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गोखरू के फायदे पुरुषों के लिए | Gokhru ke Fayde


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गोखरू के फायदे (Gokhru ke fayde) पुरुषों के लिए वाकई काफी चौंकाने वाले हैं। पुरुषों में होने वाली लगभग सभी यौन संबंधित समस्याओं को दूर करने में गोखरू मदद करता है। शरीर में कमजोरी हो, वीर्य में स्पर्म की संख्या कम हो, शीघ्रपतन की समस्या हो, इनफर्टिलिटी से परेशान हों आदि कई सेक्सुअल प्रोब्लेम्स को दूर रखने में गोखरू मदद करता है। इसे त्रिकंटक या गोक्षुर भी कहा जाता है।

इस ब्लॉग में हम विस्तार से आपको पुरुषों के सेक्सुअल हेल्थ के लिए फायदेमंद इस औषधि पर जानकारी देंगे। इसमें आप न सिर्फ यह जानेंगे कि गोखरू के फायदे पुरुषों के लिए क्या हैं, बल्कि साथ ही हम गोखरू के नुकसान, गोखरू खाने का तरीका और अन्य कई संबंधित प्रश्नों पर आपको जानकारी देंगे। 

 

गोखरू क्या होता है (Gokhru kya hota hai)

गोखरू एक औषधीय गुणों से भरपूर आयुर्वेदिक औषधि है जिसे त्रिकंटक या गोक्षुर भी कहा जाता है। इसके फल, पत्ते, तने और जड़ सभी भागों का इस्तेमाल कई स्वास्थ्य फायदों के लिए किया जाता है। मुख्य रूप से यह पुरुषों के यौन स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसका चूर्ण, काढ़ा, कैप्सूल और चाय का सेवन किया जा सकता है।

गोखरू का उल्लेख प्राचीन ग्रंथों जैसे ऋग्वेद और चरक संहिता में मिलता है। इतिहासकारों के मुताबिक प्राचीन रोम, मिस्र और यूनान में भी इसका इस्तेमाल स्वास्थ्य फायदों के लिए किया जाता था। सिर्फ आयुर्वेद और प्राचीन चिकित्सा प्रणाली ही नहीं बल्कि आज का आधुनिक चिकित्सा पद्धति भी गोखरू के फायदे को स्वीकार करती है। आइए विस्तार से सबसे पहले जानते हैं कि गोखरू के फायदे पुरुषों के लिए क्या हैं, तत्पश्चात हम अन्य फायदों पर भी आपको जानकारी देंगे। 

गोखरू के फायदे पुरुषों के लिए (Gokhru Ke Fayde Purusho Ke Liye)

गोखरू पुरुषों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। चाहे पुरुषों की ताकत बढ़ानी हो या टेस्टोस्टेरोन के स्तर को सुधारना हो, यह कई प्रकार से पुरुषों के लिए फायदेमंद है।


1. Erectile Dysfunction से मुक्ति दिलाता है (Provides relief from erectile dysfunction)

इरेक्टाइल डिस्फंक्शन एक ऐसी बीमारी है जिसमें पुरुषों के लिंग (penis) में पर्याप्त मात्रा में रक्त का प्रवाह न हो पाने की वजह से इरेक्शन बनाए रखने में कठिनाई होती है। रक्त प्रवाह के अलावा तनाव और चिंता भी इसकी दूसरी वजह होती है। ऐसे में गोखरू का नियमित सेवन आपको इस समस्या से निजात दिला सकता है। गोखरू सबसे पहले तो टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने का कार्य करता है जिससे यौन इच्छा बढ़ती है और इरेक्शन पाने में मदद मिलती है।

इसके अलावा, यह लिंग में रक्तप्रवाह को भी बेहतर करता है जोकि ED की समस्या को दूर करने के लिए सबसे आवश्यक है। साथ ही यह पुरुषों में तनाव और चिंता को भी दूर करता है जिससे इरेक्शन को पाने और बनाए रखने में मदद मिलती है। अगर आप ईडी की समस्या से परेशान हैं तो रोजाना 2 चम्मच गोखरू का चूर्ण दूध के साथ ले सकते हैं। 


2. टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाता है (Increases testosterone levels)

टेस्टोस्टेरोन एक male sex hormone है जो पुरुषों में मांशपेशियों के विकास के साथ ही हड्डियों के घनत्व को बढ़ाता है, लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है, स्पर्म का उत्पादन अधिक मात्रा में करने में मदद करता है और साथ ही, कामवासना को भी बढ़ाता है। अगर इसकी मात्रा शरीर में पर्याप्त मात्रा में हो तो इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या भी नहीं होती है। ऐसे में टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाने में गोखरू काफी फायदेमंद साबित माना गया है।

गोखरू शरीर में LH यानि ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन को बढ़ाता है जिससे टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन तेजी से होता है। साथ ही, यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेट्स की तरह काम करता है जिसकी वजह से टेस्टोस्टेरोन को किसी भी प्रकार की क्षति नहीं होती है। इसके अलावा, यह तनाव को भी कम करता है जोकि टेस्टोस्टेरोन के सबसे बड़े दुश्मन माने जाते हैं। तो इस तरह गोखरू के फायदे पुरुषों के लिए वाकई उल्लेखनीय हैं। 


3. Low Sperm Count की समस्या दूर करता है (Increases sperm count in men)

महिलाओं में गर्भ धारण करने के लिए दो बातों का होना आवश्यक होता है, पहला स्पर्म की क्वालिटी और दूसरा उनकी मोटिलिटी यानी प्रवाह। अगर इन दोनों में से कोई एक भी सही स्तिथि में नहीं है तो बांझपन की समस्या सामने आती है। ऐसे में गोखरू पुरुषों में स्पर्म की क्वालिटी और मोटीलिटी दोनों को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है। 

सबसे पहले तो यह पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन को बूस्ट करती है जोकि स्पर्म काउंट को बेहतर करने के लिए आवश्यक होता है। इसके पश्चात, इसमें ऐसे औषधीय गुण पाए जाते हैं जिससे स्पर्म की गुणवत्ता और गतिशीलता में सुधार होता है। साथ ही, जैसा कि हमने पहले ही आपको बताया, यह चिंता और तनाव के स्तर को भी कम करती है जोकि स्वस्थ स्पर्म उत्पादन के लिए आवश्यक है।


4. पुरुषों में शारीरिक कमजोरी को दूर करता है (Removes physical weakness in men)

मर्दाना कमजोरी या पुरुषों में आंतरिक कमजोरी के कई लक्षण होते हैं जैसे कम यौन इच्छा, स्तंभन दोष, शीघ्रपतन, कम शुक्राणुओं की संख्या, शुक्राणुओं के गतिशीलता में कमी आदि। इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए गोखरू खाने के फायदे  हैं। इससे मर्दाना ताकत बढ़ती है जिससे सेक्सुअल परफॉर्मेंस भी बढ़ता है। पुरुषों में शारीरिक कमजोरी का एक मुख्य कारण टेस्टोस्टेरोन की कमी होती है।

गोखरू पुरुषों में ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन को बढ़ा देता है जिससे टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन में वृद्धि होती है। इसके अलावा, यह गुप्तांगों तक रक्त प्रवाह को भी बेहतर करता है जिससे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन यानि स्तंभन दोष से छुटकारा मिलता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स गुण भी मौजूद होते हैं जिससे स्पर्म की क्वालिटी बेहतर होती है और साथ ही, गुप्तांगों का स्वास्थ्य भी बेहतर होता है।


5. शीघ्रपतन को रोकने में कारगर है (Helpful in preventing premature ejaculation)

शीघ्रपतन एक ऐसी स्तिथि है जिसमें संभोग के दौरान पुरुष का वीर्य जल्दी निकल जाता है। इस समस्या से हजारों लोग परेशान हैं। दुनियाभर में लगभग 40% पुरुष इस समस्या से पीड़ित हैं जिसकी वजह से उनकी पर्सनल लाइफ डिस्टर्ब होती है। गोखरू का सेवन शीघ्रपतन को रोकने में भी आपको मदद कर सकता है। 

जब पुरुष इसका सेवन करते हैं तो यौन शक्ति बढ़ती है और खासतौर पर जननांगों और इससे संबंधित मांशपेशियों और नसों में मजबूती आती है। जननांगों के पास मौजूद नसों और मांसपेशियों में कमजोरी शीघ्रपतन का एक कारण होता है जिसे गोखरू मौजूद बनाता है। इसके साथ ही, यह पुरुषों में तनाव को कम करता है जोकि शीघ्रपतन के लिए जिम्मेदार एक प्रमुख कारण है।


गोखरू के फायदे महिलाओं के लिए (Gokhru benefits in Hindi)

गोखरू के फायदे पुरुषों के लिए हैं, यह तो आप समझ चुके। लेकिन क्या आपको पता है कि गोखरू महिलाओं के यौन स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है? जी हां, गोखरू के फायदे महिलाओं के लिए भी हैं इसलिए महिलाएं भी नियमित रूप से इसका सेवन कर सकती हैं।

 

1. मासिक धर्म चक्र को नियंत्रित करता है (Regulates menstrual cycle)

गोखरू महिलाओं में मासिक धर्म चक्र को नियंत्रित करता है। मासिक धर्म चक्र नियंत्रण में रहने से मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द से राहत मिलती है, शरीर में हार्मोन का संतुलन बना रहता है, गर्भ धारण की योजना बनाना आसान हो जाता है और साथ ही, तनाव और अनिद्रा से भी राहत मिलती है। अनियंत्रित मासिक धर्म को गर्भ धारण करने में दिक्कतों से भी जोड़कर देखा गया है। 

ऐसे में, अगर महिलाएं नियमित रूप से गोखरू का सेवन करती हैं तो उनके शरीर में हार्मोन्स का संतुलन सही रहता है, मासिक धर्म चक्र नियंत्रित होता है और साथ ही, मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द जिसे डिस्मेनोरिया कहा जाता है, इसे भी कम करता है। तो इस तरह गोखरू के फायदे पुरुषों के लिए ही नहीं, महिलाओं के लिए भी हैं।


2. पीसीओएस के लक्षणों को कम करता है (Reduces symptoms of PCOS)

PCOS यानि Polycystic Ovary Syndrome महिलाओं में होने वाला एक हार्मोन डिसऑर्डर है जिसकी वजह से महिलाओं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यह डिसऑर्डर होने पर मासिक धर्म अनियंत्रित हो जाता है, वजन बढ़ता है, वजन घटाने में दिक्कत होती है,मासिक धर्म के दौरान दर्द ज्यादा होता है और कई बार गर्भ धारण करने में भी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ जाता है। लेकिन इसके लक्षणों को कम करने में भी गोखरू काफी सहायक साबित हुआ है।

गोखरू पीसीओएस के लक्षणों जैसे अनियमित मासिक धर्म, मुँहासे, और बालों का झड़ना कम करता है और साथ ही, महिलाओं को गर्भ धारण करने में भी मदद करता है। इसके लिए आप रोजाना दूध के साथ सुबह शाम गोखरू पाउडर दो चम्मच सेवन कर सकती हैं।


3. योनि स्राव को कम करता है (Reduces vaginal discharge)

हालांकि योनि स्राव एक सामान्य और सुरक्षित प्रक्रिया है जिसकी मदद से योनि में मौजूद बैक्टीरिया और मृत कोशिकाओं को फ्लश करने में मदद मिलती है। लेकिन अगर यह अनियंत्रित हो जाए तो इसकी वजह से कुछ दिक्कतें हो सकती हैं जैसे योनि संक्रमण (vaginal infection), सूजन, गर्भ धारण करने में दिक्कत और कई बार इससे HIV transmission का खतरा भी बढ़ जाता है। 

ऐसे में गोखरू को योनि स्राव नियंत्रित करने में मददगार माना गया है। यह अनियंत्रित योनि स्राव को कम करता है जिससे इनफर्टिलिटी का जोखिम दूर होता है और साथ ही, योनि में होने वाले इन्फेक्शन का जोखिम भी कम ही जाता है। 


गोखरू खाने के अन्य फायदे (Gokshura benefits in Hindi)

गोखरू खाने के फायदे पुरुषों के लिए और महिलाओं के लिए तो हैं ही। लेकिन इसके अन्य कई आम स्वास्थ्य फायदे भी प्राप्त होते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं कि गोखरू खाने के फायदे क्या होते हैं: 


1. मूत्र संबंधित बीमारियों में गोखरू फायदेमंद (Benefits of Gokhru in urinary diseases)

मूत्र संबंधित बीमारियों को दूर करने में भी गोखरू काफी फायदेमंद औषधि है। इसके नियमित इस्तेमाल से मूत्र संबंधित बीमारियां जैसे मूत्र करते समय जलन और दर्द का होना, पेशाब का रुक रुक कर आना और कम पेशाब आना, मूत्र मार्ग में इन्फेक्शन हो जाना आदि दूर होती हैं। इसका इस्तेमाल सदियों से urinary diseases के इलाज के लिए प्रमुख रूप से किया जाता रहा है। 

ऐसा माना जाता है कि इसमें मूत्रवर्धक गुण होते हैं, जिसका अर्थ है कि यह मूत्र उत्पादन को बढ़ा सकता है, जो संभावित रूप से मूत्र पथ के संक्रमण या गुर्दे की पथरी जैसे मूत्र संबंधी मुद्दों में मदद कर सकता है। इसके लिए आप रोजाना गोखरू पाउडर को मिश्री में मिलाकर दूध के साथ सेवन कर सकते हैं। 


2. त्वचा संबंधित परेशानियों को दूर करता है (Removes skin related problems)

त्वचा संबंधित रोगों जैसे चर्मरोग, झुर्रियां, काले घेरे, दाग धब्बे, महीन रेखाओं आदि को जड़ से समाप्त करने में भी गोखरू को फायदेमंद माना गया है। यह त्वचा पर एक क्लींजर और एंटीऑक्सीडेंट की तरह कार्य करता है जिससे त्वचा पर मौजूद अशुद्धियों का खात्मा होता है और साथ ही मृत कोशिकाएं साफ हो जाती हैं। 

इसके अलावा, यह त्वचा को अंदर से स्वस्थ और मजबूत बनाता है जिससे दाग धब्बों का नामोनिशान मिट जाता है। अत्यधिक प्रदूषण की वजह से हुए त्वचा रोगों को ठीक करने में भी गोखरू के फायदे हैं। अपनी त्वचा को रोगों से बचाने और उसे जवां रखने के लिए आप इसके फलों को पीसकर चेहरे या प्रभावित जगहों पर लगा सकते हैं। इस पाउडर में शहद और गुलाबजल मिलाकर त्वचा पर लगाने से त्वचा खिली खिली रहती है। 


3. चिंता और अवसाद को भी कम करता है (Reduces anxiety and depression)

चिंता चिता के समान होती है और इसलिए अगर आप तनाव लेते हैं तो आपको इससे जल्द से जल्द छुटकारा पाना चाहिए। इससे छुटकारा पाने के लिए आप रोजान योग और व्यायाम के साथ ही गोखरू पाउडर का सेवन कर सकते हैं। तनाव के लिए कोर्टिसोल नामक एक हार्मोन जिम्मेदार होता है जिसे कम करने के लिए गोखरू में सैपनीन मौजूद होता है। यह शरीर में कोर्टिसोल के स्तर को कम करता है जिससे तनाव से मुक्ति मिलती है।

इसके साथ ही, गोखरू फल में ऐसे यौगिक होते हैं जो सेरोटोनिन के स्तर को नियंत्रित करते हैं। सेरोटोनिन एक हार्मोन है जो सिरदर्द को शांत करता है, तनाव और तनाव से राहत देता है, जीवन शक्ति और प्रभावों से संबंधित समस्याओं को दूर करता है। 


4. मस्तिष्क का स्वास्थ्य बेहतर करता है (Gokhru improves brain health)

मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बढ़ाने में भी गोखरू काफी फायदेमंद है। स्वस्थ मस्तिष्क ही स्वस्थ जीवन को दिशा और दशा प्रदान करता है। स्वस्थ मस्तिष्क एकाग्रता को बढ़ाता है, याददाश्त क्षमता बढ़ती है, तनाव का स्तर कम होता है और व्यक्ति खुशहाल जीवन व्यतीत करता है। गोखरू में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जिससे मस्तिष्क स्वस्थ बनता है और मुक्त कणों द्वारा होने वाली क्षति की भी रोकथाम होती है।

इसके साथ ही, मानसिक रोगियों और कई प्रकार की दिमागी बीमारियों के इलाज में भी गोखरू काफी फायदेमंद है। इसके लिए आपको रोजाना सुबह शाम एक गिलास दूध में एक से दो चम्मच गोक्षुरा और शहद मिलाकर पीना चाहिए। 


5. पथरी के रोग में गोखरू फायदेमंद है (Gokhru is beneficial in stone disease)

पथरी के रोग में भी गोखरू काफी फायदेमंद है। इसके नियमित सेवन से पथरी से पीड़ित व्यक्तियों को राहत मिलती है और साथ ही, पथरी की समस्या भी दूर होती है। यह मलमूत्र प्रणाली को सफाई करने में उत्तम माना जाता है। यह पेशाब करने में कठिनाई और गुर्दे की पथरी को ठीक करता है। साथ ही, इसका सेवन मूत्र उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है और किडनी की विफलता में एडिमा और सूजन को कम करता है।   

पथरी के रोगियों की डॉक्टर की सलाह के पश्चात रोजाना गोखरू का काढ़ा पीना चाहिए। इसके लिए आप गोखरू का पाउडर, तुलसी के पत्ते, काली मिर्च को एक साथ मिलाकर काढ़ा तैयार करके पी सकते हैं। इसका रोजाना सेवन पथरी रोगियों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।


6. हृदय स्वास्थ्य में गोखरू सुधार करता है (Gokhru improves heart health)


हृदय स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए भी गोखरू काफी फायदेमंद है। यह हार्ट अटैक के जोखिम को कम करने के साथ साथ, ब्लड क्लोटिंग की रोकता है और अन्य हृदय संबंधित रोगों से रक्षा करता है। गोक्षुरा में बायोएक्टिव तत्व गैर-एस्टरिफ़ाइड फैटी एसिड (एनईएफए) के स्तर को कम कर सकते हैं, जो दिल के दौरे, स्ट्रोक, रक्त के थक्के और अन्य हृदय संबंधी बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं।


गोक्षुरा में ट्राइबुलोसिन नामक सैपोनिन होता है जो हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। ट्रिबुलोसिन संकुचित धमनियों को चौड़ा करने में मदद करता है जिससे हृदय में रक्त परिसंचरण में सुधार होता है। तो ऐसे में अगर आप अपने हृदय स्वास्थ्य को बेहतर करना चाहते हैं तो नियमित रूप से इसका सेवन कर सकते हैं।


गोखरू के नुकसान (Disadvantages of Gokshura in Hindi)


एक तरफ जहां गोखरू खाने के फायदे हैं तो वहीं इसके कुछ नुकसान भी हैं। इसलिए अगर आप इसका सेवन करना शुरू करना चाहते हैं तो इसके नुकसान को भी आपको ध्यान में रखना होगा। इसके नुकसान में निम्नलिखित शामिल हैं:


  • ‌प्रोटेस्ट ग्लैंड से संबंधित दिक्कतें हो सकती हैं
  • ‌डायरिया
  • ‌पेट दर्द
  • ‌पेट में मरोड़े उठना
  • ‌उल्टी
  • ‌मितली
  • ‌पेट में गैस
  • ‌दिल की धड़कन तेज होना

अगर आप बिना आयुर्वेदिक चिकित्सक के सलाह के गोक्षुर का सेवन करना शुरू कर देते हैं तो ऊपर दिए नुकसान आपको झेलने पड़ सकते हैं। इसलिए जरुरी है कि आप गोखरू के फायदे और नुकसान दोनों को ध्यान में रखें और बिना किसी चिकित्सक के सलाह के इसका सेवन कदापि न करें। 


गोखरू खाने का तरीका (How to consume Gokhru)


अगर आप गोखरू के फायदे पुरुषों के लिए प्राप्त करना चाहते हैं तो जरूरी है कि आप इसे सही तरीके से खाएं। यह बाजार में आपको कई विभिन्न रूपों में आसानी से मिल जायेगा जैसे कि पाउडर, कैप्सूल और टैबलेट। इसके अलावा आप इसका काढ़ा और चाय बनाकर भी सेवन कर सकते हैं। आइए गोखरू के फायदे प्राप्त करने के लिए इसकी विभिन्न सेवन विधि पर ध्यान केंद्रित करते हैं:


1. गोखरू का चूर्ण (Gokhru Churna)

गोखरू चूर्ण सबसे आसानी से उपलब्ध हो जाता है। आप उसे आसानी से ऑनलाइन या किसी भी दवा की दुकान से खरीद सकते हैं। आप चाहें तो इसे घर पर भी बना सकते हैं। इसके लिए आप इसके पत्ते, तना और फल को सुखाकर फिर पिस सकते हैं। इसके बाद एक से दो चम्मच चूर्ण को दूध या दही में मिलाकर रोजाना आप सेवन कर सकते हैं।


2. गोखरू का काढ़ा (Gokhru Kadha)

गोखरू का काढ़ा पीना भी एक अच्छा विकल्प है। इसके सेवन से त्वचा और बालों का स्वास्थ्य बेहतर बनता है, हाजमा ठीक होता है और साथ ही, हृदय स्वास्थ्य भी सुधरता है। इसे बनाने के लिए आप गोखरू पाउडर, तुलसी के पत्ते, काली मिर्च को पानी में उबालकर फिर पी सकते हैं। स्वाद के लिए इसमें आप बाद में शहद भी मिला सकते हैं।


3. गोखरू तेल (Gokhru Oil)

गोखरू का तेल जोड़ों के दर्द के लिए फायदेमंद है। इसकी मालिश से सूजन और जलन भी कम होती है और रक्त का संचार बेहतर होता है। इसके लिए आप ऑनलाइन या आयुर्वेदिक चिकित्सालय से इसका तेल खरीद सकते हैं।


निष्कर्ष (Conclusion)

गोखरू के फायदे पुरुषों के लिए तो हैं ही, साथ ही महिलाएं भी इसके सेवन से फायदे प्राप्त कर सकती हैं। जहां पुरुषों में यह टेस्टोस्टेरोन बढ़ाता है, स्पर्म काउंट में वृद्धि करता है, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन को दूर करता है, शीघ्रपतन की समस्या से राहत दिलाता है तो वहीं महिलाओं में पीसीओएस के लक्षणों को कम करने के साथ ही मासिक धर्म चक्र को भी नियंत्रित करता है।


इसके अलावा, महिलाओं में भी फर्टिलिटी में वृद्धि करता है और सेक्स ड्राइव को इंप्रूव करता है। इसके नियमित सेवन से शरीर मजबूत बनता है, हृदय स्वास्थ्य बेहतर होता है, त्वचा संबंधित रोग दूर होते हैं और साथ ही, चयापचय भी सुधरता है। लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के इसका सेवन करने से कई साइड इफेक्ट्स भी देखने को मिल सकते हैं। 


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (Frequently Asked Question)


1. गोखरू का सेवन कितने दिन करना चाहिए?

गोखरू का सेवन कम से कम 2 से 3 महीने तक करना चाहिए। हालांकि समस्या के अनुसार सेवन अवधि अलग अलग हो सकती है इसलिए इसके सेवन से संबंधित सही जानकारी आप आयुर्वेदिक चिकित्सक से प्राप्त कर सकते हैं।


2. क्या गोखरू टेस्टोस्टेरोन बढ़ाता है?

गोखरू टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाने में सहायक माना गया है। गोखरू शरीर में LH यानि ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन को बढ़ाता है जिससे टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन तेजी से होता है। साथ ही, यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेट्स की तरह काम करता है जिसकी वजह से टेस्टोस्टेरोन को किसी भी प्रकार की क्षति नहीं होती है।


3. गोखरू के फायदे पुरुषों के लिए क्या हैं?

गोखरू पुरुषों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। इसके नियमित सेवन से पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का लेवल बढ़ता है, स्पर्म काउंट में सुधार होता है, कामवासना बढ़ती है, शारीरिक ताकत में इजाफा होता है और साथ ही, इससे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन और प्रीमेच्योर इजेकुलेशन की समस्या में भी राहत मिलती है। 


4. गोखरू पाउडर के फायदे क्या हैं?

गोखरू पाउडर मांशपेशियों के विकास में अहम भूमिका निभाता है। इसके साथ ही मानसिक स्वास्थ्य बेहतर करने, हड्डियों को मजबूत बनाने, त्वचा संबंधित रोगों को दूर भगाने, पीसीओएस के लक्षणों को कम करने, मेटाबॉलिज्म बढ़ाने के साथ ही हृदय स्वास्थ्य बेहतर करने में भी यह काफी फायदेमंद है।


5. गोखरू के नुकसान क्या हैं?

गोखरू का सेवन अगर बिना डॉक्टर के परामर्श के किया जाए तो कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। खासतौर पर इसके सेवन से पेट में दर्द, पेट में गैस बनना, पेट में मरोड़े आना, चक्कर आना, उल्टी होना, मितली आना जैसी परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं।


6. अश्वगंधा और गोखरू के फायदे क्या हैं?

अश्वगंधा और गोखरू दोनों ही नेचुरल वायग्रा के नाम से जाने जाते हैं। इन दोनों के नियमित सेवन से टेस्टोस्टेरोन बढ़ता है, स्पर्म की क्वालिटी और क्वांटिटी में सुधार होता है, सेक्स परफॉर्मेंस बेहतर होता है, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन और प्रीमेच्योर इजेकुलेशन की समस्या दूर होती है और साथ ही अन्य कई स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होते हैं।


References

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Dr. Shailendra Chaubey, BAMS

Ayurveda Practioner

A modern-day Vaidya with 11 years of experience. He is the founder of Dr. Shailendra Healing School that helps patients recover from chronic conditions through the Ayurvedic way of life.

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