बाजार में बालों को तुरंत काला करने के लिए ढेरों प्रोडक्ट्स मौजूद हैं, लेकिन उनका असर अस्थायी है. साथ ही, ज्यादातर केमिकल प्रोडक्ट्स बालों को एक निश्चित समय के लिए काला तो जरुर करते हैं लेकिन उन्हें नुकसान भी पहुंचाते हैं. इसलिए अगर आप की उम्र 40+ नहीं हुई है तो अवश्य ही आपको बाल काले करने का नेचुरल तरीकों को अपनाना चाहिए.
ये तरीके भले ही तुरंत आपके बालों को काला नहीं कर सकते, लेकिन अगर आप लगतार हफ़्तों तक इन्हें आजमाएं तो आपके बाल स्थायी रूप से काले हो सकते हैं. इसके अलावा, ये नेचुरल तरीके बालों को कोई हानि भी नहीं पहुंचाते. बल्कि ज्यादातर मामलों में आपको इनके अन्य फायदे भी देखने को मिल सकते हैं जैसे मजबूती, अधिक मुलायम बाल और चमकदार.
इस ब्लॉग की मदद से हम आपको उन्हीं बाल काले करने का नेचुरल तरीकों की जानकारी देंगे जो वाकई काम करते हैं. हमारी कोशिश रहेगी कि आपको उन्हीं नुस्खों की जानकारी प्रदान करें जो वैज्ञानिक रूप से भी साबित हैं. आगे बढ़ने से पहले, अगर आप बाल पकने के साथ-साथ बाल झड़ने जैसी समस्याओं से परेशान हैं तो Traya का फ्री हेयर टेस्ट जरुर दें.
बाल काले करने का नेचुरल तरीका
जब भी हम नेचुरल तरीकों की बात करते हैं, तो हमारे मन में सबसे पहले यही ख्याल आता है कि ये नुस्खे कितने असरदार हैं और इन्हें कैसे इस्तेमाल करें। यह सच है कि प्रकृति ने हमें ऐसी कई चीज़ें दी हैं जो हमारे बालों को काला करने में मदद कर सकती हैं। ये तरीके न सिर्फ हमारे बालों का रंग सुधारते हैं, बल्कि उन्हें जड़ों से मजबूत और सेहतमंद भी बनाते हैं।
इस ब्लॉग में, हम आपको कुछ ऐसे ही आजमाए हुए और असरदार नेचुरल तरीके बताएंगे, जिनका इस्तेमाल करके आप बिना किसी केमिकल के अपने बालों को काला कर सकते हैं और उन्हें पहले से कहीं ज्यादा खूबसूरत बना सकते हैं।
1. करी पत्ता और नारियल तेल का नुस्खा
वैज्ञानिक रूप से, करी पत्ते में विटामिन बी होता है जो हमारे बालों की जड़ों में मौजूद प्राकृतिक रंगद्रव्य (pigment) को बहाल करने में मदद करता है। समय से पहले बाल सफेद होने का एक मुख्य कारण यही होता है कि ये रंगद्रव्य कमजोर होने लगते हैं। इसके अलावा, नारियल तेल एक प्राकृतिक शीतलक (coolant) के रूप में काम करता है जो आयुर्वेद के अनुसार पित्त दोष को शांत करता है, जिसे अक्सर बालों के सफेद होने का कारण माना जाता है।
कैसे इस्तेमाल करें:
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एक कप करी पत्ते को नारियल तेल में तब तक उबालें जब तक मिश्रण काला न हो जाए।
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इस तेल को छानकर एक बोतल में रख लें।
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हफ्ते में 2-3 बार इस तेल से अपने सिर की मालिश करें और इसे रात भर लगा रहने दें।
2. भृंगराज तेल का उपयोग
भृंगराज को 'बालों का राजा' कहा जाता है, और यह आयुर्वेद में बालों के लिए सबसे शक्तिशाली जड़ी-बूटियों में से एक है। यह जड़ी-बूटी न केवल बालों के विकास में मदद करती है, बल्कि यह बालों के प्राकृतिक रंग को भी वापस लाने का काम करती है। यह चयापचय (metabolism) को सही करती है और बालों के रोमछिद्रों (follicles) को पोषण देती है, जिससे बालों का प्राकृतिक रंग फिर से बनने लगता है और वे समय से पहले सफेद होने से बचते हैं।
कैसे इस्तेमाल करें:
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दो बड़े चम्मच नारियल तेल में एक चम्मच भृंगराज के पत्ते या पाउडर मिलाकर गर्म करें।
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इस मिश्रण को ठंडा होने पर अपने सिर और बालों पर अच्छी तरह लगा लें।
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इसे एक घंटे के लिए लगा रहने दें और फिर धो लें।
3. आँवला-आधारित नुस्खे
आँवला को बालों के समय से पहले सफेद होने की समस्या को उलटने (reversing) के लिए जाना जाता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन सी बालों के रंगद्रव्य को बढ़ावा देते हैं। यह बालों के रोमछिद्रों को मजबूत करता है और रक्त परिसंचरण (blood circulation) को बेहतर बनाता है, जिससे बालों को सही पोषण मिलता है। आँवले का लगातार उपयोग बालों को गहरा और चमकदार बनाने में भी मदद करता है।
कैसे इस्तेमाल करें:
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बादाम का तेल, नींबू का रस और आँवले के रस को मिलाकर एक मिश्रण बना लें।
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इस मिश्रण से दिन में दो बार अपने सिर की मालिश करें।
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आप आँवला पाउडर को मेंहदी के साथ मिलाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
4. शिकाकाई पाउडर का उपयोग
शिकाकाई को बालों को साफ करने के लिए एक प्राकृतिक और प्रभावी उपाय माना जाता है। यह सिर्फ बालों को साफ ही नहीं करता बल्कि उनका पोषण भी करता है। शिकाकाई में प्राकृतिक सैपोनिन (saponins) होते हैं जो बालों के pH स्तर को संतुलित रखने में मदद करते हैं।1 इसका नियमित इस्तेमाल बालों की प्राकृतिक रंगत को बनाए रखता है और उन्हें समय से पहले सफेद होने से रोकता है। यह केमिकल-आधारित शैम्पू का एक बेहतरीन विकल्प है जो बालों को कोई नुकसान नहीं पहुँचाता।
कैसे इस्तेमाल करें:
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शिकाकाई पाउडर को पानी में मिलाकर एक पेस्ट बना लें।
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इस पेस्ट से अपने बालों को केमिकल शैम्पू की तरह धोएं।
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अच्छे नतीजों के लिए इसका नियमित इस्तेमाल करें।
5. काली चाय और कॉफी का उपयोग
काली चाय में टैनिक एसिड होता है जो प्राकृतिक रूप से बालों को काला करने का काम करता है। यह बालों के क्यूटिकल्स (cuticles) से जुड़कर उन्हें एक गहरा रंग देता है। वहीं, कॉफी में भी पिगमेंट होते हैं जो बालों को प्राकृतिक रूप से काला करने में मदद करते हैं। इन दोनों का उपयोग एक कंडीशनर या हेयर मास्क के रूप में किया जा सकता है जो बालों को काला करने के साथ-साथ उन्हें चमकदार भी बनाता है।
कैसे इस्तेमाल करें:
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काली चाय या कॉफी को अच्छी तरह उबालकर ठंडा कर लें।
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शैम्पू के बाद इस ठंडी चाय या कॉफी से बालों को धो लें।
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आप चाहें तो इसे मेंहदी के साथ मिलाकर हेयर मास्क भी बना सकते हैं।
6. प्याज के रस का इस्तेमाल
प्याज के रस में कैटालेस (catalase) नामक एक एंजाइम होता है, जो हाइड्रोजन पेरोक्साइड के निर्माण को कम करने में मदद करता है। हाइड्रोजन पेरोक्साइड बालों के सफेद होने का एक प्रमुख कारण है। प्याज का रस बालों के रोमछिद्रों को उत्तेजित करता है और उन्हें सही पोषण पहुँचाता है, जिससे बालों का प्राकृतिक रंग फिर से बहाल होने लगता है। हालांकि इसकी गंध तेज होती है, लेकिन नियमित उपयोग से इसके परिणाम काफी प्रभावशाली होते हैं।
कैसे इस्तेमाल करें:
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एक प्याज को पीसकर उसका रस निकाल लें।
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इस रस को सीधे अपने सिर की त्वचा पर लगाएं।
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इसे कम से कम 30 मिनट के लिए लगा रहने दें और फिर बालों को धो लें।
7. रोज़मेरी और जैतून के तेल का नुस्खा
रोज़मेरी का इस्तेमाल बालों के लिए सदियों से होता आ रहा है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट बालों को समय से पहले सफेद होने से बचाते हैं। जब रोज़मेरी को जैतून के तेल के साथ मिलाया जाता है, तो यह मिश्रण बालों की बनावट (texture) में सुधार करता है और उनकी प्राकृतिक रंगत को वापस लाने में मदद करता है। जैतून का तेल बालों को गहराई से पोषण देता है, जिससे वे मजबूत और चमकदार बनते हैं।
कैसे इस्तेमाल करें:
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जैतून के तेल में सूखी रोज़मेरी की पत्तियां मिलाएं।
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इस मिश्रण को धूप में कई दिनों तक रखें ताकि यह अच्छी तरह से इन्फ्यूज़ हो जाए।
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इस तेल से हफ्ते में 2-3 बार अपने सिर की मालिश करें।
8. भृंगराज और अन्य जड़ी-बूटियों के वैज्ञानिक प्रमाण
आपने पहले भृंगराज के बारे में पढ़ा था, लेकिन अब हम आपको इसके वैज्ञानिक पहलू के बारे में बताते हैं। कई अध्ययनों से पता चला है कि भृंगराज (Eclipta Alba) चयापचय (metabolism) को सही करता है और बालों के प्राकृतिक रंग को फिर से बनाता है। इसके मानकीकृत अर्क (standardized extract) यह सुनिश्चित करते हैं कि आपको लगातार सही मात्रा में सक्रिय यौगिक (active compound) मिलें, जिससे घरेलू नुस्खों की तुलना में बेहतर परिणाम मिलते हैं।
9. बालों के रंग के लिए कई जड़ी-बूटियों का मिश्रण
हाल ही में हुए एक नियंत्रित अध्ययन में बालों के रंग को बनाए रखने के लिए कई जड़ी-बूटियों वाले तेल का परीक्षण किया गया, जिसमें मोरिंगा की पत्तियाँ, अमरूद की पत्तियाँ, पपीते की पत्तियाँ, मेथी के बीज, प्याज और कलौंजी का तेल शामिल था। इस मिश्रण ने नियंत्रित पशु अध्ययनों में बालों को सफेद होने से रोकने में प्रभावी परिणाम दिखाए। इसका कारण यह है कि हर जड़ी-बूटी बालों में मेलेनिन (melanin) को सहारा देने के लिए विशिष्ट यौगिकों का योगदान करती है, जो बालों के प्राकृतिक रंग के लिए जिम्मेदार होता है।
10. बायोटिन और बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन
वैज्ञानिक अध्ययनों से पता चलता है कि बालों का समय से पहले सफेद होना अक्सर शरीर में कुछ पोषक तत्वों की कमी के कारण होता है। बायोटिन और अन्य बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन जैसे कि बी6, बी12, और फोलिक एसिड, मेलेनिन उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो बालों के प्राकृतिक रंग के लिए जिम्मेदार है। इन विटामिनों की कमी को पूरा करने से न केवल बालों का रंग वापस लाने में मदद मिल सकती है, बल्कि वे बालों की मोटाई और मजबूती भी बढ़ाते हैं।
कैसे इस्तेमाल करें:
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अपने डॉक्टर से सलाह लेकर बायोटिन और बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन की सप्लीमेंट्स लें।
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अंडे, बादाम, शकरकंद, और एवोकाडो जैसे बायोटिन-समृद्ध खाद्य पदार्थ खाएं।
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दालों, हरी पत्तेदार सब्जियों और दूध से बने उत्पादों का सेवन बढ़ाएं।
11. अश्वगंधा और ब्राह्मी सप्लीमेंट्स
अश्वगंधा एक शक्तिशाली जड़ी-बूटी है जो मेलेनिन के निर्माण में सहायक होती है। यह शरीर में तनाव को कम करने में भी मदद करती है, क्योंकि तनाव अक्सर समय से पहले बालों के सफेद होने का एक बड़ा कारण होता है। दूसरी तरफ, ब्राह्मी बालों की जड़ों को मजबूत करती है और समय से पहले बालों को सफेद होने से रोकती है। ये दोनों जड़ी-बूटियाँ बालों को पोषण देकर उन्हें स्वस्थ बनाए रखने में मदद करती हैं।
कैसे इस्तेमाल करें:
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डॉक्टर की सलाह से अश्वगंधा और ब्राह्मी के कैप्सूल या पाउडर का सेवन करें।
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आप इन जड़ी-बूटियों को दूध या गर्म पानी के साथ भी ले सकते हैं।
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इन जड़ी-बूटियों के तेल से अपने सिर की मालिश करें।
12. आयरन और विटामिन डी3 सप्लीमेंट्स
कई शोधों में यह पाया गया है कि शरीर में आयरन और विटामिन डी3 की कमी से बाल समय से पहले सफेद हो सकते हैं। आयरन बालों के रोमछिद्रों (follicles) में ऑक्सीजन और रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है, जबकि विटामिन डी3 बालों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विटामिन सी के साथ आयरन लेने से शरीर में इसका अवशोषण (absorption) बेहतर होता है, और मैग्नीशियम और कैल्शियम के साथ विटामिन डी3 लेने से बालों को मजबूती मिलती है।
कैसे इस्तेमाल करें:
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आयरन, विटामिन डी3 और विटामिन सी से भरपूर सप्लीमेंट्स लें।
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धूप में कुछ समय बिताएं ताकि शरीर में प्राकृतिक रूप से विटामिन डी3 बने।
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पालक, दालें, और खट्टे फल जैसे आयरन और विटामिन सी वाले खाद्य पदार्थ खाएं।
Traya कैसे मदद करता है?
आप समझ चुके हैं कि बालों को काला करने का नेचुरल तरीका ही सबसे बेहतरीन है, लेकिन यह भी सच है कि हर किसी के बाल झड़ने या सफेद होने का कारण अलग होता है। Traya का फ्री हेयर टेस्ट इसी बात को समझने में आपकी मदद करता है। यह टेस्ट आपके बालों की समस्या की असली जड़ तक पहुँचता है, चाहे वो आपकी डाइट हो, लाइफस्टाइल हो या फिर कोई हार्मोनल असंतुलन। अगर आप सही इलाज शुरू करने में देरी करते हैं, तो समस्या और भी बढ़ सकती है।
यही कारण है कि लाखों लोग Traya पर भरोसा करते हैं। यहाँ आपको सिर्फ एक प्रोडक्ट नहीं, बल्कि एक पूरा कस्टमाइज्ड ट्रीटमेंट प्लान मिलता है जो आपके बालों के लिए ही बनाया गया है। अगर आप अपने बालों को लेकर वाकई गंभीर हैं और उन्हें परमानेंटली काला और घना बनाना चाहते हैं, तो अभी अपना हेयर टेस्ट करवाएँ। याद रखें, जितनी जल्दी आप सही कदम उठाएँगे, उतनी ही जल्दी आपको अपने बालों में फर्क नजर आएगा।
रासायनिक हेयर कलर: कब इस्तेमाल करें और क्या सावधानियां बरतें?
जब हम बालों को तुरंत काला करने की बात करते हैं, तो हमारे मन में सबसे पहले केमिकल-आधारित हेयर कलर का ही ख्याल आता है। यह सच है कि ये प्रोडक्ट्स तुरंत और प्रभावी परिणाम देते हैं, खासकर जब आपको किसी खास मौके के लिए झटपट तैयार होना हो या आपके बाल बहुत ज्यादा सफेद हो गए हों।
लेकिन, ये नेचुरल तरीकों की तुलना में बालों को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। इसलिए, यह जानना बहुत ज़रूरी है कि इनका सही समय पर और सही तरीके से इस्तेमाल कैसे किया जाए।
कब इस्तेमाल करें:
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जब तुरंत परिणाम चाहिए हों: अगर आपके पास नेचुरल तरीकों के लिए समय नहीं है और आपको एक ही दिन में बालों को काला करना है, तो केमिकल कलर एक अच्छा विकल्प है।
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जब सफ़ेद बाल जिद्दी हों: कई बार बहुत ज़्यादा सफ़ेद बालों पर नेचुरल उपाय उतना असर नहीं करते, ऐसे में केमिकल कलर पूरी तरह से कवरेज दे सकता है।
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खास मौकों के लिए: शादी, पार्टी या किसी भी खास इवेंट के लिए जब आप चाहते हैं कि आपके बाल बिल्कुल परफेक्ट दिखें।
कब इस्तेमाल न करें और क्या ध्यान रखें:
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बालों को नुकसान: ज्यादातर केमिकल हेयर कलर्स में अमोनिया और PPD जैसे हानिकारक तत्व होते हैं, जो बालों को रूखा और बेजान बना सकते हैं। अगर आपके बाल पहले से ही कमजोर हैं, तो इनसे बचना बेहतर है।
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एलर्जी की संभावना: कुछ लोगों को इन केमिकल्स से गंभीर एलर्जी हो सकती है। अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है, तो सावधानी बहुत ज़रूरी है।
ज़रूरी सावधानियां:
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पैच टेस्ट ज़रूर करें: कलर इस्तेमाल करने से 24-48 घंटे पहले अपनी त्वचा के एक छोटे से हिस्से पर प्रोडक्ट लगाकर देखें कि कहीं कोई एलर्जी या जलन तो नहीं हो रही है।
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निर्देशों का पालन करें: प्रोडक्ट की बोतल पर दिए गए सभी निर्देशों को ध्यान से पढ़ें और उनका पालन करें।
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अच्छी क्वालिटी के प्रोडक्ट्स चुनें: अमोनिया-फ्री या कम हानिकारक केमिकल्स वाले प्रोडक्ट्स का चुनाव करें, भले ही वे थोड़े महंगे क्यों न हों।
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कंडीशनिंग पर ध्यान दें: केमिकल कलर के बाद बालों को गहरी कंडीशनिंग की बहुत ज़रूरत होती है ताकि वे रूखे न हों।
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बार-बार इस्तेमाल से बचें: बालों को नुकसान से बचाने के लिए, इन कलर्स का बार-बार इस्तेमाल करने से बचें।
बालों को काला करने के लिए अन्य उपाय
बालों का रंग सिर्फ बाहर से लगाए जाने वाले नुस्खों पर ही निर्भर नहीं करता, बल्कि यह आपके खानपान, रहन-सहन और रोजमर्रा की आदतों का भी नतीजा होता है। अगर आप अपने बालों को भीतर से पोषण देते हैं और सही आदतों को अपनाते हैं, तो उन्हें प्राकृतिक रूप से काला और स्वस्थ बनाए रखना कहीं ज़्यादा आसान हो जाता है। आइए जानते हैं कि डाइट, लाइफस्टाइल और बालों की देखभाल में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
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आंवला, करी पत्ता और बादाम खाएं: ये विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं जो बालों को काला करने वाले पिगमेंट को बढ़ाते हैं।
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आयरन और बायोटिन वाले फूड्स शामिल करें: पालक, दालें, अंडे और शकरकंद खाने से बालों को सही पोषण मिलता है।
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तनाव कम करें: ज्यादा तनाव से बाल तेजी से सफेद हो सकते हैं, इसलिए योग और ध्यान जैसी चीजें अपनाएं।
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सही नींद लें: पर्याप्त नींद लेने से शरीर खुद को रिपेयर करता है, जिसका असर बालों की सेहत पर भी दिखता है।
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केमिकल से बचें: अपने बालों को केमिकल वाले शैंपू और ट्रीटमेंट से बचाएं।
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गुनगुने पानी से धोएं: बालों को धोने के लिए बहुत गर्म पानी का इस्तेमाल न करें।
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सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाव करें: बाहर जाते समय बालों को सूरज की तेज रोशनी से बचाएं।
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सिर की मालिश करें: हफ्ते में 2-3 बार तेल से सिर की मालिश करने से रक्त संचार बेहतर होता है।
निष्कर्ष
आप देख सकते हैं कि बालों को प्राकृतिक रूप से काला करना एक सफर है, कोई एक दिन का काम नहीं। इस ब्लॉग में बताए गए सभी तरीके और नुस्खे आपके बालों को सिर्फ काला ही नहीं, बल्कि जड़ों से मजबूत और सेहतमंद भी बनाते हैं। याद रखें, सबसे अच्छा परिणाम तब मिलता है जब आप बाहरी नुस्खों को सही खानपान और स्वस्थ जीवनशैली के साथ जोड़ते हैं।
अगर आप धैर्य और लगन से इन तरीकों को अपनाते हैं, तो आप बिना किसी केमिकल के अपने बालों का प्राकृतिक रंग वापस पा सकते हैं। तो अब आप अपने बालों की देखभाल की जिम्मेदारी लें और एक सही शुरुआत करें। आपके बाल इस देखभाल के लायक हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. क्या सफेद बाल पूरी तरह से काले हो सकते हैं?
हाँ, अगर आपके बाल समय से पहले पोषक तत्वों की कमी या तनाव की वजह से सफेद हो रहे हैं, तो प्राकृतिक तरीकों से उन्हें फिर से काला किया जा सकता है। लेकिन, अगर बालों का सफेद होना जेनेटिक है, तो रंग पूरी तरह से वापस लाना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में ये नुस्खे बालों को और ज्यादा सफेद होने से रोक सकते हैं।
2. बालों को काला करने के लिए करी पत्ता और नारियल तेल का इस्तेमाल कैसे करें?
बालों को काला करने के लिए आप एक कप करी पत्ते को नारियल तेल में तब तक उबालें जब तक मिश्रण काला न हो जाए। इस तेल को छानकर हफ्ते में 2-3 बार अपने सिर की मालिश करें और रात भर लगा रहने दें। यह तरीका बालों की जड़ों को पोषण देता है और उन्हें प्राकृतिक रूप से काला करने में मदद करता है।
3. क्या आंवला सच में बालों को काला करता है?
जी हाँ, आंवला बालों को काला करने में बहुत प्रभावी है। इसमें विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं, जो बालों के पिगमेंट को बढ़ाते हैं। आप आँवला पाउडर को पानी के साथ मिलाकर पेस्ट बना सकते हैं या इसे मेंहदी के साथ इस्तेमाल कर सकते हैं। यह बालों को घना और चमकदार भी बनाता है।
4. क्या रोज़मेरी और जैतून का तेल बालों के लिए सुरक्षित है?
बिल्कुल, रोज़मेरी और जैतून का तेल बालों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है। यह मिश्रण बालों की बनावट को सुधारता है और उन्हें पोषण देता है। रोज़मेरी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट बालों को नुकसान से बचाते हैं, जबकि जैतून का तेल बालों को नमी और मजबूती देता है। इसका नियमित उपयोग आपके बालों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करेगा।
5. बालों को काला करने के लिए सबसे अच्छा डाइट क्या है?
बालों को काला करने के लिए आपको ऐसे खाद्य पदार्थ खाने चाहिए जिनमें आयरन, बायोटिन, विटामिन बी12 और जिंक भरपूर मात्रा में हों। अपनी डाइट में पालक, दालें, अंडे, शकरकंद, बादाम और अखरोट शामिल करें। ये पोषक तत्व बालों की जड़ों को मजबूत करते हैं और मेलेनिन उत्पादन में मदद करते हैं।
6. क्या केमिकल हेयर कलर के बाद प्राकृतिक तरीके अपना सकते हैं?
हाँ, आप केमिकल हेयर कलर के बाद भी प्राकृतिक तरीके अपना सकते हैं। हालांकि, केमिकल कलर के कारण बाल थोड़े कमजोर हो सकते हैं, इसलिए प्राकृतिक नुस्खे उन्हें फिर से स्वस्थ बनाने और उनकी रंगत बनाए रखने में मदद करेंगे। पहले अपने बालों को केमिकल से रिकवर होने का समय दें, और फिर धीरे-धीरे प्राकृतिक तरीकों पर वापस आ जाएं।
References:
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https://www.healthline.com/health/home-remedies-for-gray-hair
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https://www.healthline.com/health/beauty-skin-care/reverse-gray-hair