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अलग वजहें, अलग हेयर सॉल्यूशंस

बाल झड़ने की अलग-अलग स्टेज

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स्टेज 1

बहुत कम या बिल्कुल बाल नहीं झड़ते, सिर पर पूरे बाल होते हैं।

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स्टेज 2

माथे के पास हल्का झड़ना शुरू होता है, जो ज़्यादातर लोगों को नज़र नहीं आता।

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स्टेज 3

माथे से बाल झड़ना दिखने लगता है, साथ ही सिर के ऊपरी हिस्से में बाल पतले हो जाते हैं।

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स्टेज 4

माथे और सिर के ऊपर बाल और ज़्यादा झड़ते हैं — बालों का शेप "M" जैसा दिखता है।

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स्टेज 5

सिर के बीच में ज़्यादा बाल झड़ चुके होते हैं — किनारों पर घोड़े की नाल जैसी शेप रह जाती है।

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स्टेज 6

सिर के ऊपर पूरा गंजापन होता है — बाल सिर्फ किनारों और पीछे की तरफ़ बचे होते हैं।

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हेवी हेयर फॉल

तनाव, डाइट या हार्मोनल बदलाव की वजह से बहुत ज़्यादा बाल झड़ते हैं।

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कॉइन साइज पैच

एक ऑटोइम्यून समस्या जिसमें सिर पर सिक्के जैसे छोटे-छोटे गंजे पैच बन जाते हैं।

बाल झड़ना धीरे-धीरे बढ़ता है — अपनी स्टेज जानना सही इलाज चुनने में मदद करता है।

पुरुषों में हेयर फॉल

जब आप बाल झड़ना नज़रअंदाज़ करते हैं तो क्या होता है

महिलाओं में हेयर फॉल

जब आप बाल झड़ना नज़रअंदाज़ करती हैं तो क्या होता है

सर्टिफाइड हेयर कोच

आयुर्वेद, डर्मेटोलॉजी और इमोशनल वेल-बीइंग को समझने वाले एक्सपर्ट्स जो आपकी पूरी जर्नी में मदद करते हैं।
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ट्राया का तीन-तरफ़ा तरीका

बालों के झड़ने के लिए ट्राया का संपूर्ण समाधान

आयुर्वेद + डर्मेटोलॉजी + पोषण

ट्राया आयुर्वेद, डर्मेटोलॉजी और पोषण को मिलाकर ऐसा प्लान बनाता है जो जड़ से समस्या को ठीक करे और असरदार नतीजे दे।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1. क्या ये ट्राया टेस्ट सच में फ्री है?

हाँ, 100% फ्री है। आप कोई भी पेमेंट किए बिना आयुर्वेदिक हेयर टेस्ट भर सकते हैं और अपनी हेयर फॉल रिपोर्ट पा सकते हैं। रिपोर्ट के बाद ही आप चाहें तो ट्रीटमेंट खरीद सकते हैं।

2. क्या ये सिर्फ पुरुषों के लिए है या महिलाएं भी इस्तेमाल कर सकती हैं?

ट्राया का ट्रीटमेंट महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए होता है। रिपोर्ट आपकी बॉडी, लाइफस्टाइल और हार्मोनल कंडीशन के हिसाब से कस्टम बनती है।

3. रिपोर्ट में क्या दिखाया जाता है?

रिपोर्ट में बताया जाता है कि आपके बाल क्यों झड़ रहे हैं, कौन-कौन से रूट कॉज़ एक्टिव हैं (जैसे थायरॉइड, तनाव, पाचन आदि), और उसके लिए क्या ट्रीटमेंट सही रहेगा।

4. क्या ट्रीटमेंट शुरू करने से पहले डॉक्टर से बात हो सकती है?

हाँ। जब आप किट खरीदते हैं, तो आपकी कस्टम रिपोर्ट के साथ एक फॉलोअप कॉल या कंसल्टेशन भी होता है जहाँ एक्सपर्ट आपकी रिपोर्ट समझाते हैं।

5. रिजल्ट आने में कितना समय लगता है?

हर व्यक्ति अलग होता है लेकिन अधिकतर लोग पहले 3-5 महीनों में सुधार महसूस करने लगते हैं। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपके रूट कॉज़ कितने जटिल हैं।

6. क्या इसमें साइड इफेक्ट्स का खतरा होता है?

नहीं, क्योंकि ट्राया के प्रोडक्ट्स आयुर्वेद, साइंस और न्यूट्रिशन पर आधारित होते हैं, और इन्हें डॉक्टर्स की निगरानी में डिज़ाइन किया जाता है। फिर भी आपकी बॉडी प्रोफाइल को देखकर ही दवा दी जाती है।

7. अगर पहले से कोई दवा ले रहे हैं तो क्या ये चल सकता है साथ में?

हाँ, लेकिन जब आप क्विज भरते हैं, तो उसमें आपकी मेडिकल हिस्ट्री ली जाती है। अगर कुछ दवाएं ट्राया के ट्रीटमेंट से टकरा सकती हैं, तो वो पहले ही फिल्टर कर दिया जाता है।

8. अगर ट्रीटमेंट से फर्क न पड़े तो?

ट्राया टीम आपके साथ जुड़ी रहती है। महीने-दर-महीने फॉलोअप होता है, ज़रूरत पड़ने पर प्लान बदला भी जाता है। अगर आपको कोई दिक्कत हो, तो सपोर्ट टीम एक्टिव रहती है।

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हर दिन नहाने या कंघी करने के बाद जब बालों का गुच्छा हाथ में आता है, तो दिल में डर बैठ जाता है – "कहीं मैं गंजा तो नहीं हो रहा?" यही डर लाखों लोगों को बिना सोचे-समझे शैम्पू बदलने, महंगे तेल लगाने, या यूट्यूब से देखे गए घरेलू नुस्खे अपनाने पर मजबूर कर देता है। 

लेकिन असलियत ये है कि बाल झड़ना सिर्फ ऊपर से दिखने वाली समस्या नहीं है, इसके पीछे शरीर के अंदर चल रही गड़बड़ियां ज़िम्मेदार होती हैं जैसे थायरॉइड असंतुलन, तनाव, पाचन की दिक्कत, हार्मोनल बदलाव या स्कैल्प इंफेक्शन।

भारत में हर दूसरा युवा हेयर फॉल की समस्या से जूझ रहा है, और लगभग 70% लोग इसका इलाज गलत तरीके से कर रहे हैं. बिना वजह के दवा खाना, हेयर ट्रांसप्लांट पर खर्च करना या सिर्फ बाहरी चीज़ों पर भरोसा करना। जब तक बाल झड़ने की जड़ तक नहीं पहुंचा जाएगा, तब तक कोई भी इलाज टिकाऊ नहीं हो सकता। सही तरीका है पहले समस्या की असली वजह को समझना और फिर उसी के हिसाब से इलाज शुरू करना।

 

अपने बाल झड़ने की असली वजह पहचानें


जब बाल झड़ते हैं, तो हम अक्सर सिर्फ दिखने वाली परेशानी को ठीक करने की कोशिश करते हैं – जैसे शैम्पू बदलना या नया तेल लगाना। लेकिन सोचिए, अगर किसी पौधे की जड़ में ही बीमारी हो, तो सिर्फ पत्तियों पर पानी डालने से क्या वो ठीक होगा? बिल्कुल नहीं। ठीक वैसे ही, बालों का गिरना तब तक नहीं रुक सकता जब तक हम उसकी
असली वजह (root cause) को न पहचानें।

हर इंसान के बाल झड़ने की वजह अलग होती है। किसी के लिए ये थायरॉइड हो सकता है, किसी के लिए तनाव, या किसी और के लिए हार्मोनल बदलाव या कमजोर पाचन। इसलिए सभी को एक जैसा ट्रीटमेंट देना काम नहीं करता। आपको जानना होगा कि आपके शरीर में ऐसा क्या चल रहा है जो बालों को अंदर से कमज़ोर कर रहा है।

अगर आप सिर्फ बालों को बाहर से संभालते रहेंगे और जड़ की समस्या को अनदेखा करेंगे, तो बाल फिर से गिरेंगे। इसलिए सही इलाज की शुरुआत तभी होती है जब आप अपनी हेयर फॉल की जड़ को समझते हैं, यही ट्राया का मकसद है। लेकिन बाल झड़ने का कारण समझें कैसे? बिलकुल आसान है, बस एक आसान सा फ्री Hair Fall Diagnosis Test देकर।

 

बाल झड़ने की समस्या में Traya क्यों चुनें?


सभी को एक जैसी दवा देना या सिर्फ बाहर से बालों का इलाज करना ट्राया का तरीका नहीं है। यहां हम मानते हैं कि हर व्यक्ति के बाल झड़ने की वजह अलग होती है और उसी हिसाब से उसका इलाज भी होना चाहिए। ट्राया की खासियत है इसका त्रि-साइंस अप्रोच जहां आयुर्वेद, डर्मेटोलॉजी और न्यूट्रिशन तीनों मिलकर आपके शरीर की गहराई से जांच करते हैं। यह सिर्फ बालों को देखकर नहीं, आपकी जीवनशैली, पाचन, नींद, तनाव और हार्मोन तक को समझता है।

ट्राया इसलिए भी अलग है क्योंकि यहां कोई जनरल प्लान नहीं मिलता, बल्कि हर यूज़र को एक्सपर्ट रिव्यू के बाद पर्सनल ट्रीटमेंट प्लान दिया जाता है। यही वजह है कि अब तक लाखों लोग ट्राया से फायदा उठा चुके हैं और लगातार बेहतर नतीजे देखे जा रहे हैं:

  • तीन साइंस का कॉम्बिनेशन: आयुर्वेद, स्किन साइंस और डाइट – एक साथ

  • कस्टम ट्रीटमेंट प्लान, जो सिर्फ आपके लिए बनाया गया हो

  • 93% यूज़र्स को 3-6 महीने में दिखा पॉजिटिव रिज़ल्ट

  • इलाज की शुरुआत से अंत तक एक्सपर्ट टीम का साथ

  • पूरी प्रक्रिया 100% ऑनलाइन और आसान

 

बाल झड़ने के मुख्य कारण और उनमें ट्राया कैसे मदद करता है


बाल झड़ने के पीछे सिर्फ एक कारण नहीं होता, ये एक जटिल प्रक्रिया है जो शरीर के अंदर चल रहे कई असंतुलनों का नतीजा हो सकती है। कई बार लोग बिना असली वजह जाने इलाज शुरू कर देते हैं, जिससे फायदा नहीं होता। ट्राया का सिस्टम इसी गलती को रोकता है। पहले सही डायग्नोसिस, फिर जड़ पर आधारित इलाज।

आइए समझते हैं कि बाल झड़ने की समस्या के अलग-अलग कारणों में ट्राया कैसे मदद करता है।


1. अत्यधिक स्ट्रेस लेने से बाल झड़ना

जब आप लगातार तनाव में रहते हैं चाहे वो ऑफिस का प्रेशर हो, नींद की कमी हो या पर्सनल लाइफ की परेशानी तो शरीर में कॉर्टिसोल नामक हार्मोन का स्तर बढ़ता है। इसका सीधा असर आपके हेयर ग्रोथ सायकल पर पड़ता है और बाल समय से पहले गिरने लगते हैं। इसे टेलोजन एफ्लुवियम भी कहा जाता है।

ट्राया कैसे मदद करता है:

  • ट्राया के डायग्नोसिस टेस्ट में आपके तनाव से जुड़ी आदतों और नींद की क्वालिटी को समझा जाता है।

  • आपके ट्रीटमेंट प्लान में ऐसे आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां और सप्लिमेंट्स शामिल किए जाते हैं जो तनाव को कम करने में सहायक होती हैं।

  • साथ ही, एक न्यूट्रिशन गाइड दी जाती है जो मानसिक संतुलन को बेहतर बनाने में मदद करती है।


2. पाचन तंत्र की कमजोरी

कमजोर पाचन के कारण शरीर जरूरी पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, आयरन, विटामिन B12 ठीक से अवशोषित नहीं कर पाता। ये सभी बालों की ग्रोथ के लिए बेहद ज़रूरी होते हैं। जब पोषण की कमी होती है, तो बाल अंदर से कमजोर हो जाते हैं।

ट्राया कैसे मदद करता है:

  • ट्राया का टेस्ट यह जांचता है कि क्या आपके डाइजेस्टिव पैटर्न सामान्य हैं या नहीं।

  • इलाज में आयुर्वेदिक हर्ब्स और डाइट सपोर्ट दिया जाता है, जो पाचन सुधारने और पोषण बढ़ाने में मदद करता है।

  • एक कस्टम डाइट प्लान भी मिलता है जो शरीर को जरूरी न्यूट्रिएंट्स देने पर केंद्रित होता है।


3. हार्मोनल असंतुलन (PCOS, थायरॉइड)

PCOS और थायरॉइड जैसी स्थितियों में शरीर के हार्मोन बिगड़ जाते हैं, जिससे हेयर फॉल बढ़ जाता है, खासकर महिलाओं में। इसके कारण बाल पतले हो सकते हैं या बीच में गंजेपन जैसी स्थिति आ सकती है।

ट्राया कैसे मदद करता है:

  • ट्राया का डायग्नोसिस सिस्टम आपकी मेडिकल हिस्ट्री और लक्षणों के आधार पर हार्मोनल इश्यूज को पहचानता है।

  • ट्रीटमेंट में ऐसे सप्लिमेंट्स शामिल किए जाते हैं जो हार्मोन बैलेंस में मदद करते हैं।

  • साथ ही, जीवनशैली में बदलाव के लिए आपको पर्सनल गाइडेंस दी जाती है।


4. स्कैल्प की समस्याएं

डैंड्रफ, फंगल इंफेक्शन, या सीबम ब्लॉकेज जैसी स्कैल्प प्रॉब्लम्स बालों की ग्रोथ को रोक देती हैं और फॉल बढ़ा देती हैं।

ट्राया कैसे मदद करता है:

  • स्कैल्प कंडीशन के लिए एक डर्मेटोलॉजिस्ट-अप्रोव्ड टॉपिकल किट मिलती है जो स्कैल्प को क्लीन, हेल्दी और बैलेंस रखती है।

  • साथ ही, स्कैल्प हेल्थ को बेहतर बनाने के लिए हर्बल क्लीनज़र्स और सीरम्स दिए जाते हैं।

  • पूरी स्कैल्प रूटीन को आपकी समस्या के अनुसार कस्टमाइज किया जाता है।


5. पोषण की कमी

आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में डाइट में जरूरी न्यूट्रिएंट्स की कमी होना आम बात है। बालों के लिए ज़रूरी विटामिन्स और मिनरल्स की लगातार कमी सीधे हेयर फॉल को ट्रिगर करती है।

ट्राया कैसे मदद करता है:

  • ट्राया की डायग्नोसिस रिपोर्ट में आपकी डाइट और पोषण संबंधी आदतों की जांच होती है।

  • प्लान में ज़रूरत के हिसाब से न्यूट्रिशनल सप्लिमेंट्स जोड़े जाते हैं जो बालों की जड़ को मज़बूत करते हैं।

  • न्यूट्रिशनिस्ट की टीम आपको आसान और घर पर फॉलो होने वाले डाइट गाइड देती है।

 

बालों के झड़ने की सही पहचान ऐसे होती है – ट्राया डायग्नोसिस स्टेप्स


बालों की समस्या तभी ठीक होती है जब इलाज जड़ से किया जाए। इसके लिए सबसे ज़रूरी है  सटीक बालों का निदान ऑनलाइन। ट्राया का डायग्नोसिस प्रोसेस इसीलिए डिज़ाइन किया गया है कि आप घर बैठे, कुछ ही मिनटों में अपनी हेयर फॉल की असली वजह समझ सकें। आइए जानते हैं ये प्रोसेस कैसे काम करता है:


1. क्विज भरें

सबसे पहले आपको एक आसान-से क्विज को भरना होता है जो आपकी शारीरिक, मानसिक और लाइफस्टाइल से जुड़ी जानकारी इकट्ठा करता है। इसमें आपसे पूछे जाते हैं:

  • आपकी उम्र और जेंडर

  • बाल झड़ने की अवधि और पैटर्न

  • तनाव, नींद और डाइट से जुड़ी आदतें

  • पाचन, थायरॉइड, PCOS जैसी मेडिकल स्थितियां

  • स्कैल्प की फोटो अपलोड (ताकि एक्सपर्ट स्कैल्प हेल्थ को देख सकें)

पूरा प्रोसेस 2–3 मिनट में पूरा हो जाता है, और यह पूरी तरह हिंदी में भी उपलब्ध है। तो अगर आप बालों से जुडी समस्याओं का सामना कर रहे हैं तो अभी Hair Fall Diagnosis Test दें.


2. एक्सपर्ट और AI करेंगे आपकी रिपोर्ट का विश्लेषण

आपके द्वारा दी गई जानकारी को ट्राया की मेडिकल टीम जिसमें आयुर्वेद विशेषज्ञ, डर्मेटोलॉजिस्ट और न्यूट्रिशनिस्ट शामिल होते हैं बारीकी से रिव्यू करती है।

सिर्फ इतना ही नहीं, ट्राया की टेक्नोलॉजी भी एक्टिव रहती है, आपकी प्रोफाइल को ट्राया के AI-सिस्टम के ज़रिए एनालाइज़ किया जाता है, जो लाखों केस स्टडीज़ के आधार पर समस्या की जड़ को पकड़ता है।


3. मिलता है पूरी तरह पर्सनलाइज्ड ट्रीटमेंट किट

एक बार जब आपकी जड़ की समस्या स्पष्ट हो जाती है, तो आपको एक कस्टम ट्रीटमेंट प्लान भेजा जाता है। इसमें शामिल होती हैं:

  • आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से बनी दवाएं

  • स्कैल्प हेल्थ सुधारने वाले टॉपिकल प्रोडक्ट्स

  • न्यूट्रिशन सपोर्ट और सप्लिमेंट्स

  • एक पूरी गाइडलाइन शीट जिसमें लिखा होता है कि क्या कब और कैसे लेना है

हर प्लान अलग होता है क्योंकि हर शरीर और हर बालों की समस्या अलग होती है। यह पूरी प्रक्रिया घर बैठे मोबाइल से पूरी की जा सकती है। कोई खून का टेस्ट नहीं, कोई क्लिनिक विज़िट नहीं,  बस आपकी ईमानदारी से दी गई जानकारी और ट्राया की साइंटिफिक अप्रोच से सटीक समाधान।

 

ट्राया से अब तक कितनों को मिला फायदा?


बाल झड़ने की सही पहचान और इलाज मिलने के बाद क्या फर्क पड़ता है, ये बात हम नहीं, हमारे यूज़र्स बताते हैं। ट्राया से जुड़ने वाले लाखों लोगों ने न सिर्फ हेयर फॉल रोका, बल्कि बालों की हेल्थ को फिर से बेहतर किया।

कुछ अहम आंकड़े जो ट्राया की सफलता को दर्शाते हैं:

  • 93% लोगों ने बताया कि ट्रीटमेंट के बाद बाल झड़ना कम हुआ

  • ट्राया का हेयर ट्रीटमेंट अध्ययन में मिनोक्सिडिल 5% से 3 गुना अधिक प्रभावशाली पाया गया

  • 69% लोगों ने समग्र स्वास्थ्य में बेहतरी महसूस की

हमारे पास हजारों ऐसे यूज़र्स की फोटोज हैं जिन्होंने ट्राया ट्रीटमेंट के बाद गंजेपन से लेकर थिनिंग तक में सुधार देखा है। हर फोटो के पीछे एक व्यक्तिगत यात्रा है जो सही निदान से शुरू हुई।

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