Skip to content

कलौंजी के फायदे बालों के लिए | Black Cumin Benefits


Published:
Updated:
image

कहा जाता है कि मौत के सिवा कलौंजी हर रोग का इलाज कर सकती है। कलौंजी जिसे अंग्रेजी में black cumin, nigella seeds और Nigella sativa भी कहा जाता है, एक फूल वाला झाड़ीनुमा पौधा है। देखने में ये तिल की तरह आकार में छोटे होते हैं लेकिन इनके बड़े स्वास्थ्य फायदे मिलते हैं। भारत सहित अन्य कई देशों में यह पौधा उगाया जाता है और कुछ स्थानों पर इसकी बड़े पैमाने पर खेती भी की जाती है। आयुर्वेद के साथ साथ आधुनिक दवाइयों में भी इसका इस्तेमाल होने लगा है।

कलौंजी खाने के फायदे कई हैं। इसके नियमित सेवन से सफेद दाग कम होता है, शुगर कंट्रोल करता है, किडनी स्टोन को बाहर निकालता है, डायबिटीज के इलाज में मददगार है, कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से रक्षा करता है, लीवर और दिल को सुरक्षित रखता है और साथ ही खांसी और दमा का भी इलाज करता है। इसके नियमित सेवन से त्वचा का स्वास्थ्य सुधरता है तो वहीं बालों का झड़ना कम होता है।

लेकिन अगर आपके बाल तेजी से झड़ रहे हैं तो कलौंजी के सेवन से पहले Free Hair Test दें। यह टेस्ट फ्री है, घर बैठे स्मार्टफोन की मदद से 2 से 3 मिनट के अंदर दिया जा सकता है। इस टेस्ट की मदद से झड़ते बालों के सटीक कारण का पता लगाया जाता है ताकि कारण के हिसाब से उपचार किया जा सके। हजारों लोगों ने टेस्ट देकर उपचार शुरू किया है और परिणाम प्राप्त किया है। तो देर न करें, बालों के झड़ने की समस्या दूर करने के लिए अभी फ्री हेयर टेस्ट दें।


कलौंजी क्या है (Kalonji Kya Hai)

कलौंजी एक झाड़ीनुमा फूलने वाला पौधा है जिसे black cumin, nigella seeds और Nigella sativa नाम से भी जाना जाता है। यह भारत सहित उत्तर अफ्रीकी देशों में उगने वाला एक वार्षिक पौधा है। इसके बीज को औषधि और मसाले के तौर पर इस्तेमाल में लाया जाता है। इसे संस्कृत में जहां कृष्णमीरा तो वहीं हिंदी में मंगरेल भी कहा जाता है। स्वाद की बात करें तो यह हल्का तीखा और कड़वा होता है।

आयुर्वेद के साथ अन्य कई चिकित्सीय पद्धतियों में कलौंजी का जिक्र किया गया है और माना गया है कि इसके सेवन से ढेरों बीमारियों का इलाज संभव है। यूनानी जहां इसका इस्तेमाल जुकाम, सरदर्द और पेट के कीड़ों के इलाज के लिए इस्तेमाल करते थे तो वहीं मिस्र के चिकित्सक इसका सेवन जुकाम, सिरदर्द, दांत के दर्द, संक्रमण, एलर्जी जैसे रोगों को ठीक करने के लिए किया करते थे। माना जाता है कि मिस्र की सबसे सुंदर महारानी क्लियोपेट्रा की खूबसूरती का रहस्य भी कलौंजी ही था।


कलौंजी के फायदे (Kalonji Ke Fayde)

कलौंजी के सेवन से शरीर को कई फायदे मिलते हैं। इसके फायदों में इम्यून सिस्टम मजबूत बनना, पाचन क्रिया में सुधार आना, ब्लड शुगर रेगुलेट होना, सूजन को कम करना, त्वचा और बालों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देना, शुगर कंट्रोल करना आदि शामिल हैं। हम विस्तार से आगे कलौंजी के फायदे पर बात करेंगे।


1. इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है (Strengthens the immune system)

कलौंजी के सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है जिससे संक्रमणों से लड़ने की शरीर की क्षमता बढ़ जाती है। कलौंजी के सेवन से यह हमारे शरीर पर immunomodulator के तौर पर कार्य करना शुरू कर सकता है जिसका अर्थ है कि यह प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया को नियंत्रित करता है। शोध से पता चलता है कि यह प्रतिरक्षा कोशिकाओं की गतिविधि को बढ़ा सकता है जो संक्रमण से लड़ते हैं और सहायक व दमनकारी टी-कोशिकाओं के बीच संतुलन में सुधार करते हैं। 

साथ ही कलौंजी में thymoquinone जैसे कंपाउंड भी पाए जाते हैं जोकि हमारे शरीर पर एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रभाव डालता है। इससे पूरे शरीर में सूजन को कम करने में मदद मिल सकती है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया को कमजोर कर सकती है। इसके अलावा, टेस्ट-ट्यूब अध्ययनों से पता चलता है कि कलौंजी कुछ प्रकार के बैक्टीरिया और फंगस से लड़ सकती है, जिससे प्रतिरक्षा प्रणाली पर बोझ कम हो सकता है।


2. ब्लड शुगर के मैनेजमेंट में मदद करता है (Helps in the management of blood sugar)

कलौंजी का नियमित सेवन करने से ब्लड शुगर के मैनेजमेंट में भी मदद मिलती है। अध्ययनों से पता चलता है कि कलौंजी शरीर में इंसुलिन के उपयोग में सुधार ला सकती है। इंसुलिन एक हार्मोन है जो कोशिकाओं को रक्तप्रवाह से शर्करा को अवशोषित करने में मदद करता है। यह मधुमेह या प्री-डायबिटीज वाले लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि यह रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रण में रखने में मदद कर सकता है।

साथ ही, कुछ अन्य शोधों से पता चलता है कि कलौंजी अग्न्याशय द्वारा इंसुलिन उत्पादन को बढ़ाने में भी भूमिका निभा सकती है। यह रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में भी मदद कर सकता है। इसके अलावा कलौंजी एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है जिसकी वजह से फ्री रेडिकल्स की वजह से होने वाले सेल्यूलर डैमेज को कम करने में मदद मिलती है जोकि सीधे तौर पर ब्लड शुगर मैनेजमेंट से जुड़ा हुआ है।


3. पाचन तंत्र के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है (Promotes healthy digestive system)

पाचन तंत्र का स्वस्थ रहना हमारे समग्र स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। अगर इसका स्वास्थ्य बिगड़ जाए तो कई बीमारियां हमें घेर सकती हैं और कुछ मामलों में हमारी मृत्यु भी हो सकती है। ऐसे में समग्र पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में कलौंजी आपकी मदद कर सकता है। दरअसल कलौंजी पाचन एंजाइमों के उत्पादन को उत्तेजित करने में मदद कर सकती है, जो शरीर द्वारा आसान अवशोषण के लिए भोजन के अणुओं को तोड़ते हैं। 

यह समग्र पाचन क्षमता में सुधार कर सकता है और असुविधा को कम कर सकता है। साथ ही कलौंजी में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण भी मौजूद होते हैं जोकि आंतों में इन्फ्लेमेशन को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इसके कुछ तत्व पाचन तंत्र पर laxative effects भी डालते हैं जिसका अर्थ हुआ कि यह कब्ज की समस्या को भी दूर कर सकता है।


4. त्वचा को कोमल और जवां रखता है (Keeps the skin beautiful and youthful)

निखरी और जवां त्वचा भला किसे नहीं पसंद है! त्वचा झुर्रियों से मुक्त हो, कील मुंहासे की समस्या न हो, दाग धब्बे न हों, उम्र बढ़ने के लक्षण त्वचा पर न दिखाई दे यह सब कोई चाहता है और आपके इस लक्ष्य को पूरा करने में कलौंजी मदद कर सकता है। इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे कि कलौंजी में thymoquinone जैसे कंपाउंड्स पाए जाते हैं जोकि एंटी इन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपुर होते हैं। 

यह एक्जिमा और सोरायसिस जैसी विभिन्न त्वचा स्थितियों से जुड़ी लालिमा, सूजन और जलन को कम करने में मददगार हो सकता है। साथ ही, अध्ययनों से पता चलता है कि कलौंजी का तेल नई त्वचा कोशिकाओं के विकास को उत्तेजित करके और सूजन को कम करके घाव भरने को बढ़ावा दे सकता है। यह मामूली कट, खरोंच या मुंहासों के निशान के लिए फायदेमंद हो सकता है।


5. बालों के विकास को बढ़ावा देता है (Contributes to hair growth)

बालों के झड़ने या विकास रुकने की समस्या से परेशान लोगों के लिए कलौंजी किसी जादुई छड़ी की तरह है। इसके नियमित सेवन से बालों के विकास को बढ़ावा मिलता है, झड़ते बालों से मुक्ति मिलती है, रूखे बेजान बालों की समस्या दूर होती है, समय से पहले बालों के पकने की समस्या का निदान होता है। कलौंजी में thymoquinone और nigellone नामक दो ऐसे कंपाउंड पाए जाते हैं जो बालों के विकास को बढ़ावा दे सकते हैं। ये hair follicles के विकास को बढ़ावा देते हैं और इन्फ्लेमेशन की समस्या का उपचार करते हैं।

बालों का झड़ना एक बड़ी समस्या है जिससे लाखों लोग परेशान हैं जिसका समाधान सिर्फ कलौंजी खाकर नहीं किया जा सकता, यह आप भी बखूबी समझते हैं। इसलिए हम कोई भी उपचार शुरू करने से पहले Free Hair Test देने का सुझाव देते हैं। यह टेस्ट फ्री है, घर बजते स्मार्टफोन की मदद से मात्र 2 मिनट में पूरा किया जा सकता है। इस टेस्ट को देकर आप अपने झड़ते बालों की समस्या का सटीक कारण पता लगा सकते हैं ताकि कारण के हिसाब से ही सही उपचार किया जा सके।


6. संक्रमण से लड़ता है (Fights infections)

स्वस्थ और निरोग शरीर के लिए इम्यून सिस्टम का मजबूत होना सबसे जरूरी होता है। हमारा इम्यून सिस्टम ही किसी भी प्रकार के वायरस, बैक्टीरिया या सूक्ष्मजीवों से लड़ता है ताकि हम सुरक्षित रहें। ऐसे में जब आप कलौंजी का सेवन करते हैं तो आपके इम्यून सिस्टम को मजबूती मिलती है और संक्रमणों से लड़ने की क्षमता में वृद्धि होती है। टेस्ट-ट्यूब अध्ययनों से पता चला है कि कलौंजी में बैक्टीरिया और फंगस के कुछ विशेष प्रकारों के विरुद्ध सक्रियता हो सकती है।

जिसकी वजह से यह इन रोगाणुओं के कारण होने वाले संक्रमणों से लड़ने में प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए सहायक हो सकता है। साथ ही, कलौंजी में सूजनरोधी गुण होते हैं जो संक्रमण के कारण होने वाली सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। पुरानी सूजन प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया को कमज़ोर कर सकती है। तो इस प्रकार कलौंजी का नियमित सेवन करना इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है और संक्रमण से हमारे शरीर की रक्षा करता है।


7. लीवर की कार्यक्षमता को बढ़ाता है (Increases the functioning ability of the liver)

लीवर हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है जो खून को फिल्टर करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को मूत्र मार्ग से बाहर निकालता है। यूरिक एसिड सहित अन्य कई अपशिष्ट/विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में लीवर ही मदद करता है और इसलिए इसका स्वस्थ रहना अत्यंत आवश्यक है। कलौंजी के नियमित सेवन से लीवर का स्वास्थ्य भी सुधरता है और इसके कार्य क्षमता में भी बढ़ोत्तरी होती है। 

जानवरों पर किए गए अध्ययनों से पता चलता है कि कलौंजी के नियमित सेवन से विषाक्त पदार्थों और रसायनों से लीवर की रक्षा होती है। ऐसा इसके एंटीऑक्सीडेंट और सूजनरोधी गुणों के कारण हो सकता है जो लीवर में ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा कुछ शोध से पता चलता है कि कलौंजी का अर्क लीवर में रक्त के प्रवाह को बढ़ा सकता है, जो ऑक्सीजन के स्तर में कमी के कारण होने वाले नुकसान को रोकने में मदद कर सकता है। 


8. तंत्रिका तंत्र के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है (Promotes the health of the nervous system)

Nervous system यानि तंत्रिका तंत्र के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में भी कलौंजी को फायदेमंद माना गया है। कलौंजी के फायदे तंत्रिका तंत्र के लिए प्राप्त करने के लिए आपको इसका इस्तेमाल विभिन्न व्यंजनों को तैयार करने के लिए करना चाहिए। शोध से पता चलता है कि कलौंजी में मौजूद बायोएक्टिव यौगिकों में न्यूरोप्रोटेक्टिव प्रभाव हो सकते हैं। इसका मतलब है कि वे तंत्रिका कोशिकाओं को नुकसान से बचाने में मदद कर सकते हैं।

साथ ही हमने आपको पहले ही बताया कि कलौंजी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो तंत्रिका तंत्र के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। लंबे समय से चली आ रही सूजन तंत्रिका तंत्र विकारों में योगदान कर सकती है और एंटीऑक्सीडेंट मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से निपटने में मदद कर सकते हैं।


9. वजन प्रबंधन में मदद करता है (Helps in weight management)

कलौंजी के नियमित सेवन से आप अपना वजन भी घटा सकते हैं या यूं कहें कि वजन प्रबंधन सही ढंग से कर सकते हैं। बल्कि हाल के सालों में सोशल मीडिया और यूट्यूब पर इसके सेवन से वजन प्रबंधन की ढेरों विडियोज देखने को मिलीं। आखिर सच्चाई क्या है और यह कैसे वजन प्रबंधन में मदद कर सकता है? शोध बताते हैं कि कलौंजी में कुछ ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो भूख को शांत करने या भूख न लगने से जुड़े जीन्स को प्रभावित करते हैं जिससे आप कम कैलोरी का सेवन करते हैं जोकि वजन घटाने के लिए आवश्यक है।

इसके साथ ही, जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया, कलौंजी के नियमित सेवन से मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है और पाचन क्रिया में सुधार आता है। इसका अर्थ यह हुआ कि आप जो भी भोजन करेंगे वह अच्छी ढंग से पचेगा और कैलोरी तेजी से जलना शुरू होगा। इससे वजन प्रबंधन में मदद मिलती है। 


10. श्वासनली से जुड़े रोगों का उपचार करता है (Treats diseases related to the respiratory tract)

श्वासनली से जुड़े रोगों को दूर करने में भी कलौंजी को प्रभावी माना गया है। अब तक आप जान चुके हैं कि कलौंजी में thymoquinone नामक एक कंपाउंड पाया जाता है। यह वायुमार्ग में सूजन को कम करने में सहायक हो सकता है, जो अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी श्वसन संबंधी बीमारियों का एक सामान्य लक्षण है। इसके अलावा कलौंजी श्वसन मार्ग पर bronchodilatory effects भी डालता है।

इसका अर्थ यह हुआ कि यह वायुमार्ग की मांसपेशियों को आराम देने में मदद कर सकता है, जिससे सांस लेना आसान हो जाता है। साथ ही टेस्ट-ट्यूब अध्ययनों से पता चलता है कि कलौंजी में कुछ जीवाणुओं के खिलाफ कुछ जीवाणुरोधी गुण हो सकते हैं जो श्वसन संक्रमण में योगदान कर सकते हैं। इन्हें बेअसर करके भी कलौंजी श्वसन मार्ग से जुड़ी बीमारियों को दूर करता है।


11. मौखिक स्वास्थ्य में सुधार करता है (Improves oral health)

ओरल हेल्थ में सुधार करने के लिए भी कलौंजी को प्रभावी माना गया है। टेस्ट ट्यूब अध्ययनों से पता चलता है कि इसमें बैक्टीरिया के कुछ प्रकारों के खिलाफ गतिविधि हो सकती है जो प्लाक और मसूड़े की सूजन जैसी मौखिक स्वास्थ्य समस्याओं में योगदान करते हैं। इससे सूजन और मसूड़ों की बीमारी के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है। 

इसके अलावा जैसा कि आपको हमने पहले ही बताया, कलौंजी में thymoquinone पाया जाता है जोकि एंटी इन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपुर होता है। ऐसे में कई कारणों से मसूड़ों में होने वाले सूजन को भी कम किया जा सकता है। कलौंजी के सूजनरोधी गुण दांत दर्द या अन्य मौखिक असुविधा के लिए भी कुछ दर्द से राहत प्रदान कर सकते हैं।


12. हृदय को सुरक्षित रखता है (Reduces the risk of heart diseases)

कलौंजी का नियमित सेवन करने से हृदय रोगों का जोखिम भी कम हो जाता है। काफी समय से कलौंजी के फायदे हृदय के लिए क्या हैं पर शोध किया जा रहा है और इन शोधों से कुछ मुख्य बातें निकलकर सामने आई हैं। कई अध्ययनों से पता चलता है कि कलौंजी सप्लीमेंट एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को खराब कोलेस्ट्रॉल माना जाता है क्योंकि यह हृदय रोगों के जोखिम को बढ़ा देता है। 

इसके अलावा, उन्हीं अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि कलौंजी के सेवन से अच्छे कोलेस्ट्रॉल यानी एचडीएल कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी बढ़ जाता है। खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होना और अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ना समग्र हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। इसके अलावा कलौंजी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण मुक्त कणों से होने वाली क्षति से लड़ने में मदद कर सकते हैं, जो हृदय रोग के विकास में योगदान कर सकते हैं। तो इस तरह उम्मीद है कि आप कलौंजी के बीज के फायदे समझ गए होंगे।


कलौंजी के फायदे बालों के लिए (Benefits of Kalonji for Hair)

बालों के लिए भी कलौंजी काफी फायदेमंद है और इसका इस्तेमाल बालों से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। कलौंजी का तेल फैटी एसिड से भरपूर होता है, जिसमें थाइमोक्विनोन भी शामिल है, जो बालों के विकास को बढ़ावा देने वाला माना जाता है। कलौंजी का तेल एंटीऑक्सीडेंट का एक प्राकृतिक स्रोत भी है, जो बालों को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाने में भी मदद कर सकता है।

इसके अलावा कलौंजी का तेल बालों को नमीयुक्त रखने और उन्हें शुष्क और भंगुर होने से बचाने में मदद करता है। ऐसा माना जाता है कि कलौंजी का तेल मेलेनिन उत्पादन को बढ़ाकर बालों को समय से पहले सफेद होने से रोकने में मदद करता है। साथ ही, कलौंजी का तेल सिर की त्वचा के स्वास्थ्य और रक्त संचार में सुधार करके बालों का झड़ना कम करने में मदद कर सकता है। 

लेकिन हम आपको सीधे बालों की समस्या के हल के लिए कलौंजी के सेवन की सलाह नहीं देंगे। यह इसलिए क्योंकि बिना समस्या का कारण जाने हल करना अंधेरे में तीर चलाने जैसा कार्य ही सकता है और कई बार यह हानिकारक भी हो सकता है।  इसलिए सबसे पहले Free Hair Test दीजिए जोकि आपके बालों के झड़ने की समस्या का सटीक कारण का पता लगाता है। इसके पश्चात आप सही हेयर ट्रीटमेंट प्लान और बेहतर खानपान, लाइफस्टाइल की मदद से झड़ते बालों की समस्या का समाधान कर सकते हैं। यह टेस्ट मुफ्त है, दो मिनट में घर बैठे दिया जा सकता है।


खाली पेट कलौंजी खाने के फायदे (Benefits of eating Kalonji on an empty stomach)

खाली पेट कलौंजी खाने के कई फायदे होते हैं। अगर आप नियमित रूप से खाली पेट कलौंजी यानी मंगरेल का सेवन करते हैं तो पाचन से जुड़ी दिक्कतें दूर होंगी, बालों और त्वचा का स्वास्थ्य बेहतर होगा, हृदय रोगों का जोखिम कम होगा, हड्डियां मजबूत बनेंगी, वजन घटेगा, कोलेस्ट्रॉल के नियंत्रण में मदद मिलेगा, श्वासनली रोगों का उपचार होता है, उच्च रक्तचाप नियंत्रण में आता है।

इसके किए आप रात को सोने से पहले एक गिलास पानी में आधा चम्मच कलौंजी के बीज को मिला दें। सुबह उठकर आप इस पानी में शहद मिलाकर अच्छे से घोल तैयार कर लें और पानी को छानकर अलग कर लें। इसके पश्चात आप इस पानी का सेवन कर सकते हैं। रोजाना खाली पेट इसके सेवन से दांतों का स्वास्थ्य भी सुधरेगा।


मेथी दाना और कलौंजी के फायदे (Fenugreek seeds and nigella seeds benefits)

कलौंजी और मेथी दाना का एक साथ सेवन करने से शरीर को कई लाभ मिलते हैं। इससे पाचन स्वास्थ्य में सुधार होता है, हृदय रोगों का जोखिम कम होता है, त्वचा रोगों से मुक्ति मिलती है, बालों का झड़ना कम होता है, ब्लड प्रेशर में कमी आती है, ब्लड शुगर नियंत्रित होता है, यौन स्वास्थ्य बेहतर होता है, हड्डियां मजबूत बनती हैं, खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर घटता है और साथ ही वजन प्रबंधन में भी मदद मिलता है।

इसके लिए आप रात को सोने से पहले एक गिलास पानी में 1 से 3 ग्राम कलौंजी बीज और 3 से 5 ग्राम मेथी के दाने को भिगो सकते हैं। सुबह उठकर आप पानी को छानकर अलग कर लीजिए और इस पानी में स्वाद बढ़ाने और फायदों को दोगुना करने के लिए शहद मिला दें। अब इस पानी को आप पी सकते हैं जिससे कई स्वास्थ्य फायदे आपको प्राप्त होंगे।


कलौंजी के नुकसान क्या हैं (Disadvantages of Kalonji in Hindi)

आमतौर पर तो कलौंजी का सेवन सुरक्षित होता है अगर इसकी उचित मात्रा का सेवन किया जाए। लेकिन कुछ परिस्थितियों में कलौंजी के नुकसान भी हो सकते हैं। आइए जानते हैं कि कलौंजी खाने के नुकसान क्या हैं।

कलौंजी का सेवन करने से गर्भवती महिलाओं को बचना चाहिए क्योंकि इससे गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही अगर आप इसका अत्यधिक सेवन कर लेते हैं तो सीने में जलन, पेट दर्द, जी मिचलाना जैसी दिक्कतें शुरू हो सकती हैं। इसके अत्यधिक सेवन से रक्तस्राव का खतरा बढ़ जाता है और साथ ही कुछ मामलों में ब्लड प्रेशर कम हो जाता है। कुछ लोगों में इसके तेल को लगाने से एलर्जिक रिएक्शन भी दिखलाई दे सकते हैं।


कलौंजी का सेवन कैसे करें (How to consume Kalonji in Hindi)

कलौंजी का सेवन कच्चा ही किया जाता है। इसके अलावा इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल कई प्रकार के व्यंजनों को तैयार करने के लिए भी किया जाता है। आप शहद और पानी के साथ मिलाकर भी इसका सेवन कर सकते हैं। इसके तेल को पतला करके आप अपने बालों और त्वचा पर भी लगा सकते हैं। मार्केट में इसका तेल या सप्लीमेंट भी मिलता है जिसका सेवन किया जा सकता है।

इसके सेवन के लिए रात को सोने से पहले एक गिलास पानी में 1 से 3 ग्राम कलौंजी के दाने को भिगोकर रख दें। सुबह उठकर आप इस पानी को छानकर और इसमें शहद मिलाकर सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा कलौंजी को पानी में उबालकर और हर्बल चाय के साथ उबालकर भी सेवन किया जा सकता है। कलौंजी की तासीर गर्म होती है और इसलिए गर्मियों में इसकी कम मात्रा का सेवन किया जाना चाहिए। आपको सलाह दी जाती है कि कलौंजी के 1 से 3 ग्राम की मात्रा से अधीन सेवन न करें अन्यथा यह हानिकारक प्रभाव डाल सकता है।


निष्कर्ष (Conclusion)

कलौंजी खाने के फायदे सैंकड़ों हैं और कहा जा सकता है कि हमारे समग्र स्वास्थ्य को बेहतर करता है। सफेद दाग कम होता है, शुगर कंट्रोल करता है, किडनी स्टोन को बाहर निकालता है, डायबिटीज के इलाज में मददगार है, कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से रक्षा करता है, लीवर और दिल को सुरक्षित रखता है और साथ ही खांसी और दमा का भी इलाज करता है। इसके नियमित सेवन से त्वचा का स्वास्थ्य सुधरता है तो वहीं बालों का झड़ना कम होता है।

लेकिन ध्यान रखें कि कलौंजी के फायदे और नुकसान दोनों हैं। कलौंजी का सेवन अधिक मात्रा में कर लेने से एलर्जिक रिएक्शन, पेट में जलन, पेट दर्द, जी मिचलाना जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। साथ ही गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसके सेवन की सलाह नहीं दी जाती है।


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (Frequently Asked Questions)

1. कलौंजी कौन कौन से बीमारी में काम आती है?

कलौंजी कई बीमारियों को दूर करने में काम आती है। डायबिटीज टाइप 2, अस्थमा, ब्लड प्रेशर, त्वचा से जुड़ी बीमारियां, एलर्जी, सूजन, दर्द, कैंसर, आर्थराइटिस, रूसी, थायराइड, एक्जिमा, पेट के अल्सर जैसी बीमारियों को दूर करने के काम आती है।


2. सुबह खाली पेट कलौंजी खाने से क्या फायदा होता है?

सुबह खाली पेट कलौंजी खाने से सफेद दाग कम होता है, शुगर कंट्रोल करता है, किडनी स्टोन को बाहर निकालता है, डायबिटीज के इलाज में मददगार है, कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से रक्षा करता है, लीवर और दिल को सुरक्षित रखता है और साथ ही खांसी और दमा का भी इलाज करता है। इसके नियमित सेवन से त्वचा का स्वास्थ्य सुधरता है तो वहीं बालों का झड़ना कम होता है।


3. कलौंजी कितनी मात्रा में खानी चाहिए?

कलौंजी एक दिन में अधिकतम 1 से 3 ग्राम ही खानी चाहिए। अगर आप इस मात्रा से अधिक कलौंजी का सेवन कर लेते हैं तो पेट दर्द, सीने में जलन, जी मिचलाना, उल्टी, एलर्जिक रिएक्शन जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।


4. कलौंजी की तासीर क्या होती है?

कलौंजी की तासीर गर्म होती है और इसलिए गर्मियों के मौसम में इसका सेवन कम करना चाहिए। इसके अत्यधिक सेवन से पेट में गर्मी बढ़ सकती है जिससे असहजता का भाव हो सकता है और सीने में जलन की समस्या हो सकती है।


References

files/author_Dr.-Shailendra-Chaubey-BAMS_300x_3fb01719-6325-4801-b35b-3fb773a91669.jpg

Dr. Shailendra Chaubey, BAMS

Ayurveda Practioner

A modern-day Vaidya with 11 years of experience. He is the founder of Dr. Shailendra Healing School that helps patients recover from chronic conditions through the Ayurvedic way of life.

Popular Posts

Leave a comment

Please note, comments need to be approved before they are published.

आपके बाल झड़ने का कारण क्या है?

डॉक्टरों द्वारा डिज़ाइन किया गया Traya का मुफ़्त 2 मिनट का हेयर टेस्ट लें, जो आपके बालों के झड़ने के मूल कारणों की पहचान करने के लिए आनुवांशिक, स्वास्थ्य, जीवनशैली और हार्मोन जैसे 20+ कारकों का विश्लेषण करता है।

हेयर टेस्ट लेTM