हेयर फॉल यानि बालों का झड़ना एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है जिससे काफी लोग परेशान है। खराब खानपान, प्रदूषण, तनाव, बीमारियां, खराब आंत स्वास्थ्य जैसे कई कारणों की वजह से बालों का झड़ना आरंभ होता है। ऐसे में बात आती है Hair Fall Treatment in Hindi यानि हेयर फॉल ट्रीटमेंट कैसे किया जाए। बालों के झड़ने की समस्या के उपचार में लोग तीन रास्तों को अपनाते हैं: आयुर्वेद, एलोपैथी और घरेलू उपाय।
तीनों ही तरीके बालों के झड़ने की समस्या का समाधान करने का दावा करते हैं। लेकिन ये दावे किस हद तक सही हैं और इनमें से आपको क्या चुनना चाहिए, इसकी भी जानकारी आपको दी जाएगी। आगे बढ़ने से पहले हम आपको बता दें कि अगर आप बालों के झड़ने की समस्या से परेशान हैं तो सीधे ट्रीटमेंट के बारे में सोचने से पहले Free Hair Test दें। यह हेयर टेस्ट झड़ते बालों की समस्या का सटीक कारण पता लगाता है।
सही कारण का पता लगना सही उपचार के लिए आवश्यक है और इसलिए हम आपको सुझाव देंगे कि यह टेस्ट दें। घर बैठे स्मार्टफोन की मदद से सिर्फ 2 मिनट में आप इस टेस्ट को पूरा करके अपने बालों के झड़ने की समस्या का सटीक कारण पता लगा सकते हैं। कारण पता लगने पर Hair Fall Treatment करना काफी आसान हो जाता है और आप सीधे कारण को दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठाकर बाल झड़ने की समस्या का उपचार कर सकते हैं।
Hair Fall Treatment in Hindi (बालों के झड़ने का उपचार कैसे करें)
जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया, हेयर फॉल ट्रीटमेंट यानि बालों के झड़ने की समस्या का उपचार करने के तीन तरीके हैं: आयुर्वेद, घरेलू उपचार और डर्मेटोलॉजी/आधुनिक चिकित्सा विज्ञान। नीचे हम तीनों की जानकारी आपको देंगे और अंत में बताएंगे कि आपके लिए सबसे बेहतर क्या है।
1. आयुर्वेद से झड़ते बालों का उपचार (Hair fall treatment with Ayurveda in Hindi)
झड़ते बालों की समस्या का उपचार करने के लिए एक बड़ी संख्या में लोग आयुर्वेद को चुनते हैं। आयुर्वेद को चुनने के कई कारण होते हैं जैसे यह शरीर पर आमतौर पर साइड इफेक्ट्स नहीं डालता है, समस्या को जड़ से खत्म करता है, वेगन फ्रेंडली होता है आदि। आइए विस्तार से जानते हैं कि आयुर्वेद झड़ते बालों की समस्या का समाधान किन तरीकों से करता है।
1. आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों की मदद से (Treatment with Ayurvedic Herbs)
झड़ते बालों की समस्या को दूर करने के लिए आयुर्वेद की मदद बड़े पैमाने पर ली जाती है। हजारों लाखों लोग ऐसे हैं जिन्होंने आयुर्वेद की मदद से कई छोटी बड़ी बीमारियों के उपचार में सफलता पाई है। साथ ही यह शरीर पर साइड इफेक्ट्स नहीं डालता और जड़ से समस्या का इलाज भी करता है इसलिए झड़ते बालों के उपचार में आयुर्वेद को प्राथमिकता दी जाती है। आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां जैसे भृंगराज, ब्राह्मी, आंवला और अश्वगंधा का इस्तेमाल झड़ते बालों के उपचार में किया जाता है।
इन जड़ी बूटियों का इस्तेमाल पाउडर/जूस/पेस्ट आदि के रूप में किया जा सकता है और बालों की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। Traya में भी हम झड़ते बालों की समस्या को दूर करने के लिए आयुर्वेदिक उपचार में अधिक विश्वास रखते हैं और इसलिए हमने Ultimate Hair Supplements Combo को तैयार किया है। इस कॉम्बो में शामिल आयुर्वेदिक दवाएं ऐसी कई जड़ी बूटियों के गुणों से युक्त हैं जो झड़ते बालों के इलाज में प्रभावी पाई गई हैं। हालांकि इनका सेवन करने से पहले हम हेयर टेस्ट देकर झड़ते बालों की समस्या का सटीक कारण पता लगाने की सलाह देते हैं।
2. आहार में आवश्यक बदलाव करके (Treating hair fall with essential dietary changes)
झड़ते बालों की समस्या को दूर करने के लिए आहार में आवश्यक बदलाव करना भी आवश्यक है। आयुर्वेद के मुताबिक सही भोजन झड़ते बालों सहित अन्य सभी शारीरिक अंगों से जुड़ी समस्याओं के उपचार में मदद कर सकता है। खासतौर पर स्वस्थ बालों के विकास के लिए मुख्य रूप से आयुर्वेद संतुलित आहार के सेवन की सलाह देता है। संतुलित आहार के सेवन से शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त होते हैं जिससे बालों सहित समग्र शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार आता है।
आयुर्वेद के मुताबिक अगर आप झड़ते बालों की समस्या का उपचार करना चाहते हैं तो आपको प्रचुर मात्रा में फल, सब्जियां, साबुत अनाज का सेवन करना चाहिए। साथ ही आयुर्वेद कुछ खाद्य पदार्थों जैसे अत्यधिक शुगर से बने आहार, अस्वस्थ फैट्स और प्रोसेस्ड भोजन के सेवन का परहेज करने की भी सलाह देता है। इसके अलावा रोजाना कम से कम 8 गिलास पानी पीना और अन्य पेय पदार्थ जैसे नारियल पानी के सेवन की सलाह भी दी जाती है।
3. पंचकर्मा की मदद से (Panchkarma treatment for hair fall)
झड़ते बालों की समस्या को दूर करने के लिए आयुर्वेद में पंचकर्मा ट्रीटमेंट भी काफी पॉपुलर है। हालांकि पंचकर्मां सीधे तौर पर तो झड़ते बालों की समस्या को दूर नहीं करता लेकिन शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने, तनाव दूर करने, ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देता है। ये तीनों ही प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से बालों के स्वस्थ विकास से जुड़े हुए हैं। नस्या जोकि पंचकर्मा की ही एक थेरेपी है, खोपड़ी में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाती है। इससे बालों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन और पोषण मिलता है।
इसके अलावा इसमें शिरोधारा थेरेपी की भी मदद ली जाती है जिससे तनाव को काफी हद तक कम करने में मदद मिलती है। तनाव भी झड़ते बालों की समस्या को बढ़ाने में योगदान देता है। साथ ही शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने के लिए वामन या विरेचन थेरेपी की मदद ली जाती है जो शरीर के आंतरिक अंगों जैसे आंतों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। आंतों के समग्र स्वास्थ्य के लिए Gut Shuddhi के सेवन की सलाह भी दी जाती है क्योंकि आंतों का स्वास्थ्य बालों से सीधे रूप से जुड़ा हुआ है।
4. शिरोधरा की मदद से (Hair fall treatment with the help of Shirodhara)
शिरोधरा भी आयुर्वेद में एक पॉपुलर थेरेपी स्कैल्प मसाज है जिसकी मदद से झड़ते बालों की समस्या में मदद मिल सकती है। दरअसल शिरोधरा मुख्य रूप से स्कैल्प यानि खोपड़ी के मसाज से जुड़ा हुआ है। यह भृंगराज, ब्राह्मी या आंवला तेल जैसे गर्म आयुर्वेदिक तेलों के साथ खोपड़ी की मालिश है जिससे खोपड़ी में रक्त संचार बढ़ता है। खोपड़ी में रक्त संचार का सुचारू रूप से होना बालों के समग्र स्वास्थ्य के लिए बेहद ही आवश्यक है।
दरअसल रक्त ही हमारे शरीर के सभी अंगों तक पोषक तत्व और ऑक्सीजन की डिलिवरी करते हैं। पोषक तत्व और ऑक्सीजन शरीर के सभी अंगों को सुचारू रूप से करने में सक्षम बनाते हैं और इसलिए खोपड़ी में रक्त संचार बेहतर होना आवश्यक है। अगर आप शिरोधरा थेरेपी नहीं ले सकते हैं तो घर पर ही Nourish Hair Oil की मदद से खोपड़ी की मसाज कर सकते हैं जिसमें भृंगराज, आंवला, रतनजोत जैसी कई जड़ी बूटियों की शक्ति मौजूद है।
5. लाइफस्टाइल में आवश्यक बदलाव करके (making necessary lifestyle changes)
आयुर्वेद Hair Fall Treatment in Hindi में लोगों को जरूरी लाइफस्टाइल बदलाव का भी सुझाव देता है। बल्कि कई शोध यह बतलाते हैं कि खराब लाइफस्टाइल झड़ते बालों की समस्या के प्रमुख कारणों में है। खराब लाइफस्टाइल यानि personal hygiene का ध्यान न रखना, अत्यधिक तनाव लेना, योग और व्यायाम या कोई एक्टिविटी न करना, मदिरापान और धूम्रपान करना जैसी खराब लाइफस्टाइल आदतें झड़ते बालों की समस्या को विकट बना देती हैं।
ऐसे में आयुर्वेद ही नहीं बल्कि विश्व के हर चिकित्सा विज्ञान का यही मानना है कि आपको खराब लाइफस्टाइल से दूरी बनानी चाहिए जिससे बालों सहित समग्र स्वास्थ्य में सुधार आ सके। सबसे पहले तनाव यानी स्ट्रेस से दूरी बनाएं जोकि झड़ते बालों की समस्या का एक प्रमुख कारण है। इसके अलावा रोजाना योग और व्यायाम करना, 7 से 8 घंटे की नींद लेना और मदिरापान धूम्रपान न करना भी आवश्यक है।
2. घरेलू उपायों से झड़ते बालों का उपचार (Hair fall treatment with home remedies)
आयुर्वेद और घरेलू उपचार दोनों ही कहीं न कहीं एक दूसरे से जुड़े हुए से लगते हैं। लेकिन आयुर्वेद के अपने नियम और दिशानिर्देश हैं और वे कुछ खास सिद्धांतों के अनुरूप उपचार करते हैं जबकि घरेलू उपायों के साथ ऐसा नहीं है। घरेलू उपचार यानि दादी नानी के नुस्खे सदियों से Word-of-mouth marketing की वजह से चले आ रहे हैं।
हम बालों या किसी भी स्वास्थ्य समस्या का इलाज करने के लिए घरेलू उपायों को अपनाने की सलाह नहीं देते हैं लेकिन सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हमने नीचे Hair Fall Treatment at Home की जानकारी दी है।
1. तेल से स्कैल्प की मसाज करना (Massaging the scalp with oil)
झड़ते बालों की समस्या को दूर करने के लिए दादी नानी के नुस्खों में सर्वप्रथम स्थान है मालिश का। हालांकि आयुर्वेद के साथ साथ आधुनिक चिकित्सा विज्ञान भी मसाज यानि मालिश को काफी फायदेमंद मानता है क्योंकि इससे blood circulation में सुधार आता है। अगर आप सही तेल के इस्तेमाल से स्कैल्प की अच्छे से मालिश करते हैं तो बालों के झड़ने की समस्या का समाधान कुछ हद तक हो सकता है।
इसके अलावा मालिश के लिए नारियल, जैतून या बादाम के तेल का इस्तेमाल करने से बालों की जड़ों और स्कैल्प को आवश्यक पोषण भी मिलता है। इससे स्वस्थ बालों के विकास को एक अच्छा माहौल मिलता है। सप्ताह में कम से कम दो बार आपको नारियल, जैतून या बादाम के तेल से मालिश अवश्य करना चाहिए। हम आपको स्कैल्प के मसाज के लिए Nourish Hair Oil के इस्तेमाल से मसाज की सलाह देते हैं क्योंकि इसमें कई जड़ी बूटियों और तेलों की शक्ति मौजूद है।
2. हरी चाय से बालों को धोना (Washing hair with green tea)
हरी चाय यानि Green Tea से बालों को धोना भी काफी फायदेमंद माना गया है। दरअसल हरी चाय को एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपुर पाया गया है जिसकी वजह से यह बालों और स्कैल्प को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाता है। इसके अलावा बालों के झड़ने की समस्या में 5a-reductase नामक एक एंजाइम भी जिम्मेदार होता है जिसे बेअसर करने में भी हरी चाय मदद कर सकता है। इसलिए सप्ताह में आप दो बार बालों को हरी चाय से धो सकते हैं।
इसके लिए सबसे पहले दो कप पानी को उबालिये और उसमें 1 से 2 ग्रीन टी बैग को डालकर 5 मिनट तक छोड़ दीजिए। इससे ग्रीन टी के सभी आवश्यक गुण पानी में मिल जायेंगे। इसके बाद इस पानी को छानकर ठंडा होने दीजिए और अपने बालों को शैंपू और कंडीशनर से धो लीजिए। अब आप ठंडे चाय को बालों में लगाकर अच्छे से मसाज कर सकते हैं और एक घंटे बाद बालों को हल्के गर्म पानी से धो सकते हैं।
3. मेथी दानों के पेस्ट की मदद से (With the help of fenugreek seeds paste)
झड़ते बालों की समस्या से परेशान व्यक्तियों के लिए मेथी भी एक बढ़िया Hair Fall Treatment in Hindi में मदद कर सकती है। सदियों से मेथी जिसे fenugreek कहा जाता है, का इस्तेमाल विभिन्न स्वास्थ्य फायदों को प्राप्त करने के लिए किया जाता रहा है। लेकिन इसका इस्तेमाल झड़ते बालों की समस्या की दूर करने के लिए भी किया जा सकता है।
इसके लिए आप मेथी दाने के पानी और पेस्ट दोनों का इस्तेमाल कर सकते हैं। सबसे पहले रात को सोने से पहले 3 से 4 गिलास पानी में 2 चम्मच मेथी दानों को भिगोकर रख दीजिए। सुबह उठकर इस पानी को छान लीजिए ताकि दाने और पानी अलग अलग हो जाएं। इसके पश्चात दानों का पेस्ट बनाकर बालों और स्कैल्प पर अच्छे से लगा लीजिए। आधे घंटे बाद आप बचे हुए मेथी दाने के पानी से बालों को धोकर फिर शैंपू कर सकते हैं।
4. अंडे का मास्क लगाना (Treating hair loss with egg masks)
झड़ते बालों की समस्या का उपचार करने में अंडे भी मदद कर सकते हैं। दरअसल अंडे में भरपूर मात्रा में प्रोटीन और बायोटिन पाया जाता है और ये दोनों ही तत्व बालों के समग्र विकास को बढ़ावा देकर झड़ते बालों की समस्या को दूर कर सकते हैं। इसके लिए आप अंडे का तीन तरीकों से पेस्ट बना सकते हैं और बालों व स्कैल्प पर लगा सकते हैं। पहला आप 2 अंडे, 1 चम्मच शहद और 1 चम्मच जैतून के तेल को मिलाकर पेस्ट तैयार कर सकते हैं।
दूसरा आप अंडे और नींबू के रस को मिलाकर भी पेस्ट को तैयार कर सकते हैं। इसके लिए आपको 2 से 3 अंडे और एक चम्मच नींबू के रस को मिलाकर पेस्ट तैयार करना है। अंत में झड़ते बालों के ट्रीटमेंट के लिए अंडे, नींबू के रस और दही को एक साथ मिलाकर पेस्ट बनाकर भी बालों पर लगाया जा सकता है। ध्यान रहे कि इस पेस्ट को बालों पर लगाने से पहले patch test अवश्य कर लें। तो इस तरह आपके प्रश्न hair fall kaise roke का उत्तर आपको मिल गया होगा।
5. एप्पल साइडर विनेगर से बालों को धोना (Rinsing hair with apple cider vinegar)
झड़ते बालों की समस्या को दूर करने में एप्पल साइडर विनेगर भी एक काफी पॉपुलर घरेलू नुस्खा है जिसे हिंदी में सेब का सिरका भी कहा जाता है। इसमें जीवाणुरोधी और एंटीफंगल गुण होते हैं जो स्कैल्प पर रूसी पैदा करने वाले यीस्ट को रोकने में मदद कर सकते हैं। रूसी की समस्या को बालों के झड़ने के प्रमुख कारणों में से एक माना गया है, जिसे दूर करके एप्पल साइडर विनेगर झड़ते बालों की समस्या से मुक्ति दिला सकता है।
इसके लिए आप सेब के सिरके की मदद से बालों को धो सकते हैं। यह शैंपू करने से पहले और बाद में कभी भी किया जा सकता है। इसके किए लगभग 2 कप पानी में 3 से 4 चम्मच सेब के सिरके को मिलाएं और अच्छे से घोल तैयार कर लें। शैम्पू और कंडीशनिंग के बाद, मिश्रण को अपने बालों पर डालें और अपने स्कैल्प पर अच्छे से लगाएं। इसके बाद 15 से 20 मिनट के लिए बालों की यूंही छोड़ने के बाद साफ पानी से धो लें। इस तरह से आपने जाना कि hair fall kaise roke.
3. डर्मेटोलॉजी से झड़ते बालों का इलाज (Treatment of hair fall with dermatology)
आधुनिक चिकित्सा विज्ञान और डर्मेटोलॉजी की मदद से भी झड़ते बालों की समस्या का समाधान किया जा सकता है। इसके लिए वे उन तरीकों को अपनाते हैं जो Traya के मूल मंत्र हैं: झड़ते बालों का कारण पता करना, सही दवाओं के सेवन की सलाह, लाइफस्टाइल में आवश्यक परिवर्तन और संतुलित खानपान। अगर बाल पूरी तरह से झड़ चुके हैं या बाल झड़ने का एक निश्चित स्टेज बीत गया है तब जाकर Laser Therapy और Hair Transplantation Therapy की सलाह दी जाती है।
1. सही कारण का पता लगाना (Finding the exact cause of hair fall)
Traya में हम बार बार झड़ते बालों की समस्या से परेशान लोगों से कहते हैं कि किसी भी उपचार के साथ आगे बढ़ने से पहले Free Hair Test दीजिए। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर समस्या का सटिक कारण ही पता नहीं रहेगा तो इलाज कैसे संभव हो सकता है। डर्मेटोलॉजी भी सबसे पहले झड़ते बालों की समस्या का सटीक कारण पता लगाकर ही उपचार की शुरुआत करता है। लेकिन Traya ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डर्मेटोलॉजिस्ट के साथ मिलकर ऐसी टेक्नोलॉजी विकसित की है कि आपको टेस्ट देने के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है।
आप घर बैठे ही अपने स्मार्टफोन की मदद से मात्र 2 से 3 मिनट में अपनी भाषा में टेस्ट को देकर झड़ते बालों की समस्या का सटीक कारण पता लगा सकते हैं। इसके बाद Hair Fall Treatment in Hindi की शुरुआत आसानी से की जा सकती है और जरुरी दिशानिर्देश भी दिए जा सकते हैं।
2. सही दवाओं के साथ ट्रीटमेंट की शुरुआत करना (Treatment of hair fall with the right medicines)
डर्मेटोलॉजी में कारण पता लगने के पश्चात सही दवाओं के साथ उपचार की शुरुआत की जाती है। बालों के झड़ने का सटीक कारण पता चलने के बाद कई दवाओं के सेवन की सलाह दी जा सकती है। खासतौर पर इसमें Minoxidil (Rogaine) और Finasteride (Propecia) के सेवन/इस्तेमाल की सलाह दी जाती है जिससे बालों के झड़ने की समस्या का समाधान किया जा सकता है।
जहां Minoxidil (Rogaine) कुछ मामलों में नए बालों के उगने में मदद करता है तो वहीं Finasteride (Propecia) एक DHT Blocker के रूप में कार्य करता है जिससे झड़ते बालों की समस्या को रोका जा सकता है। Traya में भी हम इन दवाओं के सेवन की सलाह देते हैं लेकिन साथ ही आपको अन्य आयुर्वेदिक दवाएं, तेल, शैम्पू और डाइट प्लान भी दिया जाता है। क्योंकि हम जानते हैं कि झड़ते बालों की समस्या के लिए holistic approach अपनाना ज्यादा आवश्यक है। इस तरह आपके प्रश्न hair fall kaise roke का उत्तर मिल गया होगा।
3. खानपान और लाइफस्टाइल में जरूरी बदलाव (Necessary changes in diet and lifestyle)
आयुर्वेद, डर्मेटोलॉजी और दादी नानी के नुस्खे सभी मानते हैं कि समस्या चाहे कोई भी हो, अगर खानपान और लाइफस्टाइल में अच्छे बदलाव किए जाएं तो उपचार आसान हो जाता है। डर्मेटोलॉजी के साथ ही Traya में हम सिर्फ आपको Hair Fall Treatment in Hindi में दवाओं के सेवन की ही सलाह नहीं देते हैं बल्कि खानपान और लाइफस्टाइल में बदलाव करने के सुझाव भी देते हैं। ये सुझाव निम्नलिखित हैं:
- रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद लें
- संतुलित आहार का सेवन करें
- खूब सारा पानी पिएं
- रोजाना योग और एक्सरसाइज करें
- तनाब मुक्ति के लिए आवश्यक कदम उठाएं
- जंक और प्रोसेस्ड फूड न खाएं
- हेयर स्टाइल उत्पादों और प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कम करें
- धूम्रपान और मदिरापान का सेवन न करें
4. लेजर थेरेपी कराएं (Laser Therapy in Hair Fall Treatment)
डर्मेटोलॉजी और आधुनिक चिकित्सा विज्ञान झड़ते बालों की समस्या में लेजर थेरेपी कराने की सलाह भी दे सकता है। यह एक ऐसा ट्रीटमेंट है जिसकी मदद से hair follicles को स्टिमुलेट किया जाता है ताकि नए बालों का विकास संभव हो सके। इस उपचार में हर दूसरे दिन 30 मिनट के लिए अपने सिर पर लेजर कैप पहनना या प्रतिदिन 15 मिनट के लिए लाल लेजर प्रकाश उत्सर्जित करने वाली कंघी का उपयोग करना शामिल है।
लेकिन Traya में हम लेजर थेरेपी कराने की सलाह नहीं देते हैं जिसके कई कारण हैं। पहला कि हेयर लेजर थेरेपी से हेयर फॉल ट्रीटमेंट करने पर स्कैल्प में लालिमा और जलन की समस्या अवतरित हो सकती है। इसके अलावा स्कैल्प की त्वचा का रंग भी इस थेरेपी से बदल सकता है। लेजर थेरेपी से फफोले, क्रस्टिंग, त्वचा इन्फेक्शन और यहां तक कि आंखों में चोट लगना भी हो सकता है और इन्हीं वजहों से हम आपको हेयर लेजर थेरेपी करवाने की सलाह नहीं देते हैं।
5. हेयर ट्रांसप्लांट करवाना (Hair transplant is the last resort)
सिर्फ डर्मेटोलॉजी ही नहीं बल्कि Traya में हम भी यही मानते हैं कि हर स्टेज का हेयर फॉल ट्रीटमेंट नामुमकिन है। Traya में हम Stage 4 के पश्चात हेयर ट्रांसप्लांटेशन करवाने की ही सलाह देते हैं। इस स्टेज तक आते आते व्यक्ति के बाल काफी हद तक झड़ चुके होते हैं और अब काफी देर हो चुकी होती है। इस परिस्थिति में हम न सिर्फ हेयर ट्रांसप्लांटेशन की सलाह देते हैं बल्कि इस प्रक्रिया में आपकी मदद भी करते हैं।
यह एक surgical procedure है जो बालों को खोपड़ी के स्वस्थ हिस्से से पतले बालों वाले क्षेत्र में ले जाती है। प्रक्रिया के दौरान, सर्जन सिर के स्वस्थ भाग, आमतौर पर सिर के पीछे से एक या दो बालों वाले खोपड़ी के छोटे टुकड़े लेता है, और उन्हें गंजे क्षेत्र में प्रत्यारोपित करता है। आमतौर पर यह प्रक्रिया डर्मेटोलॉजिस्ट ही पूरी करते हैं और हेयर ट्रांसप्लांटेशन परमानेंट भी होता है यानि इसे काटा या हटाया नहीं जा सकता है।
होम्योपैथी से बाल झड़ने का इलाज
होम्योपैथी एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है जो व्यक्ति की पूरी शारीरिक और मानसिक स्थिति को ध्यान में रखकर उपचार करती है। बाल झड़ने की समस्या केवल बाहरी नहीं होती, इसके पीछे कई अंदरूनी कारण हो सकते हैं — जैसे हार्मोनल असंतुलन, पोषण की कमी, पुराना तनाव या स्कैल्प से जुड़ी समस्याएं।
होम्योपैथिक उपचार इन मूल कारणों को पहचानकर शरीर की प्राकृतिक हीलिंग क्षमता को सक्रिय करता है, जिससे बालों का झड़ना रुकने के साथ-साथ नए बाल भी आने लगते हैं।
1. Lycopodium Clavatum
Lycopodium उन लोगों के लिए विशेष रूप से प्रभावी मानी जाती है जिनके बाल पाचन खराब होने, थायरॉइड की समस्या या मानसिक तनाव के कारण झड़ते हैं। यह दवा उन पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए फायदेमंद हो सकती है, जिनमें बाल झड़ने के साथ-साथ भूख की कमी या कब्ज की शिकायत भी होती है। यह शरीर के अंदर से पोषण तंत्र को बेहतर करके स्कैल्प को मज़बूत बनाती है और नए बालों की ग्रोथ को प्रोत्साहित करती है।
2. Natrum Muriaticum
अगर बाल भावनात्मक आघात, पुरानी मानसिक चिंता या किसी दुखद अनुभव के बाद झड़ने लगे हैं, तो Natrum Muriaticum एक प्रभावी होम्योपैथिक उपाय हो सकता है। यह दवा मानसिक और भावनात्मक असंतुलन को संतुलित करने में मदद करती है, जो हार्मोनल स्थिरता के लिए बेहद जरूरी है। इसके नियमित सेवन से बालों की जड़ें मज़बूत होती हैं और स्कैल्प में हेल्दी ग्रोथ का वातावरण बनता है।
3. Phosphorus
Phosphorus उन लोगों के लिए उपयुक्त होती है जिनके बाल अचानक बड़ी मात्रा में झड़ने लगते हैं, खासकर नहाते समय या कंघी करने पर। साथ ही, यदि स्कैल्प में खुजली या अत्यधिक रूखापन हो, तो यह दवा राहत दे सकती है। यह स्कैल्प में रक्त संचार को बेहतर करती है जिससे बालों को ज़रूरी पोषण मिलता है और ग्रोथ चक्र बेहतर होता है।
4. Silicea
Silicea को ‘होम्योपैथिक टॉनिक’ भी कहा जाता है, खासकर पतले, बेजान और टूटने वाले बालों के लिए। यह शरीर में मौजूद प्राकृतिक मिनरल सिलिका की पूर्ति करके बालों की मजबूती और चमक लौटाने में मदद करती है। Silicea का असर धीरे-धीरे दिखता है लेकिन यह जड़ से सुधार लाकर लंबे समय तक बालों को स्वस्थ बनाती है।
5. Fluoricum Acidum
यदि बाल वंशानुगत कारणों से या स्कैल्प के एक हिस्से से तेज़ी से झड़ते हैं, तो Fluoricum Acidum एक कारगर विकल्प हो सकता है। यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो एलोपेसिया एरीएटा जैसी स्थितियों से पीड़ित हैं। यह दवा डैमेज हो चुके हेयर फॉलिकल्स को पुनर्जीवित करने में सहायता करती है और धीरे-धीरे नए बालों की वृद्धि को बढ़ावा देती है।
बाल झड़ने के इलाज में लगने वाला खर्च?
Hair fall treatment ka kharcha आपकी समस्या की गंभीरता, बाल झड़ने का कारण और चुना गया इलाज क्या है—इन तीन बातों पर निर्भर करता है। कुछ लोगों को सिर्फ हल्के पोषण सप्लीमेंट से फायदा होता है, जबकि दूसरों को हार्मोनल, जेनेटिक या मेडिकल कारणों के लिए लंबा और महंगा इलाज करवाना पड़ता है।
-
Minoxidil / Finasteride (Allopathic topical/oral drugs):
-
कीमत: ₹500 – ₹2,000 प्रति माह
-
समय: असर दिखने में 3–6 महीने
-
साइड इफेक्ट्स की संभावना, और दवा रोकते ही असर खत्म
-
बहुत से लोग consistency नहीं रख पाते
-
PRP Therapy (Platelet-Rich Plasma):
-
कीमत: ₹3,000 – ₹10,000 प्रति सेशन × 4-6 सेशन
-
समय: 3–4 महीने
-
painful injections, हर बार appointment की जरूरत
-
हर किसी पर असर नहीं करता
-
Hair Transplant:
-
कीमत: ₹30,000 – ₹1,50,000+
-
समय: प्रोसीजर के बाद 6–12 महीने में परिणाम
-
सर्जिकल प्रक्रिया, recovery time, infection risk
-
केवल तभी विकल्प जब scalp पर बाल बिलकुल खत्म हों
-
Laser Combs, Growth Serums, Salon Treatments:
-
कीमत: ₹2,000 – ₹20,000+
-
समय: लगातार इस्तेमाल की जरूरत
-
Scientific evidence बहुत सीमित
-
Marketing ज़्यादा, रिजल्ट्स कम
-
DIY Ayurvedic/Home Remedies:
-
लागत कम, लेकिन consistency और patience ज़रूरी
-
कई बार असर नहीं आता क्योंकि root cause address नहीं होता
Traya: सस्ता नहीं लेकिन सबसे समझदारी भरा इलाज
अब सवाल उठता है: जब इतने सारे विकल्प हैं, तो Traya क्यों?
Traya सस्ता नहीं है, लेकिन यह सबसे smart investment है—क्योंकि ये blindly कोई generic product नहीं बेचता। Traya का इलाज डॉक्टरों की टीम की देखरेख में होता है, जो आपके बालों की समस्या की जड़ (root cause) को समझकर customized treatment plan बनाते हैं।
-
Traya Free Hair Test से पहले पूरी रिपोर्ट बनाई जाती है (Sleep, Gut, Hormones, Nutrition)
-
किट की कीमत: ₹1,700 – ₹2,500 प्रति माह
-
बिना साइड इफेक्ट्स के Homeopathy + Ayurveda + Diet + Lifestyle सुधार का combo
-
हज़ारों verified reviews में 3–5 महीने में असर दिखा है
-
Support और follow-up कॉल्स included होते हैं
यानी Traya का इलाज ट्रांसप्लांट से सस्ता, PRP से ज़्यादा सहज, और मिनॉक्सिडिल से ज्यादा sustainable है।
पहला कदम – Free Hair Test ज़रूरी है
अगर आप unsure हैं कि कहां से शुरुआत करें, तो पैसा लगाने से पहले Traya का Free Hair Test करें। इससे आप जान पाएंगे कि असली दिक्कत क्या है—और तभी आप सही इलाज में समझदारी से निवेश कर पाएंगे। इलाज वही सही होता है जो आपकी जड़ की समस्या को ठीक करे—ना कि सिर्फ लक्षणों को ढक दे।
Hair Fall Treatment Myths in Hindi
क्या आप जानते हैं कि hair fall treatment यानी बालों के झड़ने के इलाज से जुड़ी कई ऐसी मिथक हैं जिन्हें हम आँख मूंदकर सच मान लेते हैं? लेकिन सच्चाई इससे काफी अलग होती है। आइए, एक-एक करके इन झूठी मान्यताओं का पर्दाफाश करते हैं और जानते हैं कि वास्तव में बालों के झड़ने की क्या वजहें और समाधान हैं।
1. मिथक: बाल रोज़ धोने से बाल झड़ते हैं
यह धारणा काफी आम है कि रोज़ाना बाल धोने से बाल अधिक झड़ते हैं। बहुत से लोग इसलिए हफ़्तों तक बाल धोने से बचते हैं, जिससे स्कैल्प पर गंदगी और तेल जमा हो जाता है।
सच्चाई: बाल धोते समय जो बाल गिरते हैं, वे वैसे भी झड़ने वाले होते हैं। रोज़ाना या वैकल्पिक दिन पर बाल धोना स्कैल्प को साफ रखता है और बालों की सेहत के लिए ज़रूरी है। हां, बहुत गर्म पानी या हार्श शैंपू से बचना चाहिए।
2. मिथक: सिर मुंडवाने से बाल मोटे और घने होते हैं
कई लोग मानते हैं कि सिर मुंडवा लेने से बाल दोबारा मोटे होकर उगते हैं। यह विश्वास पीढ़ियों से चला आ रहा है और खासकर पुरुषों में काफ़ी आम है।
सच्चाई: बालों की मोटाई और मात्रा जड़ों से तय होती है, न कि बाल काटने या मुंडवाने से। सिर मुंडवाना एक साफ़-सुथरी शुरुआत दे सकता है लेकिन इससे बालों की ग्रोथ क्वालिटी पर कोई वैज्ञानिक असर नहीं होता।
3. मिथक: सिर्फ महिलाओं को बाल झड़ने की समस्या होती है
कई लोग सोचते हैं कि बाल झड़ने की समस्या महिलाओं की ही होती है, जबकि पुरुषों में इसे सामान्य या उम्र का असर मान लिया जाता है।
सच्चाई: पुरुषों में भी बाल झड़ना बहुत आम है, खासकर एंड्रोजेनिक एलोपेसिया (Male Pattern Baldness)। यह एक मेडिकल कंडीशन है और इसके लिए भी प्रभावी इलाज मौजूद हैं। इसे नजरअंदाज करना समस्या को और बढ़ा सकता है।
4. मिथक: बालों का झड़ना उम्र बढ़ने की निशानी है
बहुत लोग यह मान लेते हैं कि 30 की उम्र के बाद बाल झड़ना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और इसे रोका नहीं जा सकता। इसलिए वे इलाज की कोशिश भी नहीं करते।
सच्चाई: उम्र एक कारण हो सकता है, लेकिन बाल झड़ने की शुरुआत गलत डाइट, तनाव, हार्मोन असंतुलन या मेडिकल कंडीशन्स के कारण किसी भी उम्र में हो सकती है। जल्दी इलाज लेने से ग्रोथ रुकने से पहले समाधान संभव होता है।
5. मिथक: बालों पर तेल लगाना ही सबसे अच्छा इलाज है
भारतीय घरों में यह बहुत आम विश्वास है कि तेल लगाने से ही बालों की हर समस्या दूर हो जाती है। कई लोग तेल को ही इलाज मानकर बाकी कारणों की जांच नहीं करते।
सच्चाई: तेल बालों की बाहरी देखभाल करता है, लेकिन अगर बाल झड़ने का कारण अंदरूनी है—जैसे पोषण की कमी या हार्मोनल गड़बड़ी—तो सिर्फ तेल लगाना काफी नहीं होता। सही इलाज, खानपान और चिकित्सा ज़रूरी है।
आपको हेयर लॉस ट्रीटमेंट में क्या चुनना चाहिए (Which method to choose for hair loss treatment)
हमने विस्तार से आपको बताया कि हेयर लॉस ट्रीटमेंट में आमतौर पर तीन तरीके अपनाए जा सकते हैं: आयुर्वेद, घरेलू नुस्खे और डर्मेटोलॉजी। लेकिन अब आपके मन में एक प्रश्न आ रहा होगा कि आखिर आपको क्या चुनना चाहिए, आपके झड़ते बालों की समस्या के इलाज में सबसे बेहतर क्या है, कौन सा ट्रीटमेंट तरीका सबसे कारगर है?
क्या हो अगर हम आपको कहें कि ये तीनों ही तरीके या झड़ते बालों के लिए तीनों ही treatment methods एक साथ अपनाए जा सकते हैं? जी हां, Traya में हम holistics approach के साथ आगे बढ़ते हैं और झड़ते बालों की समस्या के ट्रीटमेंट में तीनों ही तरीकों की मदद लेते हैं। बालों से जुड़ी किसी भी समस्या को दूर करने के लिए सबसे पहले हम Free Hair Test देने की सलाह देते हैं जिससे सटीक कारण का पता चलता है।
तत्पश्चात हम आयुर्वेद दवाओं के साथ साथ Minoxidil जैसी आधुनिक दवाओं के सेवन का ट्रीटमेंट प्लान आपको सुझाते हैं जिसमें आवश्यक तेल और शैंपू भी मौजूद होते हैं। अंत में हम आपको आवश्यक लाइफस्टाइल बदलाव करने और संतुलित आहार के सेवन की सलाह भी देते हैं। यानि इस तरह आयुर्वेद, डर्मेटोलॉजी और दादी नानी के नुस्खे सभी के इस्तेमाल से Traya आपके झड़ते बालों की समस्या के रोकथाम में मदद करता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
आमतौर पर Hair Fall Treatment के लिए तीन तरीके प्रचलित हैं: आयुर्वेद, घरेलू नुस्खे और डर्मेटोलॉजी। जहां आयुर्वेद पद्धति में आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन करना, तेल मालिश, पंचकर्मा आदि शामिल हैं तो वहीं घरेलू नुस्खे में बालों पर मेथी का पेस्ट लगाना, नारियल या जैतून तेल से मालिश करना, अंडे लगाना आदि शामिल है। डर्मेटोलॉजी हेयर फॉल ट्रीटमेंट के लिए सबसे पहले सटीक कारण का पता लगाकर सही दवाओं और खानपान के सेवन की सलाह देता है।
Traya में हम holistics approach अपनाते हुए इन तीनों ही तरीकों के समावेश पर बात करते हैं। बालों के झड़ने का इलाज करने का हमारा तरीका काफी आसान है: सटीक कारण का पता लगाना, सही दवाओं शैंपू और तेल के ट्रीटमेंट प्लान को रिकमेंड करना और अंत में सही खानपान और लाइफस्टाइल बदलावों का सुझाव देना। आपके बालों के झड़ने की सटीक समस्या का पता लगाने के लिए हमने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, आयुर्वेदिक चिकित्सकों और डर्मेटोलॉजिस्ट तीनों की मदद से Free Hair Test को तैयार किया है जिसे आपको एक बार अवश्य देना चाहिए।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (Frequently Asked Questions)
1. बाल बहुत तेजी से झड़ रहे हैं तो क्या करें?
अगर आपके बाल तेजी से झड़ रहे हैं तो हेयर टेस्ट दें। इस हेयर टेस्ट से बालों के झड़ने की सटीक कारण का पता लगाया जा सकता है जिससे उपचार करना आसान हो जाता है। इसके साथ ही संतुलित आहार का सेवन करने, अच्छी लाइफस्टाइल अपनाने की भी सलाह दी जाती है।
2. कौन से विटामिन की कमी से बाल झड़ते हैं?
लगभग सभी विटामिन की कमी से बाल झड़ सकते हैं लेकिन मुख्य रूप से विटामिन बी, सी और ई की कमी बालों के झड़ने की समस्या में खासतौर पर योगदान दे सकती है।
3. हेयर फॉल कैसे ठीक करें?
हेयर फॉल की समस्या को ठीक करने के लिए बालों में Hair Nourish Oil से मसाज करें, सप्ताह में दो बार Defence Shampoo से मसाज करें और साथ ही संतुलित आहार और बेहतर लाइफस्टाइल अपनाएं। इससे बालों के झड़ने की समस्या को रोका जा सकता है।
4. कौन सा तेल लगाने से बाल झड़ना बंद हो जाता है?
आंवला, नारियल, कैस्टर, ऑर्गन और ऑलिव ऑयल का तेल लगाने से बाल झड़ना बंद हो जाता है। अगर आप इन तेलों और आवश्यक आयुर्वेदिक औषधियों की शक्ति एक साथ चाहते हैं तो Traya Nourish Oil का इस्तेमाल करें। इस तेल के साथ नियमित रूप से बालों में मालिश करने से बाल झड़ना बंद हो जाता है।
5. क्या होम्योपैथी से बालों का झड़ना हमेशा के लिए बंद हो सकता है?
होम्योपैथी में बाल झड़ने की जड़ यानी असली कारण को समझकर इलाज किया जाता है। यदि समस्या तनाव, पोषण की कमी, या हार्मोनल असंतुलन के कारण है, तो होम्योपैथिक दवाएं उसे संतुलित करके स्थायी राहत देने में मदद कर सकती हैं। हालांकि, परिणाम व्यक्ति की स्थिति और नियमितता पर निर्भर करते हैं।
6. बालों के झड़ने की सबसे सामान्य वजहें क्या होती हैं?
बाल झड़ने के पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे हार्मोनल असंतुलन (जैसे थायरॉइड), पोषक तत्वों की कमी (जैसे आयरन, विटामिन D), तनाव, एलर्जी, स्कैल्प इंफेक्शन या वंशानुगत कारण। सही इलाज के लिए सबसे पहले कारण का पता लगाना ज़रूरी होता है।
7. क्या केवल तेल लगाने से बाल झड़ना बंद हो सकता है?
सिर्फ तेल लगाने से बाल झड़ना पूरी तरह बंद नहीं होता, खासकर जब समस्या शरीर के अंदर से जुड़ी हो। तेल लगाने से स्कैल्प को अस्थायी पोषण और मॉइस्चर तो मिलता है, लेकिन अगर अंदरूनी कारण हैं तो उन्हें दवाओं और सही डाइट से ही ठीक किया जा सकता है।
8. बालों के झड़ने का इलाज कितने समय में असर दिखाता है?
इलाज के असर का समय व्यक्ति की उम्र, समस्या की गंभीरता और कारण पर निर्भर करता है। आमतौर पर 3 से 6 महीने के भीतर बालों का झड़ना कम होना शुरू होता है और नए बालों की ग्रोथ दिखने लगती है। धैर्य और निरंतरता बहुत जरूरी होती है।
References
-
Ayurvedic management of alopecia areata: A case report
https://www.ncbi.nlm.nih.gov -
10 Natural Hair Treatment Tips for Hair Growth in 2024
https://www.healthline.com -
HAIR LOSS: DIAGNOSIS AND TREATMENT
https://www.aad.org