो, आप तनाव में हों, दवाइयां ले रहे हों आदि। ऐसे में आपको यथासंभव डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और देरी से पीरियड आने की समस्या पर सही परामर्श लेना चाहिए। पीरियड का लेट से आना कई समस्याओं को जन्म दे सकता है जिसमें बाल झड़ना भी शामिल है।
दरअसल, पीरियड देर से आना शरीर में हार्मोनल इंबैलेंस का संकेत हो सकता है जिससे बालों का झड़ना शुरू हो जाता है। आपके भी अगर बाल किन्हीं कारणों से झड़ रहे हैं तो Free Hair Test दें। यह टेस्ट बिलकुल मुफ्त है और आपको आपके बाल झड़ने के सटीक कारणों की जानकारी देता है। इससे आसानी से बाल झड़ने की समस्या का उपचार हो सकता है।
पीरियड लेट क्यों होते हैं
पीरियड लेट होने के कई कारण होते हैं जैसे तनाव, दवाइयां, वजन घटना/बढ़ना, शरीर में हार्मोन्स का असंतुलन आदि। इन सभी कारणों पर हम आपको विस्तार से जानकारी देंगे और बताएंगे कि पीरियड लेट क्यों होते हैं और आपको उस परिस्थिति में क्या करना चाहिए।
1. अत्यधिक तनाव की वजह से पीरियड देर से आना
अगर आप अत्यधिक तनाव का अनुभव कर रही हैं तो पीरियड देर से आने की समस्या का सामना आपको करना पड़ सकता है। अत्यधिक तनाव लेना न सिर्फ आपके मानसिक स्वास्थ्य को खराब कर देता है बल्कि आपके पीरियड चक्र को भी असंतुलित कर देता है। जब आप तनावग्रस्त होती हैं, तो आपका शरीर अधिक कोर्टिसोल का उत्पादन करता है, जो आपके चक्र को नियंत्रित करने वाले हार्मोन एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के उत्पादन में हस्तक्षेप कर सकता है।
ऐसे में आपको क्या करना चाहिए? Stress management! जी हां आप अपने तनाव को मैनेज करने अनियमित पीरियड की समस्या का समाधान कर सकती हैं। तनाव कम होने से कॉर्टिसोल का उत्पादन कम होगा जिससे हार्मोन्स का उत्पादन बाधित नहीं होगा और पीरियड समय पर आएगा। तनाव कम करने के लिए आपको वर्तमान में जीने और अपने कर्मों पर ध्यान लगाने की प्रैक्टिस करनी चाहिए।
2. हार्मोन्स के असंतुलन से पीरियड लेट होता है
हार्मोन्स का असंतुलित होना भी पीरियड देरी से आने का एक प्रमुख कारण बन सकता है। आपका पीरियड चक्र पूरी तरह से शरीर में बनने वाले हार्मोन्स पर ही निर्भर करता है। ऐसे में अगर यही गड़बड़ हो जाए तो पीरियड देरी से आने या न आने की समस्या हो सकती है। पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस), थायरॉइड समस्याएं और यहां तक कि उच्च प्रोलैक्टिन स्तर जैसी स्थितियां इस नाजुक संतुलन को बाधित कर सकती हैं और अनियमित या मिस्ड पीरियड्स का कारण बन सकती हैं।
अगर आपका पीरियड भी इन्हीं कारणों की वजह से लेट है तो हम आपको सुझाव देते हैं कि डॉक्टर से संपर्क करें और उन्हीं अपनी समस्या से अवगत कराएं। खासतौर पर पीसीओएस, थायराइड और शरीर में prolactin levels का बढ़ जाने की समस्या में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना बेहद जरूरी हो जाता है। अगर हार्मोन्स का असंतुलन तनाव की वजह से है तो Stress Management और योग प्राणायाम करना एक अच्छा विकल्प है।
3. वजन में उतार-चढ़ाव एक प्रमुख कारण है
पीरियड लेट से आने की समस्या का एक प्रमुख कारण आपके शरीर के वजन में आया उतार चढ़ाव भी है। अगर आपने हाल फिलहाल में ही वजन बढ़ाया या घटाया है तो आपके पीरियड का तय समय पर आना मुश्किल हो जाता है। शरीर में बहुत कम वसा होने से ओव्यूलेशन बाधित हो सकता है, जबकि अधिक वजन होने से मासिक धर्म अनियमित हो सकता है या पूरी तरह से बंद भी हो सकता है।
इस परिस्थिति में हम आपको सलाह देते हैं कि संतुलित आहार लें, रोजाना एक्सरसाइज करें, खून सारा पानी पिएं और वे सभी जरूरी कदम उठाएं ताकि आपका वजन नियंत्रित हो सके। तेजी से वजन में उतार चढ़ाव की वजह से हार्मोन्स असंतुलित हो जाते हैं जिससे पीरियड देरी से आने की संभावना अधिक हो जाती है।
4. दवाइयों का सेवन पीरियड लेट आने का कारण
अगर आप पीरियड देरी से आने या न आने की समस्या से परेशान हैं तो दवाइयां भी एक कारण हो सकती हैं। हालांकि सभी दवाइयां पीरियड देरी से आने का कारण नहीं बनती हैं लेकिन अगर आप steroids, Antipsychotics, birth control pills, epilepsy pills आदि का सेवन आपके पीरियड आने के चक्र को बाधित कर सकता है। इन दवाओं के सेवन से आपके शरीर में हार्मोन्स का संतुलन बिगड़ जाता है जिससे पीरियड देरी से आते हैं।
इसके अलावा, कुछ दवाओं के दुष्प्रभाव हो सकते हैं जो अप्रत्यक्ष रूप से आपके मासिक धर्म को प्रभावित करते हैं। उदाहरण के लिए, antidepressants दवाएं कभी-कभी वजन में उतार-चढ़ाव या तनाव में कमी का कारण बन सकती हैं, ये दोनों ही आपके पीरियड को प्रभावित कर सकते हैं। अगर आपको लगता है कि दवाओं के वजह से आपका पीरियड लेट है तो आपको अपने डॉक्टर से बात करना चाहिए।
5. गर्भनिरोधक गोलियां पीरियड आने में देरी का कारण
अगर आप प्रेगनेंसी से बचने के लिए गर्भनिरोधक गोलियों (birth control pills) का सेवन करती हैं तो यह भी पीरियड देरी से आने का एक कारण बन सकता है। यह एक आम समस्या है और इसलिए आपको ज्यादा घबराने की आवश्यकता नहीं है। दरअसल गर्भनिरोधक गोलियाँ मुख्य रूप से ओव्यूलेशन को रोककर मासिक धर्म में देरी का कारण बनती हैं। ओवुलेशन उस प्रक्रिया को कहते हैं जब आपके अंडाशय से अंडा निकलता है और आगे जाकर यही पीरियड में निकलने वाले mucous और blood का कारण बनता है।
इसके अलावा जब आप गर्भनिरोधक गोलियां लेती हैं तो आपके शरीर में हार्मोन्स का संतुलन भी बिगड़ जाता है। हार्मोन्स असंतुलन की वजह से पीरियड लेट से आने की समस्या शुरू हो सकती है। खासतौर पर उन गर्भनिरोधक गोलियों से पीरियड लेट आने का खतरा ज्यादा हो जाता है जिनमें एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रॉन दोनों होते हैं।
6. पीरियड लेट से आने की एक वजह एक्सरसाइज भी
महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए एक्सरसाइज करना काफी फायदेमंद है। इसकी वजह से शरीर को कई फायदे मिलते हैं और शरीर मजबूत बनता है। लेकिन महिलाओं में एक्सरसाइज कई बार पीरियड देरी से आने का कारण भी बन सकता है। इसका कारण है दिमाग में मौजूद Hypothalamus। यह महिलाओं में माहवारी को नियंत्रित करने का एक कंट्रोल सेंटर माना जाता है।
जब अत्यधिक व्यायाम और अपर्याप्त कैलोरी सेवन के कारण आपके शरीर में ऊर्जा की उपलब्धता बहुत कम हो जाती है, तो हाइपोथैलेमस इसे प्रजनन के लिए तनावपूर्ण स्थिति के रूप में देख सकता है। इस वजह से वह शरीर में Gonadotropin-releasing hormone (GnRH) के उत्पादन को कम कर सकता है जिसकी वजह से आपका पीरियड लेट हो सकता है। कम GnRH और बाद में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के स्तर में कमी की वजह से ओवुलेशन नहीं होगा जोकि पीरियड के लिए जरूरी है।
7. थायराइड रोग की समस्या बन सकता है लेट पीरियड की वजह
थायराइड रोग की वजह से भी लेट पीरियड आने की समस्या खड़ी हो सकती है। दरअसल आपके पीरियड चक्र को नियमित करने में थायराइड हार्मोन्स महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जब आपका थायरॉइड कम सक्रिय (हाइपोथायरायडिज्म) या अति सक्रिय (हाइपरथायरायडिज्म) होता है, तो यह ओव्यूलेशन और मासिक धर्म के लिए आवश्यक हार्मोन के संतुलन को बाधित कर सकता है। यानि थायराइड हार्मोन का स्तर शरीर में सामान्य होना आपके पीरियड का समय पर आने के लिए जरूरी है।
अगर आपको Hypothyroidism (कम थायराइड हार्मोन उत्पादन) की समस्या है तो अनियमित पीरियड्स, भारी रक्तस्राव, या मिस्ड पीरियड्स की समस्या हो सकती है तो वहीं Hyperthyroidism (अत्यधिक थायराइड हार्मोन उत्पादन) की समस्या है तो हल्के मासिक धर्म, अनियमित मासिक धर्म, या यहाँ तक कि बिल्कुल भी मासिक धर्म नहीं की समस्या हो सकती है।
8. कुछ रोगों की वजह से पीरियड लेट हो सकता है
अगर आप किसी रोग से पीड़ित हैं तो आपका पीरियड लेट से आ सकता है। जब आप किसी रोग से पीड़ित होते हैं तो दो बातें होती हैं। पहली यह कि रोग से ग्रसित होने पर शरीर में हार्मोन्स का संतुलन बिगड़ सकता है यानी एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रॉन का स्तर घटने बढ़ने की समस्या हो सकती है। दूसरे कि बीमारी को ठीक करने के लिए आप दवाओं का सेवन करेंगी, जो हार्मोन्स के उतार चढ़ाव को और भी बदतर बना सकता है। इस वजह से पीरियड लेट होने की समस्या खड़ी हो जाती है।
साथ ही, बीमार पड़ने पर आपके शरीर में पोषक तत्वों का अवशोषण भी काफी कम हो जाता है। शरीर में अगर सही ढंग से पोषक तत्व अवशोषित नहीं होंगे तो ओवुलेशन बाधित होगा जोकि दोबारा से पीरियड देरी से आने का कारण बन सकता है। अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं और आपका पीरियड लेट है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
9. एनीमिया की वजह से पीरियड लेट होना
अगर आपको एनीमिया की समस्या है यानि शरीर में हीमोग्लोबिन और लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन कम हो गया है तो भी आपका पीरियड देर से आने की समस्या खड़ी हो सकती है। दरअसल पीरियड के लिए जिम्मेदार हार्मोन्स एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रॉन का उत्पादन कुछ जरूरी एंजाइम्स पर निर्भर करता है। अगर आपको एनीमिया की समस्या हो जाती है तो इसका अर्थ है कि शरीर में आयरन की कमी है और यही आयरन हार्मोन्स के उत्पादन के लिए जिम्मेदार एंजाइम्स का उत्पादन करता है।
ऐसे में जब आपको आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया होता है, तो आपके शरीर में इन एंजाइमों के ठीक से काम करने के लिए पर्याप्त आयरन नहीं होता है। यह प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजेन जैसे हार्मोन के उत्पादन को बाधित कर सकता है, जोकि पीरियड लेट से आने की समस्या को जन्म दे सकता है।
प्रेगनेंसी और पीरियड लेट होना
अगर आप पीरियड डेडलाइन को मिस कर चुकी हैं और आपका पीरियड अभी तक नहीं आया तो हो सकता है कि आप गर्भवती हों। खासतौर पर अगर आप sexually active हैं और पीरियड लेट से आने की समस्या हुई है तो संभव है कि आप प्रेगनेंट हों। परंतु ऐसा क्यों होता है कि प्रेगनेंट होने पर पीरियड्स नहीं आते हैं? आइए आसान शब्दों में समझते हैं।
दरअसल महिलाओं का शरीर Menopause के पहले हर महीने प्रेगनेंसी के लिए तैयार होता है। इसके लिए हर महीने आपके गर्भाशय में गर्भाशय की परत तैयार होती है। यह अंदरूनी परत बच्चे के सही विकास के लिए आवश्यक होती है। इसके मैच्योर होने तक भी अगर fertilizing egg इस परत में नहीं पहुंचता तो शरीर इसे बाहर निकाल देता है क्योंकि इसकी कोई जरूरत ही नहीं रह जाती। इसे निकालने के प्रोसेस को ही हम पीरियड कहते हैं।
अगले महीने फिर से शरीर इस परत को तैयार करता है इसी उम्मीद है कि फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया शुरू होगी। एक बार जब स्पर्म की मदद से नर अंडे का प्रवेश हो जाता है तो हार्मोन्स रक्त से भरे टिशूज को यह सिग्नल भेजते हैं कि बच्चे के सही विकास के लिए उन्हें फूटना/निकलना नहीं है बल्कि जस का तस रहना है। तो इस वजह से जैसे ही आप प्रेगनेंट होती हैं, पीरियड का आना बंद हो जाता है। हालांकि थोड़ी बहुत spotting (खून की छींटें) दिखाई दे सकती हैं जिसके लिए पैड की आवश्यकता नहीं पड़ती।
पीरियड लेट होने पर क्या करें
अगर आपका पीरियड समय पर नहीं आया है और एक सप्ताह से ज्यादा का समय बीत चुका है तो अब बारी है जरुरी कदम उठाने की। पीरियड लेट होने पर आप कई कदम उठा सकती हैं और अनियमित चक्र को नियमित कर सकती हैं।
1. प्रेगनेंसी टेस्ट दें
अगर आप सेक्सुअली एक्टिव रहीं हैं या आपने बिना birth control methods के शारीरिक संबंध बनाए हैं तो पीरियड लेट आने का एक कारण प्रेगनेंसी हो सकता है। इसके लिए आप घर पर ही प्रेगनेंसी टेस्ट कीट की मदद से टेस्ट देकर पता कर सकती हैं कि आप वाकई प्रेगनेंट हैं या नहीं। यह टेस्ट 2 दिन के अंतराल पर दो बार किया जाना चाहिए, टेस्ट कीट अच्छे ब्रांड का ही चुनना चाहिए और पीरियड मिस होने के 10 दिन बाद ही इस टेस्ट को करना ज्यादा बेहतर होता है।
2. कुछ दिन और इंतजार करें
अगर आपका पीरियड लेट है और प्रेगनेंसी टेस्ट देने के बावजूद टेस्ट नेगेटिव आया है तो अब आपको कुछ दिनों का इंतजार और करना चाहिए। खासतौर पर अगर आपका पीरियड इरेगुलर है तो हो सकता है कि कुछ दिनों में पीरियड आ जाए। आप एक से डेढ़ सप्ताह का इंतजार कर सकती हैं। इस दौरान आप संतुलित भोजन करें, तनाव बिल्कुल न लें और आसान योगासन करें। साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी पीना भी महत्वपूर्ण है।
3. डॉक्टर से संपर्क करें
अगर आप प्रेगनेंट भी नहीं हैं और आपका पीरियड 2 महीने से भी अधिक समय तक नहीं आया है तो आपको अवश्य ही डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। लम्बे समय तक पीरियड न आना किसी बीमारी का संकेत भी हो सकता है इसलिए डॉक्टर ही सही सुझाव और इलाज कर सकेंगे। आपको डॉक्टर से बात करने में बिलकुल भी झिझकना नहीं चाहिए क्योंकि समस्या गंभीर भी हो सकती है।
1 महीने से पीरियड नहीं आ रहा है तो क्या करें?
अगर आपका एक महीने से पीरियड नहीं आ रहा है और आप सेक्सुअली एक्टिव हैं तो आपको प्रेगनेंसी टेस्ट देना चाहिए। दवाओं की दुकान या ऑनलाइन शॉपिंग साइट पर आपको आसानी से यह कीट मिल जाएगा, जिसकी मदद से आप टेस्ट दे सकती हैं। इससे आप सुनिश्चित हो सकती हैं कि आप प्रेगनेंट हैं या नहीं। इसके अलावा, अगर आपका पीरियड इरेगुलर है तो हम आपको कुछ दिनों तक और इंतजार करके देखना चाहिए।
अगर आप प्रेगनेंट भी नहीं हैं और आपका पीरियड दो महीने तक लेट हो जाता है तो डॉक्टर से संपर्क करें। दो या तीन महीने से भी अधिक दिनों तक पीरियड न आना किसी बीमारी का संकेत हो सकता है। ऐसे में एक क्वालिफाइड डॉक्टर से संपर्क करना बेहतर होता है। इस बीच आपको संतुलित आहार करने, खूब सारा पानी पीने और आसान एक्सरसाइज और योगाभ्यास करने की सलाह दी जाती है।
पीरियड मिस होने के कारण क्या हैं
पीरियड मिस होने के कई कारण हो सकते हैं। आमतौर पर अत्यधिक तनाव लेना, कड़ी एक्सरसाइज करना, बीमार पड़ना, बीमारियों के लिए दवाओं का सेवन करना, एनीमिया होना, वजन में उतार चढ़ाव, थायराइड रोग, गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन, पेट में गांठ बनना और प्रेगनेंसी पीरियड मिस होने के कारण होते हैं।
अगर आपका पीरियड 10 से भी अधिक दिन से मिस हो गया है तो आपको तुरंत प्रेगनेंसी टेस्ट देना चाहिए। अगर प्रेगनेंसी टेस्ट नेगेटिव आए और आपका पीरियड अनियमित भी है तो आपको कुछ और दिनों का इंतजार करना चाहिए। अगर पीरियड 2 महीने से भी अधिक दिनों तक न आए तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए क्योंकि यह किसी बीमारी का संकेत हो सकता है।
पीरियड लाने के उपाय क्या हैं
अगर प्रेगनेंसी टेस्ट नेगेटिव है और आपका पीरियड कई दिनों से नहीं आ रहा तो आप कुछ उपाय अपना सकती हैं। पीरियड जल्दी लाने के उपाय हैं:
1. तनाव कम करें
पीरियड न आने का एक प्रमुख कारण अत्यधिक स्ट्रेस यानि तनाव भी होता है जिसे कम करके आप पीरियड को जल्दी ला सकती हैं। इसके लिए आप Stress Management कर सकती हैं, रोजाना योग और व्यायाम करें, खुब सारा पानी पिएं, जिनके साथ आप बेहतर महसूस करती हैं उनके साथ समय बिताएं और भविष्य पर नहीं बल्कि वर्तमान पर ध्यान दें।
2. संतुलित आहार का सेवन करें
पीरियड मिस होने का एक प्रमुख कारण हार्मोन्स का असंतुलित होना होता है। ऐसे में आपको हम संतुलित आहार के सेवन की सलाह देते हैं। एक संतुलित आहार में वे सभी खाद्य पदार्थ मौजूद होते हैं जो आपके शरीर को पर्याप्त मात्रा में मिनरल्स और विटामिंस प्रदान करते हैं। एक संतुलित आहार का सेवन करने से आपके हार्मोन्स संतुलित हो जायेंगे जिससे पीरियड जल्दी लाने में मदद मिलेगी।
3. रोजाना करें हल्की एक्सरसाइज और योग
अगर आपका पीरियड लेट हो गया है तो रोजाना हल्की एक्सरसाइज और योगाभ्यास आपकी मदद कर सकते हैं। व्यायाम हार्मोन को विनियमित करने और समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकता है। लेकिन दोबारा से कड़ी एक्सरसाइज बिल्कुल न करें, इससे आपका माहवारी चक्र अनियमित हो सकता है।
4. खाएं Santulan Tablets
अगर आपका पीरियड अनियमित हो गया है तो हम आपको Santulan Tablets खाने की सलाह देते हैं। आपके शरीर में हार्मोन्स का संतुलन बेहतर हो, आपके बाल स्वस्थ और मजबूत बनें और एक महिला के तौर पर आपका पूरा स्वास्थ्य बेहतर हो इसके लिए हमने Santulan Tablets बनाया है जिसमे शामिल है:
- Her Santulan
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ये सभी संतुलन टैबलेट्स पूरी तरह से आयुर्वेदिक हैं, शाकाहारी हैं और आपके शरीर पर सकारात्मक प्रभाव डालती हैं। अगर आपका पीरियड सही समय पर नहीं आता तो ये टैबलेट्स आपके पीरियड को रेगुलेट करने में मदद करते हैं और पीरियड सही समय पर लाने में मददगार हैं।
निष्कर्ष
पीरियड देर से आने के कारण आमतौर पर कई होते हैं। तनाव, अत्यधिक एक्सरसाइज, बर्थ कंट्रोल पिल्स, वजन में उतार चढ़ाव, कुछ बीमारियां, दवाओं का सेवन, थायराइड, एनीमिया और हार्मोन्स का असंतुलन पीरियड लेट आने के प्रमुख कारण है। अगर आपके पीरियड लेट हैं तो प्रेगनेंसी भी एक कारण हो सकती है।
अगर आप सेक्सुअली एक्टिव हैं तो हम आपको सलाह देंगे कि तुरंत प्रेगनेंसी टेस्ट कीट की मदद से टेस्ट दें। अगर रिजल्ट नेगेटिव आता है तो कुछ दिनों का इंतजार और करें। अगर पीरियड 2 से 3 महीने लेट हो जाता है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने क्योंकि यह कोई बड़ी बीमारी का संकेत भी हो सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (Frequently Asked Questions)
1. पीरियड कितने दिन लेट हो सकते हैं?
अगर पीरियड आने की निश्चित तिथि से पीरियड 7 से 10 दिन लेट हो जाए तो यह सामान्य है। कई कारणों से निश्चित तिथि पर पीरियड न आने की समस्या हो सकती है इसलिए इतने दिनों तक इंतजार कर सकती हैं।
2. पीरियड्स लेट होने पर क्या करें?
अगर आपका पीरियड लेट हो गया है और आप सेक्सुअली एक्टिव हैं तो आपको तुरंत प्रेगनेंसी कीट की मदद से टेस्ट देना चाहिए। अगर टेस्ट नेगेटिव आता है तो आपको कुछ दिनों तक और इंतजार करना चाहिए। इस दौरान आपको संतुलित भोजन, तनाव से दूरी और हल्की एक्सरसाइज करनी चाहिए। अगर पीरियड 2 से 3 महीने लेट है तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
3. गर्भावस्था न होने पर पीरियड क्यों नहीं आये?
कई बार ऐसा होता है कि आप गर्भवती हैं फिर भी पीरियड नहीं आते हैं। इसके पीछे अत्यधिक तनाव, हार्मोंस का असंतुलित होना, कड़ी एक्सरसाइज, कुछ बीमारियां, दवाएं, एनीमिया जैसे कई कारण हो सकते हैं। 2 से 3 महीने तक पीरियड नहीं आने का कारण कोई गंभीर बीमारी हो सकती है जिसकी आपको जांच करानी चाहिए।
4. पीरियड लाने के उपाय क्या हैं?
पीरियड लाने के लिए आप तीन मुख्य उपाय कर सकती हैं। पहला कि आपको तनाव से मुक्ति पा लेनी चाहिए, इसके लिए स्ट्रेस मैनेजमेंट किया जा सकता है। दूसरा आपको हल्की एक्सरसाइज और योगाभ्यास करना चाहिए और तीसरा संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए। इससे आपके हार्मोन्स संतुलित हो सकते हैं और पीरियड जल्दी आ सकता है।
References
- Missed or late periods - NHS: https://www.nhs.uk/conditions/missed-or-late-periods/
- What causes a late period with a negative pregnancy test - Medical News Today: https://www.medicalnewstoday.com/articles/322893
- How Late Can a Period Be? Plus, Why It’s Late - Healthline: https://www.healthline.com/health/how-late-can-a-period-be