आपको जानकर हैरानी होगी कि आजकल 25 साल से कम उम्र के 60% लड़कों के बाल झड़ने लगे हैं और यह समस्या खासकर भारत में तेजी से बढ़ रही है. उम्र से पहले ही बालों का झड़ना, सफ़ेद होना, गंजापन जैसी कई समस्याएं पुरुषों को परेशान करती हैं. ऐसे में जरुरी हो जाता है कि हम पुरुषों के बाल झड़ने के कारण को समझें.
सबसे पहले कारण को समझना महत्त्वपूर्ण है ताकि सही इलाज किया जा सके. लोग सबसे बड़ी गलती भी यहीं करते हैं, उन्हें लगता है कि अगर बाल झड़ रहे हैं तो तेल/शैम्पू लगालो. लेकिन अक्सर इससे कोई फायदा नहीं मिलता और बाद में पता चलता है कि आँतों की समस्या थी. इसलिए पुरुषों के बाल झड़ने के कारण को समझें, फिर इलाज की ओर कदम बढ़ाएं.
पुरुषों में बाल झड़ने के कारण क्या हैं?
पुरुषों में बाल झड़ने के प्रमुख कारण होते हैं – जेनेटिक (वंशानुगत) प्रभाव, हार्मोनल असंतुलन (जैसे DHT बढ़ना), पोषण की कमी, तनाव और नींद की कमी, अस्वस्थ जीवनशैली की आदतें (धूम्रपान, शराब, प्रदूषण), पाचन संबंधी गड़बड़ियाँ, और कुछ मेडिकल कंडीशन्स जैसे थायरॉयड या दवाइयों का असर।
1. एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया (मेल पैटर्न गंजापन)
पुरुषों में बाल झड़ने का सबसे आम कारण है एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया। इसमें डीएचटी नामक हार्मोन बालों की जड़ों को कमजोर कर देता है जिससे धीरे-धीरे बाल पतले होकर झड़ने लगते हैं। यह समस्या वंशानुगत होती है और कई बार बीस की उम्र में ही शुरू हो जाती है।
क्या करें:
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समय रहते सही जाँच कराएँ। Traya Hair Test से डीएचटी संवेदनशीलता और असली कारण समझे जा सकते हैं।
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डॉक्टर की सलाह से मिनॉक्सिडिल जैसी दवाइयों का प्रयोग किया जा सकता है।
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आहार संतुलित रखें और नियमित रूप से खोपड़ी की देखभाल करें।
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तेज़ केमिकल वाले शैम्पू की जगह हल्के और सौम्य शैम्पू का इस्तेमाल करें।
2. पारिवारिक इतिहास और जेनेटिक प्रवृत्ति
अगर आपके परिवार में पिता या दादा को गंजापन रहा है तो आपके लिए भी यह संभावना अधिक होती है। शोध बताता है कि लगभग अस्सी प्रतिशत मामलों में जेनेटिक कारण जिम्मेदार होते हैं। इसका मतलब यह है कि बाल झड़ने को पूरी तरह रोकना कठिन है लेकिन समय रहते शुरुआत करने पर इसे धीमा किया जा सकता है।

क्या करें:
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जल्दी पहचान कर उपचार शुरू करें ताकि आगे की समस्या को रोका जा सके।
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आहार में प्रोटीन, आयरन, जिंक और बी-विटामिन भरपूर मात्रा में शामिल करें।
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नींद पूरी लें और धूम्रपान व शराब से दूरी बनाएँ।
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चाहें तो Traya Hair Vitamin जैसे सप्लीमेंट से बालों को अतिरिक्त पोषण दिया जा सकता है।
3. लगातार तनाव और कॉर्टिसोल का बढ़ना
आजकल युवाओं में तनाव आम हो गया है। नौकरी का दबाव, रिश्तों की परेशानियाँ या देर रात तक मोबाइल चलाना शरीर में कॉर्टिसोल का स्तर बढ़ा देता है। इससे बालों की जड़ें समय से पहले झड़ने की अवस्था में पहुँच जाती हैं और अचानक बाल गिरने लगते हैं।

क्या करें:
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रोज़ाना दस से पंद्रह मिनट ध्यान या गहरी साँस की कसरत करें।
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कम से कम सात घंटे की नींद जरूर लें।
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रात में स्क्रीन का उपयोग सीमित करें।
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लंबे समय तक तनाव रहने पर Traya Calm Ras उपयोगी हो सकता है।
4. पोषण की कमी और खराब आहार
जब शरीर को पर्याप्त आयरन, बायोटिन, प्रोटीन और अन्य ज़रूरी पोषक तत्व नहीं मिलते तो उसका असर सीधे बालों पर पड़ता है। क्रैश डाइट करने या बार-बार अनियमित भोजन से बालों को ज़रूरी विटामिन नहीं मिलते और वे कमजोर होकर झड़ने लगते हैं। शाकाहारी आहार लेने वालों में जिंक की कमी भी देखी जाती है अगर डाइट सही ढंग से संतुलित न हो।
क्या करें:
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अपने भोजन में दालें, हरी पत्तेदार सब्जियाँ, अंडे और दूध उत्पाद शामिल करें।
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लोहे और जिंक से भरपूर आहार को प्राथमिकता दें।
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फैड डाइट और लंबे समय तक उपवास से बचें।
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यदि ज़रूरत हो तो Traya Hair Vitamin और Hair Ras जैसे सप्लीमेंट पोषण की कमी को पूरा करने में मदद कर सकते हैं।
5. हार्मोनल असंतुलन
पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन से बनने वाला डीएचटी हार्मोन बाल झड़ने का बड़ा कारण है। यह हार्मोन बालों की जड़ों को छोटा कर देता है जिससे बाल पतले और कमजोर होते जाते हैं। माथे और सिर के ऊपरी हिस्से में बालों की जड़ों में एंड्रोजन रिसेप्टर ज़्यादा पाए जाते हैं, इसलिए वहीं से झड़ना शुरू होता है।
क्या करें:
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समय पर जाँच कराएँ ताकि हार्मोनल असंतुलन का पता चल सके।
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संतुलित जीवनशैली अपनाएँ जिसमें नींद, व्यायाम और तनाव प्रबंधन शामिल हों।
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डॉक्टर की सलाह पर वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित उपचार लिए जा सकते हैं।
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सही निदान के लिए Traya Hair Test उपयोगी हो सकता है।
6. प्रदूषण और पर्यावरणीय नुकसान
शहरों में धूल, धुआँ और प्रदूषण बालों की जड़ों को बंद कर देते हैं और उनकी संरचना को नुकसान पहुँचाते हैं। कठोर पानी और हानिकारक केमिकल वाले उत्पाद भी खोपड़ी को कमजोर कर देते हैं जिससे बाल झड़ने लगते हैं। लगातार प्रदूषण के संपर्क में रहने से खोपड़ी की सेहत बिगड़ती है और बाल कमजोर हो जाते हैं।

क्या करें:
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बाहर से आने पर हमेशा बालों को अच्छी तरह धोएँ।
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सौम्य और सल्फेट-फ्री शैम्पू का प्रयोग करें।
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हफ्ते में एक-दो बार तेल से हल्की मालिश करें ताकि रक्त संचार बेहतर हो।
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प्रदूषण और डैमेज से बचाव के लिए Traya Defence Shampoo और Conditioner मददगार हो सकते हैं।
7. खराब जीवनशैली और सेल्फ-केयर की कमी
धूम्रपान, शराब, देर रात तक जागना और गलत खानपान, ये सब बालों के लिए बेहद नुकसानदेह हैं। खासकर धूम्रपान से खून का संचार कम होता है और बालों की जड़ों तक ऑक्सीजन नहीं पहुँच पाती। वहीं अगर आप बालों में तेल या नमी का ख्याल नहीं रखते तो खोपड़ी सूख जाती है और बाल झड़ने लगते हैं।

क्या करें:
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धूम्रपान और शराब को धीरे-धीरे कम करके छोड़ें।
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रात को जल्दी सोने की आदत डालें।
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भोजन में पौष्टिक और घर का बना खाना ज़्यादा लें।
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हफ्ते में एक-दो बार बालों में Hair Nourish तेल लगाकर मालिश करें।
8. नींद की कमी और स्क्रीन का असर
रात को देर तक नेटफ्लिक्स, गेमिंग या सोशल मीडिया चलाने से नींद पूरी नहीं हो पाती और शरीर में मेलाटोनिन नामक हार्मोन कम बनने लगता है। यह हार्मोन शरीर की मरम्मत प्रक्रिया और बालों की जड़ों को फिर से सक्रिय करने में मदद करता है। स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी भी नींद और बाल दोनों को नुकसान पहुँचाती है।
क्या करें:
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रात को सोने से कम से कम एक घंटा पहले मोबाइल और लैपटॉप दूर रखें।
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सोने का समय तय करें और उसी रूटीन को फॉलो करें।
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बेडरूम को अंधेरा और शांत रखें ताकि नींद गहरी आ सके।
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दिनभर में पर्याप्त धूप लें जिससे शरीर का जैविक घड़ी संतुलित रहे।
9. कसी हुई हेयरस्टाइल और बालों पर खिंचाव
अगर आप बालों को लगातार टाइट पोनीटेल, चोटी या स्टाइल में रखते हैं तो खिंचाव की वजह से बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं। इसे ट्रैक्शन एलोपेसिया कहा जाता है। इसी तरह लंबे समय तक हेलमेट पहनना या बार-बार बालों को खींचना भी जड़ों को नुकसान पहुँचाता है और नए बालों का उगना रुक जाता है।
क्या करें:
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ढीली और आरामदायक हेयरस्टाइल अपनाएँ।
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लंबे समय तक हेलमेट पहनना पड़े तो बीच-बीच में सिर को आराम दें।
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बालों को ज़्यादा कसकर बाँधने की आदत छोड़ें।
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स्टाइलिंग प्रोडक्ट्स और हीट का इस्तेमाल कम करें।
10. पुरुषों की बीमारियाँ और दवाइयों का असर
पुरुषों में थायरॉयड की गड़बड़ी, ब्लड थिनर जैसी दवाइयाँ या कुछ वैक्सीन का असर बालों पर साफ दिखता है। कई बार इलाज में ली जाने वाली दवाइयाँ ही जड़ों को कमजोर कर देती हैं। यहाँ तक कि मिनॉक्सिडिल जैसी दवा, जिसे अक्सर पुरुष गंजापन रोकने के लिए इस्तेमाल करते हैं, उसे अचानक छोड़ देने पर भारी मात्रा में बाल गिरने लगते हैं। यानी पुरुषों की सेहत और दवाइयों का सीधा रिश्ता बालों से है।
क्या करें:
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अगर अचानक और तेज़ी से बाल झड़ने लगें तो डॉक्टर से तुरंत जाँच कराएँ।
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थायरॉयड और हार्मोन से जुड़ी जाँच पुरुषों के लिए बेहद ज़रूरी हैं।
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किसी भी दवा को अपनी मर्ज़ी से बंद न करें।
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सही कारण जानने के लिए Traya Thyrocare Test एक विकल्प हो सकता है।
11. पुरुषों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले घटिया हेयर केयर प्रोडक्ट्स
ज़्यादातर पुरुष शैम्पू या हेयर जेल चुनते समय सामग्री पर ध्यान नहीं देते। बाज़ार में मिलने वाले कई शैम्पू और स्टाइलिंग प्रोडक्ट्स में केमिकल होते हैं जो लंबे समय में खोपड़ी को नुकसान पहुँचाते हैं। "हर्बल" या "नेचुरल" नाम से बिकने वाले कई प्रोडक्ट भी असल में मिलावटी होते हैं, जिनका असर पुरुषों के बालों पर जल्दी दिखाई देता है क्योंकि उनकी खोपड़ी अक्सर पसीना और तेल ज़्यादा पैदा करती है।
क्या करें:
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शैम्पू या जेल खरीदते समय लेबल ज़रूर पढ़ें।
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सल्फेट और पैराबेन-फ्री शैम्पू का प्रयोग करें।
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स्टाइलिंग प्रोडक्ट्स का कम से कम इस्तेमाल करें।
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खोपड़ी को सुरक्षित रखने के लिए भरोसेमंद ब्रांड्स के सौम्य शैम्पू और कंडीशनर अपनाएँ।
12. मौसम और पर्यावरणीय बदलाव से पुरुषों के बालों पर असर
गर्मी में बाहर काम करने वाले पुरुषों के सिर पर पसीना और धूल जल्दी जम जाती है, जिससे खोपड़ी में तेल बढ़कर जड़ें बंद कर देता है। सर्दी में सूखापन और डैंड्रफ पुरुषों में और भी आम है क्योंकि ज़्यादातर पुरुष स्कैल्प मॉइस्चराइज करने की आदत नहीं रखते। नए शहर या जॉब के कारण पानी की गुणवत्ता बदलने से भी पुरुषों को अचानक बाल झड़ने की समस्या होती है।
क्या करें:
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मौसम के हिसाब से बालों की देखभाल का रूटीन बदलें।
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गर्मियों में बाहर से आने पर हल्के शैम्पू से सफाई करें।
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सर्दियों में बालों को तेल और कंडीशनर से पोषण दें।
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नए शहर में जाएँ तो पानी की गुणवत्ता पर ध्यान दें।
पुरुषों में बालों का झड़ना कैसे रोकें
अधिकांश पुरुष मानते हैं कि बाल झड़ना रोकने के लिए महँगे प्रोडक्ट्स या इलाज ही ज़रूरी हैं, लेकिन हक़ीक़त यह है कि शुरुआती कदम बहुत ही आसान होते हैं। रोज़ाना पर्याप्त नींद लेना, समय पर खाना खाना, तनाव कम करना और जंक फूड से दूरी बनाना बालों को मज़बूत करने के लिए पहला कदम है। धूप और धूल से बचाव के लिए सिर ढकना, हल्के शैम्पू से सफाई करना और स्कैल्प को साफ रखना जैसी साधारण आदतें भी बड़ा फर्क डालती हैं।
लेकिन अगर पुरुषों में बाल झड़ना लगातार जारी रहता है, तो केवल लाइफ़स्टाइल सुधार काफ़ी नहीं होते। असली कारण समझना ज़रूरी है, क्योंकि हर व्यक्ति के लिए वजह अलग होती है - किसी को हार्मोनल समस्या, किसी को पोषण की कमी, किसी को तनाव या थायरॉयड की दिक़्क़त। ऐसे में Traya का फ्री हेयर टेस्ट मदद करता है। इस टेस्ट से यह साफ़ हो जाता है कि आपके बाल झड़ने का असली कारण क्या है और फिर उसी हिसाब से इलाज तय होता है। मतलब बिना अंदाज़ा लगाए सीधे जड़ तक पहुँचने वाला समाधान।
क्या करें |
क्या न करें |
पर्याप्त नींद लें और समय पर सोएँ |
देर रात तक मोबाइल या लैपटॉप का इस्तेमाल |
संतुलित आहार लें जिसमें प्रोटीन और हरी सब्ज़ियाँ हों |
बार-बार जंक फूड और तैलीय खाना |
हल्के और केमिकल-फ्री शैम्पू का प्रयोग करें |
रोज़ाना जेल, वैक्स और स्टाइलिंग प्रोडक्ट्स लगाना |
धूप, धूल और प्रदूषण से बचने के लिए सिर ढकें |
खुले सिर पर लंबे समय तक प्रदूषण और धूप झेलना |
तनाव कम करने के लिए व्यायाम या ध्यान करें |
लगातार तनाव और अनियमित दिनचर्या |
समय-समय पर ब्लड टेस्ट और चेकअप कराएँ |
दवाइयाँ अचानक बंद करना या डॉक्टर की सलाह न लेना |
स्कैल्प को साफ़ और मॉइस्चराइज रखें |
स्कैल्प को नज़रअंदाज़ करना और हेयर केयर को हल्के में लेना |
पुरुषों के बाल झड़ने की दवा कौन सी है?
पुरुषों में गंजापन और लगातार बाल झड़ने के लिए डॉक्टर अक्सर मिनॉक्सिडिल और फिनास्टेराइड जैसी एलोपैथिक दवाओं की सलाह देते हैं। मिनॉक्सिडिल स्कैल्प में ब्लड फ्लो बढ़ाकर बालों की जड़ों को मज़बूत करता है, जबकि फिनास्टेराइड हार्मोन (DHT) के असर को कम करके बाल झड़ने की प्रक्रिया को रोकता है। इन दोनों का इस्तेमाल हमेशा डॉक्टर की देखरेख में करना चाहिए क्योंकि इनके कुछ साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं।

इसके अलावा, बालों की मजबूती के लिए हेयर सप्लीमेंट्स जैसे बायोटिन, ज़िंक और ओमेगा-3 फ़ैटी एसिड मददगार हो सकते हैं। आयुर्वेद में आंवला, भृंगराज और ब्राह्मी आधारित औषधियाँ लंबे समय से बालों के लिए इस्तेमाल होती रही हैं। वहीं, होम्योपैथी में भी व्यक्तिगत लक्षणों के आधार पर दवाएँ दी जाती हैं जो जड़ों की सेहत सुधारने में मदद करती हैं। मतलब केवल एक ही रास्ता नहीं, बल्कि कई विकल्प मौजूद हैं जिन्हें सही मार्गदर्शन से अपनाया जा सकता है।
पुरुषों में कितना बाल झड़ना सामान्य है
हर दिन बाल गिरना बिल्कुल सामान्य है। बालों का अपना एक “ग्रोथ-साइकिल” होता है जिसमें कुछ बाल झड़ते हैं और उनकी जगह नए बाल आते हैं। लेकिन फर्क इस बात से पड़ता है कि रोज़ कितने बाल गिर रहे हैं।
रोज़ गिरने वाले बाल |
क्या मतलब है |
50–100 |
बिल्कुल नॉर्मल, कोई टेंशन नहीं |
100–150 |
थोड़ी सावधानी की ज़रूरत, आहार और नींद पर ध्यान दें |
150–250 |
चिंता की बात, कारण समझने के लिए डॉक्टर से सलाह लें |
250 से ऊपर |
बहुत गंभीर स्थिति, तुरंत विशेषज्ञ से मिलें |
खुद चेक करने के आसान तरीके
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कंघी टेस्ट – सुबह बालों को एक मिनट धीरे-धीरे कंघी करें और गिरे हुए बाल गिनें। रोज़ाना अगर गिनती बढ़ रही है तो ध्यान दें।
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खींच कर देखना – 20–30 बाल पकड़कर हल्का खींचें। अगर 2–3 से ज़्यादा बाल हाथ में आ रहे हैं तो ये संकेत है कि झड़ना बढ़ रहा है।
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बाल धोते समय – हफ़्ते में 2–3 बार जब बाल धोते हैं तो गिरने वाले बालों की गिनती पर नज़र रखें। बार-बार बहुत ज़्यादा झड़ना सही नहीं है।
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तकिये और बाथरूम में बाल – रोज़ सुबह तकिये पर और नहाने के बाद छन्नी में दिखने वाले बाल गिनने की आदत डालें। एक-दो दिन से कुछ पता नहीं चलता, हफ़्ते-दो हफ़्ते तक रिकॉर्ड रखें।
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फोटो खींचना – हर महीने एक ही एंगल से फोटो लें। तस्वीरें देखकर आसानी से पता चलता है कि बाल पतले हो रहे हैं या हेयरलाइन पीछे जा रही है।
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कब डॉक्टर को दिखाएँ – अगर बाल झुंड में गिरने लगें, पैच बन जाएँ, खुजली या जलन हो, या रोज़ाना 150–200 से ज़्यादा बाल झड़ रहे हों तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
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क्या टेस्ट कराए जा सकते हैं – ज़रूरत पड़ने पर डॉक्टर ब्लड टेस्ट, थायरॉयड टेस्ट, विटामिन की कमी और हार्मोन की जाँच बताते हैं। इससे असली कारण सामने आता है।
निष्कर्ष
पुरुषों में बाल झड़ना आज के समय में बेहद आम समस्या बन चुका है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे जेनेटिक वजह, हार्मोनल बदलाव, तनाव, पोषण की कमी, लाइफ़स्टाइल या पर्यावरण। बालों का थोड़ा झड़ना सामान्य है, लेकिन अगर रोज़ाना गिनती ज़्यादा बढ़ रही है तो इसे नज़रअंदाज़ करना सही नहीं।
बालों को बचाने के लिए सबसे ज़रूरी है कि पहले असली कारण को पहचाना जाए। आसान कदम जैसे बेहतर आहार, अच्छी नींद और तनाव पर कंट्रोल शुरुआत के लिए काफी मददगार होते हैं। वहीं गंभीर मामलों में डॉक्टर से सलाह लेना और ज़रूरी टेस्ट कराना सबसे सही रास्ता है। सही समय पर सही इलाज अपनाने से बालों को लंबे समय तक हेल्दी रखा जा सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. पुरुषों में बाल झड़ना कब सामान्य माना जाता है?
रोज़ 50–100 बाल गिरना सामान्य है क्योंकि ये बाल अपने नेचुरल ग्रोथ साइकिल के बाद झड़ते हैं। लेकिन अगर रोज़ 150 से ज़्यादा बाल गिरने लगें या पैच बनने लगें तो ये चेतावनी का संकेत है और विशेषज्ञ से सलाह लेना ज़रूरी हो जाता है।
2. क्या तनाव से बाल झड़ते हैं?
हाँ, लगातार तनाव से शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ जाता है जो हेयर फॉलिकल्स को जल्दी "रिस्ट मोड" में भेज देता है। इसे टेलोजन एफ्लुवियम कहते हैं। इससे बाल पतले और कमज़ोर हो जाते हैं और अचानक झड़ना शुरू हो सकता है।
3. क्या केवल शैम्पू या तेल बदलने से बाल झड़ना रुक सकता है?
नहीं, सिर्फ शैम्पू या तेल बदलने से बालों का झड़ना पूरी तरह से रुकना मुश्किल है। ये उत्पाद बाहरी केयर तो करते हैं लेकिन असली कारण अगर हार्मोन, डाइट, या जेनेटिक है तो सिर्फ प्रोडक्ट बदलने से फायदा नहीं होगा।
4. पुरुषों में गंजेपन का सबसे बड़ा कारण क्या है?
सबसे आम कारण है एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया यानी मेल पैटर्न बाल्डनेस। इसमें जेनेटिक वजह और DHT हार्मोन मिलकर फ्रंट और क्राउन एरिया के बालों को धीरे-धीरे पतला और कमजोर करते हैं। ये समस्या लाखों पुरुषों को प्रभावित करती है।
5. क्या मिनॉक्सिडिल और फिनास्टेराइड से बाल वापस आते हैं?
ये दोनों दवाएँ बाल झड़ना रोकने और नए बालों की ग्रोथ बढ़ाने में मदद करती हैं, खासकर मेल पैटर्न बाल्डनेस में। लेकिन इनका असर लगातार इस्तेमाल पर ही बना रहता है। दवा बंद करने के बाद फिर से बाल झड़ना शुरू हो सकता है।
6. पुरुषों में बाल झड़ना रोकने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?
सबसे पहले सही डाइट, नींद और तनाव पर कंट्रोल करना ज़रूरी है। अगर झड़ना ज़्यादा है तो कारण जानने के लिए ब्लड टेस्ट और मेडिकल चेकअप कराएँ। सही समय पर सही ट्रीटमेंट चुनना – चाहे वह दवा हो, सप्लीमेंट्स हों या नेचुरल उपाय – ही सबसे असरदार तरीका है।